SatyaPrem Ki Katha Review: फिर चला कार्तिक-कियारा का जादू, एंटरटेनमेंट के साथ जोरदार मैसेज देती है 'सत्यप्रेम की कथा'
SatyaPrem Ki Katha Review: अभिनेता कार्तिक आर्यन, कियारा आडवाणी और गजराज राव स्टारर फिल्म सत्यप्रेम की कथा, एक फैमिली एंटरटेनर है, जिसे आप थिएटर में एन्जॉय कर सकते हैं। पढ़ें फिल्म का पूरा रिव्यू...
फिल्म: सत्यप्रेम की कथा
निर्देशक: समीर विध्वंस
प्रमुख स्टारकास्ट: कार्तिक आर्यन, कियारा आडवाणी, गजराज राव, सुप्रिया पाठक और शिखा तसलानिया
कहां देखें: थिएटर्स
अवधि: 146 मिनट
क्या है कहानी: फिल्म 'सत्यप्रेम की कथा' की कहानी, सत्यप्रेम अग्रवाल (कार्तिक आर्यन) और कथा कपाड़िया (कियारा आडवाणी) की कहानी है। सत्यप्रेम के पास जॉब नहीं है, ऐसे में मां (सुप्रिया) और बहन (शिखा) उसे कुछ खास तवज्जो नहीं देते हैं। वहीं सत्यप्रेम के पिता (गजराज) भी कोई काम नहीं करते हैं, ऐसे में गजराज और कार्तिक की बनती है। बल्कि ये कहना भी गलत नहीं होगा कि गजराज का किरदार सुपरकूल है। फिल्म की कहानी आगे बढ़ती है और कथा की शादी बिना उसकी मर्जी के सत्यप्रेम से होती है। सत्यप्रेम को कथा पसंद होती है और ऐसे में वो तुरंत शादी के लिए तैयार हो जाता है। शादी के बाद सत्यप्रेम को कथा के बारे में एक बड़ी बात पता लगती है। सत्यप्रेम को पता लगता है कि कथा का उसके बॉयफ्रेंड ने रेप किया था, जिसका उसके कथा की मेंटल हेल्थ पर पड़ा है। अब कथा के इस सच के पता लगने के बाद सत्यप्रेम क्या करता है, क्या सत्यप्रेम-कथा साथ रहते हैं? या मिलकर दोषी को सजा दिलाने की कोशिश करते हैं? क्या दोनों का रिश्ता कभी ठीक हो पाता है या नहीं? इन सारी चीजों के लिए आपको फिल्म देखनी होगी।
क्या कुछ है खास और कहां खाई मात: फिल्म में काफी कुछ अच्छी चीजें हैं, जो बतौर दर्शक आपको पसंद आएंगी। फिल्म की कहानी अच्छी है, कसी हुई है और सलीके से लिखी गई है। इसके साथ ही फिल्म की जान इसके डायलॉग्स हैं, और कई छोटे छोटे डायलॉग्स ऐसे हैं, जो आपको हंसाते भी हैं और सोचने पर भी मजबूर करते हैं। वहीं कहानी के बाद एक्टर्स ने अच्छी एक्टिंग की है, जो बांधे रखती है। फिल्म का बैकग्राउंड म्यूजिक और कैमरा वर्क भी बढ़िया है। इन सबके अलावा जो बात फिल्म को सबसे खास बनाती है, वो इसका मैसेज है। फिल्म का फर्स्ट हाफ रिलेशनशिप यानी प्यार मोहब्बत के रिश्ते की उथल पुथल आदि दिखाता है तो सेकेंड हाफ में फिल्म रेप का एक अहम मुद्दा उठाती हैं। फिल्म देखकर ये बात भी कई लोगों को समझ आएगा कि रेप हमेशा कोई अनजान ही नहीं करता है। बिना सहमति के,यानी फोर्सफुली बॉयफ्रेंड और हसबैंड भी इस अपराध में आ सकते हैं। फिल्म का म्यूजिक और बैकग्राउंड म्यूजिक तगड़ा है। वैसे ऐसा बिलकुल नहीं है कि फिल्म में सबकुछ अच्छा ही है, फिल्म में कुछ छोटी छोटी चीजें ऐसी भी हैं, जो बेहतर हो सकती थीं, लेकिन बतौर दर्शक आप उन्हें इग्नोर कर सकते हैं।
कैसी है एक्टिंग और निर्देशन: कार्तिक आर्यन की आखिरी दो रिलीज फिल्में दर्शकों के दिलों को पूरी तरह से छूने में कामयाब नहीं दिखी थी लेकिन इस फिल्म के बाद कह सकते हैं कि कार्तिक आर्यन इज बैक। फिल्म में कार्तिक ने दिल जीतने वाला काम किया है और हर इमोशन के साथ कार्तिक इंसाफ करते आए हैं। फिल्म में कार्तिक ने एक्टेंस भी अच्छा पकड़ा है। कार्तिक के अलावा बात कियारा की करें तो कार्तिक संग उनकी कैमिस्ट्री जोरदार दिख रही है। लेकिन फिल्म की खास बात ये है कि ये सिर्फ रोमांस, कॉमेडी से बढ़कर एक मैसेज वाली फिल्म है। कियारा ने जिस तरह से फिल्म्स में सीन्स के मुताबिक शेड्स दिखाए हैं, वो काबिल- ए-तारीफ है। कार्तिक और कियारा के अलावा फिल्म में गजराज राव ने फिर साबित कर दिया है कि आखिर क्यों उन्हें दर्शकों से इतना प्यार मिल रहा है। फिल्म में गजराज का किरदार सुपर कूल डैड का है, जो काफी दिलखुश है। इनके अलावा कार्तिक की मां के किरदार में सुप्रिया पाठक और बहन के रोल में शिखा तसलानिया का भी काम अच्छा रहा है। वहीं इनके अलावा भी बाकी एक्टर्स का काम अच्छा है। एक्टिंग के बाद बात फिल्म के निर्देशन की करें तो समीर विध्वंस का डायरेक्शन बढ़िया है। पूरी फिल्म को उन्होंने अपने हुनर के दम पर बांधे रखा है।
देखें या नहीं: इस फिल्म को बेशक आपको देखना चाहिए, बल्कि ये फिल्म अकेले नहीं, अपने परिवार के साथ देखने जाएं। वहीं इस फिल्म को किसी भी फीमेल दोस्त के साथ आप और ज्यादा एन्जॉय कर पाएंगे और वो कोई भी हो सकती हैं, चाहें बहन, दोस्त या फिर गर्लफ्रेंड या पत्नी। फिल्म सिर्फ एंटरटेनमेंट ही नहीं बल्कि जोरदार मैसेज भी देती हैं। फिल्म ऐसे मुद्दे पर बात करती हैं, जिसके बारे में कम लोग बात करते हैं, लेकिन इसके बारे में बात करना जरूरी है।
