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Raksha Bandhan Review: दिल को छू जाएगी अक्षय कुमार की 'रक्षा बंधन', दहेज पर देती है दमदार मैसेज

फिल्म में बेहद खूबसूरती से भाई- बहन के रिश्ते को दिखाया गया है। जहां प्यार भी है लेकिन नोंकझोंक भी है। फिल्म करीब 110 मिनट की है और कहीं पर भी ऊबाऊ नहीं लगती है। फिल्म को आप अपने परिवार के साथ देख सकत

Avinash Singh Pal हिन्दुस्तान, मुंबईThu, 11 Aug 2022 11:16 AM
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फिल्म: रक्षा बंधन
निर्देशक: आनंद एल राय
स्टार कास्ट: अक्षय कुमार, भूमि पेडनेकर, सादिया खतीब, दीपिका खन्ना, स्मृति श्रीकांत , सहेजमीन कौर और सीमा पहवा

क्या है कहानी: फिल्म रक्षा बंधन लाला केदारनाथ (अक्षय कुमार) की कहानी है, जो पुरानी दिल्ली के चांदनी चौक में रहता है। लाला की गोलगप्पे की पुश्तैनी दुकान है, जो दो-तीन पीढ़ियों से चली आ रही है। लाला की दुकान के आगे प्रेग्नेंट औरतों की लंबी लाइन रहती है, जो ये मानती हैं कि इस दुकान से गोलगप्पे खाने से उनके घर पर बेटा पैदा होगा। लाला ने गुजर चुकी मां से ये वादा किया था कि वो तब ही शादी करेगा जब अपनी चारों बहनों की शादी करवा देगा। लाला की चार बहनों का किरदार सादिया खतीब, दीपिका खन्ना, स्मृति श्रीकांत और सहेजमीन कौर ने निभाया है। वहीं सपना (भूमि पेडनेकर), लाला का बचपन का प्यार है। सपना इस इंतजार में है कि कब लाला की चारों बहनों की शादी हो तो वो लाला संग ब्याह रचा सके। बहनों की शादी करवाने के लिए लाला को क्या कुछ अच्छा- बुरा देखना पड़ता है, यही है फिल्म रक्षा बंधन की स्टोरी।

क्या कुछ है खास: फिल्म की एक सबसे अच्छी बात ये है कि ये सिर्फ आपको रुलाती ही नहीं है बल्कि हंसाती भी है। फिल्म के फर्स्ट हाफ में कई फनी मूमेंट्स हैं, जबकि सेकेंड हाफ में दिल को छू जाने वाले कई सीन्स हैं। फिल्म की स्टोरी लाइन कभी सधी हुई है और बतौर दर्शक आपको बांधे रखती है। फिल्म में दहेज के मुद्दे को काफी बेहतरीन तरीके से दिखाया है कि कहीं असली कहानी उस में न खो जाए। फिल्म में कई बार आपको फ्लैशबैक्स भी देखने को मिलती हैं।

देखें या नहीं: फिल्म में बेहद खूबसूरती से भाई- बहन के रिश्ते को दिखाया गया है। जहां प्यार भी है लेकिन नोंकझोंक भी है। फिल्म करीब 110 मिनट की है और कहीं पर भी ऊबाऊ नहीं लगती है। फिल्म को आप अपने परिवार के साथ देख सकते हैं। आप फिल्म को देखतें हुए हंसेंगे, रोएंगे और घर आते वक्त दहेज जैसे मुद्दे पर जरूर सोचेंगे।

 

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