Mumbai Diaries 2 Review: वीकेंड पर बिंज वॉच करने के लायक है या नहीं 'मुंबई डायरीज' का सीजन 2, पढ़ें रिव्यू
Mumbai Diaries 2 Review: 'मुंबई डायरीज 26/11' का दूसरा सीजन 'मुंबई डायरीज 2' अमेजन प्राइम वीडियो पर स्ट्रीम कर रहा है। इस सीरीज में मोहित रैना और कोंकणा सेन मुख्य भूमिका में हैं।
वेब सीरीज: मुंबई डायरीज 2
कलाकार: मोहित रैना, कोंकणा सेन, टीना देसाई, श्रेया धनवंतरी, मृण्मयी देशपांडे, सत्यजीत दुबे, नताशा भारद्वाज, टीना देसाई, श्रेया धनवंतरी, प्रकाश बेलावाड़ी आदि
निर्देशन: निखिल आडवाणी
ओटीटी: अमेजन प्राइम वीडियो
'मुंबई डायरीज 2'... ओटीटी प्लेटफॉर्म अमेजन प्राइम वीडियो पर 'मुंबई डायरीज 26/11' का दूसरा सीजन आ गया है। पहले सीजन की ही तरह इस सीजन में भी थ्रिल और सस्पेंस का भरपूर डोज है। कहानी भी दमदार है और निर्देशन भी कमाल का है। लेकिन, फिर भी एक कमी है। क्या? उसके बारे में जाने के लिए आपको हमारा रिव्यू पढ़ना पड़ेगा। पढ़िए और तय कीजिए की इस सीरीज के लिए समय निकालना वर्थ है या नहीं?
कुछ ऐसी है वेब सीरीज की कहानी
'मुंबई डायरीज 2' की शुरुआत वहीं से होती है, जहां पहला पार्ट खत्म हुआ था। बॉम्बे जनरल हॉस्पिटल के ट्रॉमा डिपार्टमेंट के हेड डॉ. कौशिक ओबेरॉय (मोहित रैना) पर केस चल रहा होता है। कोर्ट ने डॉक्टर कौशिक को दोषी करार नही दिया है। लेकिन, सबने उन्हें दोषी मान लिया है। खुद डॉक्टर कौशिक ने भी। एक तरफ, डॉ कौशिक ट्रॉमा में रहते हैं। वहीं दूसरी तरफ, हॉस्पिटल के अन्य डॉक्टर्स 26/11 के अटैक बाद चैन की सांस ले रहे होते हैं। सब लोग हमेशा की तरह अपना काम खत्म करके घर जाने को प्लानिंग कर रहे होते हैं। लेकिन, तभी भयानक बारिश शुरू हो जाती है और तबाही मचा देती है। 26/11 के ट्रॉमा से अभी डॉक्टर्स बाहर निकले भी नहीं होते हैं और उनके सामने नई चुनौती आ खड़ी होती है। ऐसे में हॉस्पिटल का स्टाफ कैसे इस स्थिति से दो चार होते हैं, इसे दिखाया जाता है।
कहानी और निर्देशन
पिछले सीजन की ही तरह इस सीजन की भी कहानी काफी दमदार लगी। कहीं भी बोरियत महसूस नहीं हुई। किसी भी एपिसोड में ऐसा नहीं लगा कि जबरदस्ती कहानी की खींचा जा रहा हो। शॉर्ट में कहा जाए तो पूरी सीरीज में सस्पेंस के साथ-साथ थ्रिल का सही मात्रा में तड़का लगाया गया है। इसके लिए लेखक और निर्देशक को पूरे अंक दिए जाने चाहिए।
कोंकणा सेन ने अपने हाथ में ली कमान
जहां पहले सीजन की कहानी डॉ कौशिक ओबेरॉय (मोहित रैना) के इर्द गिर्द घूमती है। वहीं दूसरे सीजन की कहानी डॉ चित्रा दास के इर्द गिर्द बुनी गई है। डॉ चित्रा दास के रूप में कोंकणा सेन ने कमाल का काम किया है। वह हर बार अपनी परफॉर्मेंस के जरिए यह साबित कर देती हैं कि उनके लिए कुछ भी मुश्किल नहीं है। मोहित रैना की बात करें तो पहले सीजन के मुकाबले दूसरे सीजन में उन्हें कम स्क्रीन टाइम दिया गया है। हालांकि, उसमें भी उन्होंने अच्छा काम किया है। वहीं मृण्मयी देशपांडे (सुजाता अजावले), सत्यजीत दुबे (अहान मिर्जा), नताशा भारद्वाज (दिया पारेख), टीना देसाई (अनन्या), श्रेया धनवंतरी (मानसी) और प्रकाश बेलावाड़ी (डॉ सुब्रह्मण्यम) इस सीरीज के सपोर्ट सिस्टम थे। उनके बेहतरीन परफॉर्मेंस के बिना ये सीरीज इतनी सफल नहीं बन पाती।
बस इस चीज की थी कमी
'मुंबई डायरीज 2' देखने के लिए 'मुंबई डायरीज 26/11' देखना जरूरी है। यदि आपने पहला सीजन देखा है तो दूसरे सीजन में आपको डॉ कौशिक ओबेरॉय (मोहित रैना) की कमी खलेगी। आप उनके मैजिक को मिस करेंगे। डॉ कौशिक के साथ-साथ न्यूज रिपोर्टर से एंकर बन चुकी मानसी के भी चार्म को मिस करेंगे।
देखें या नहीं
यदि आपको मेडिकल सस्पेंस थ्रिलर सीरीज देखना पसंद है तो वीकेंड पर इसे बिंज वॉच कर सकते हैं। यदि आपको कोंकणा की एक्टिंग पसंद है तो आप ये सीरीज देख सकते हैं। लेकिन, अगर आप पहले सीजन वाले डॉ कौशिक ओबेरॉय (मोहित रैना) को देखने के लिए ये सीरीज देखना चाहते हैं तो आपके हाथ निराशा लग सकती है।
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