Kaala Paani Review: फैलने लगी अजीबोगरीब बीमारी, फंस गए हजारों लोग; पढ़िए ड्रामा सीरीज काला पानी का रिव्यू
Kaala Paani Web Series Review: नेटफ्लिक्स की वेब सीरीज 'काला पानी' रिलीज हो गई है। इस सीरीज में मोना सिंह, अमेय वाघ और आशुतोष गोवारिकर मुख्य भूमिका में हैं। पढ़िए इस थ्रिलर सीरीज का रिव्यू।

वेब सीरीज- काला पानी
निर्देशक- समीर सक्सेना और अमित गोलानी
कलाकार- मोना सिंह, आशुतोष गोवारिकर, अमेय वाघ, आरूशी शर्मा, राधिका मेहरोत्रा, चिन्मय मंडलेकर और पूर्णिमा इंद्रजीत
ओटीटी- नेटफ्लिक्स
काला पानी...नेटफ्लिक्स की इस वेब सीरीज में कोरोना के बाद फैलने वाली एक नई बीमारी की कहानी दिखाई गई है। दिखाया गया है कि कैसे चंद पैसों के लिए सरकार द्वारा की गई एक गलती की वजह से लाखों लोगों की जान खतरे में पड़ जाती है। इतना ही नहीं, सीरीज में संक्रमण फैलने के बाद देश की तत्कालीन सरकार द्वारा लिए जाने वाले फैसलों पर भी सवाल उठाए गए हैं। यूं तो ये कहानी पूरी तरह काल्पनिक है, लेकिन फिर भी इसमें दिखाए गए सीन्स आपके रोंगटे खड़े कर देने में सक्षम हैं। पढ़ें इस थ्रिलिंग वेब सीरीज का रिव्यू।
कुछ ऐसी है वेब सीरीज की कहानी
अंडमान निकोबार की राजधानी पोर्ट ब्लेयर में 'स्वराज महोत्सव' होने जा रहा है। हजारों की संख्या में लोग पोर्ट ब्लेयर पहुंच गए हैं। तभी डॉक्टर सौदामिनी सिंह (मोना सिंह) के सामने एक केस आता है। बीमार व्यक्ति को हल्का बुखार और सिर दर्द होता है। गर्दन पर ब्लैक रैशेज के निशान भी पड़ना शुरू हो जाते हैं। सौदामिनी जब इसके बारे में पढ़ना शुरू करती है जब उसे पता चलता है कि 1989 में पोर्ट ब्लेयर में एक बीमारी फैली थी, जिससे संक्रमित होने वाले व्यक्तियों के गले पर भी ब्लैक रैशेज होते थे। इसके बारे में और जानकारी हासिल करने के लिए जब सौदामिनी पुराने लोगों से बात करने जाती है तब उसे पता चलता है कि वे सभी मर चुके हैं। सौदामिनी सरकार से बात करती है और 'स्वराज महोत्सव' को रुकवाने की रिक्वेस्ट करती है। लेकिन, सरकार उससे और सबूत मांगती है। ऐसे में जब सौदामिनी और छानबीन करने जाती है तब उसकी मौत हो जाती है। अब क्या होगा? क्या सारे लोग मर जाएंगे? क्या कोई इस बीमारी का इलाज ढूंढ पाएगा? इन सारे सवालों का जवाब जानने के लिए आपको वेब सीरीज में मिलेंगे।
गजब की कास्टिंग
मोना सिंह (डॉ सौदामिनी) का रोल बहुत छोटा है लेकिन, कहानी के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। ये बात मोना सिंह समझती हैं। इसलिए उन्होंने इस छोटे रोल को भी बहुत ही बेहतरीन तरीके से निभाया है। दिलचस्प बात तो ये है कि इस वेब सीरीज में मशहूर निर्देशक आशुतोष गोवारिकर ने भी एक्टिंग की है। वे इस सीरीज में गवर्नर बने हैं। शायद कम ही लोग जानते हैं कि 'लगान' और 'स्वदेश' जैसी फिल्मों का डायरेक्शन करने वाले आशुतोष गोवारिकर एक लाजवाब एक्टर भी हैं। खैर जो नहीं जानते वे इस वेब सीरीज के बाद जानने लगेंगे। आपको 'असुर' वेब सीरीज में रसूल शेख का किरदार निभाने वाले अमेय वाघ याद हैं? उन्होंने भी इस वेब सीरीज में चारचांद लगाए हैं। पुलिस ऑफिसर बन अमेय वाघ ने बढ़िया काम किया है। वहीं सबसे बेहतरीन एक्टिंग विकास कुमार की लगी।
निर्देशन में किया कमाल
ये वेब सीरीज थ्रिल और सस्पेंस का कम्प्लीट पैकेज है। इसका निर्देशन भी कमाल का है और एडिटिंग भी। बैकग्राउंड म्यूजिक का इस्तेमाल भी बहुत बारिकी से किया गया है। हां, ये बात अलग है कि वेब सीरीज के खत्म होने के बाद भी कई सवालों के जवाब नहीं मिल पाते हैं। लेकिन, वेब सीरीज देखते वक्त इस बात की कमी नहीं खल्ती है।
देखें या नहीं?
अगर आप सस्पेंस थ्रिलर वेब सीरीज देखना पसंद करते हैं तो ये वेब सीरीज आपके लिए है। क्योंकि इसमें सस्पेंस, ड्रामा और थ्रिलर कर भरपूर डोज है। हालांकि, अगर आप कोरोना जैसी त्रासदी को दोबारा नहीं देखना चाहते तो इस वेब सीरीज को देखने से आपको बचना चाहिए।
