फोटो गैलरी

Hindi News चुनावRajasthan election 2018: राजस्‍थान में पिछली बार से कम हुई वोटिंग, अब 11 दिसंबर का है इंतजार

Rajasthan election 2018: राजस्‍थान में पिछली बार से कम हुई वोटिंग, अब 11 दिसंबर का है इंतजार

राजस्थान और तेलंगाना (Rajasthan, Telangana) में शुक्रवार को मतदान के साथ पांच राज्यों में चुनाव शांतिपूर्ण ढंग से पूरा हो गया। एग्जिट पोल को लेकर तमाम कयासों के बीच अब सबको इंतजार 11 दिसंबर...

Rajasthan election 2018: राजस्‍थान में पिछली बार से कम हुई वोटिंग, अब 11 दिसंबर का है इंतजार
लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीMon, 10 Dec 2018 04:44 PM
ऐप पर पढ़ें

राजस्थान और तेलंगाना (Rajasthan, Telangana) में शुक्रवार को मतदान के साथ पांच राज्यों में चुनाव शांतिपूर्ण ढंग से पूरा हो गया। एग्जिट पोल को लेकर तमाम कयासों के बीच अब सबको इंतजार 11 दिसंबर (Rajasthan election result) का है, जब ईवीएम खुलेंगी।

राजस्थान विधानसभा चुनाव में मतदान भले ही पिछली बार से करीब एक फीसदी कम रहा हो, लेकिन राज्य के कुछ इलाकों में वोटिंग का रिकॉर्ड बना। जैसलमेर जिले के पोखरण में रिकॉर्ड 87.03 फीसदी मतदान हुआ। वहीं पाली के सुमेरपुर में सबसे कम 59.97 फीसदी मतदान हुआ। श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ में भी बेहतर मतदान हुआ। 

ये भी पढ़ें: Exit Polls 2018: तीन राज्यों में भाजपा पर भारी पड़ सकती है कांग्रेस

विश्लेषकों के मुताबिक, राज्य की 200 सीटों में भाजपा और कांग्रेस के बीच 130 सीटों पर सीधी लड़ाई है, जबकि बाकी 69 सीटों पर त्रिकोणीय या चतुष्कोणीय मुकाबला हो गया है। वर्ष 2013 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 163 सीटें जीती थीं, जबकि कांग्रेस 21 पर सिमट गई थी। राज्य में 51 हजार 687 में से 13,382 मतदान केंद्र संवेदनशील श्रेणी में हैं। राज्य में सीआरपीएफ सहित 1.44 लाख सुरक्षा कर्मियों को चुनावी ड्यूटी पर तैनात किया गया है।

ये भी पढ़ें: Exit Polls 2018: अनुमानों से ज्यादा है BJP की उम्मीदें

कई महिला मतदान केंद्रों पर थीं सभी कर्मचारी महिलाएं : निर्वाचन विभाग ने राजस्थान में पहली बार महिला मतदान केंद्रों की अनोखी पहल की है। इन मतदान केंद्रों पर सभी कर्मचारी व सुरक्षाकमी महिलाएं थीं। जयपुर जिले में ऐसे 50 महिला केंद्र बनाए गए थे। पूरे राज्य में ऐसे 259 महिला मतदान केंद्र हैं। गांधी नगर में तैनात पीठासीन अधिकारी चंद्रिका वर्डे ने कहा कि अच्छा होता कि यदि ईवीएम को लाने और वापस जमा कराने के लिये कोई पुरूष सहयोगी मिल गया होता।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें