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Assembly Election 2018: इलेक्शन कैंपेन के लिए बीजेपी में मोदी की रैलियों की बढ़ी मांग, कर सकते हैं 25 सभाएं

पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में भाजपा में प्रधानमंत्री मोदी की रैलियों की मांग बढ़ने लगी है। उनके द्वारा पच्चीस सभाएं किए जाने की संभावना है। हालांकि पार्टी इसे मिनी लोकसभा चुनाव मानकर नहीं चल रही...

Assembly Election 2018: इलेक्शन कैंपेन के लिए बीजेपी में मोदी की रैलियों की बढ़ी मांग, कर सकते हैं 25 सभाएं
विशेष संवाददाता, नई दिल्लीSun, 18 Nov 2018 09:45 AM
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पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में भाजपा में प्रधानमंत्री मोदी की रैलियों की मांग बढ़ने लगी है। उनके द्वारा पच्चीस सभाएं किए जाने की संभावना है। हालांकि पार्टी इसे मिनी लोकसभा चुनाव मानकर नहीं चल रही है। प्रधानमंत्री अभी तक छत्तीसगढ़ में दो और मध्य प्रदेश में दो जनसभाएं कर चुके हैं। प्रधानमंत्री के अलावा भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, गृह मंत्री राजनाथ सिंह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, स्मृति इरानी, उमा भारती इन चुनावों में स्टार प्रचारक हैं, जिनकी मांग काफी ज्यादा है। भाजपा के प्रचार अभियान की कमान पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने संभाली हुई है, जो चुनाव घोषित होने के बाद से सभी पांचों राज्यों में दर्जनों सभाएं कर चुके हैं। 

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सत्तारूढ़ राज्यों मध्य प्रदेश, राजस्थान व छत्तीसगढ़ में वहां के मुख्यमंत्री स्टार प्रचारक बने हुए हैं, लेकिन माहौल को गरमाने के लिए पार्टी का दारोमदार मोदी पर ही है। भाजपा के अधिकांश उम्मीदवार चाहते हैं कि उनके यहां पर प्रधानमंत्री सभा करें। अभी तक मोदी की मध्य प्रदेश में पांच दिनों में दस सभाएं तय की गई हैं। इनमें एक-दो की संख्या बढ़ सकती है। राजस्थान में भी आठ रैली होने की संभावना है। छत्तीसगढ़ में मोदी दो सभाएं कर चुके हैं। वहां पर तीन रैलियां और होने की संभावना है। इसी तरह से तेलंगाना व मिजोरम के कार्यक्रम तय हो रहे हैं। 

सूत्रों के अनुसार, इन राज्यों का माहौल देखकर बड़े नेताओं की सभाएं तय की जा रही है। भाजपा इनको मिनी लोकसभा चुनाव नहीं बनाना चाहती है। पार्टी के एक प्रमुख नेता ने कहा कि राज्यों के चुनाव को भाजपा राज्यों के हिसाब से ही लड़ रही है और केंद्रीय प्रचारक उसी हिसाब से सभाएं, रैली व रोड शो करेंगे। भाजपा नहीं चाहती है कि बाद में यह गणना की जाए कि कौन बड़ा नेता कहां गया और क्या नतीजा निकला। 

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