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खौफनाक खुलासा ! 90 लाख के कर्ज में डूबे व्यवसायी ने परिवार को खत्म करने के लिए उठाया ये कदम

मध्यप्रदेश के सागर जिले में 90 लाख रुपए के कर्ज में डूबे एक व्यवसायी ने अपने परिवार को कंट्रैक्ट किलर से जिस तरह से हत्या कराई और फिर खुद को गोली से उ़डा लिया उससे लोग हैरान हैं। पुलिस ने मामले की...

खौफनाक खुलासा ! 90 लाख के कर्ज में डूबे व्यवसायी ने परिवार को खत्म करने के लिए उठाया ये कदम
हिन्दुस्तान टीम,नई दिल्लीThu, 01 Aug 2019 05:19 PM
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मध्यप्रदेश के सागर जिले में 90 लाख रुपए के कर्ज में डूबे एक व्यवसायी ने अपने परिवार को कंट्रैक्ट किलर से जिस तरह से हत्या कराई और फिर खुद को गोली से उ़डा लिया उससे लोग हैरान हैं। पुलिस ने मामले की तहकीकात कर घटना के करीब 15 दिन बाद कार में मिले दो शवों के बारे में सनसनीखेज खुलासा किया है।


पुलिस ने बताया कि 17 जुलाई को सीमेंट कारोबारी ब्रजेश चौरसिया और उसकी 16 वर्षीय बेटी महिमा का शव एक कार में मिला था। कार में चौरसिया की पत्नी 43 वर्षीय राधा भी अचेत मिली लेकिन उसके शरीर में कोई भी चोंट का निशान नहीं था।


पुलिस ने आगे जांच बढ़ाई तो व्यवसायी के घरवालों ने हिन्दी में लिखा एक पत्र पुलिस को दिया जिसमें चौरसिया ने लिखा था, 'मैं छोड़कर जा रहा हूं, क्योंकि मेरे पास बैंकों का 80-90 लाख रुपए का कर्ज है।' पुलिस ने बताया कि हत्यारे रंजन राय को गिरफ्तार कर लिया गया है। रंजन पश्चिम बंगाल का रहने वाला और अभी बिहार में रहता था। चौरसिया ने आरोपी रंजन राय को अपनी बेटी महिमा और पत्नी राधा का कत्ल करने के लिए 90 हजार रुपए की सुपारी दी थी। 


पुलिस ने बताया कि 17 जुलाई को पैट्रोलिंग के दौरान एक सेंट्रो कार आरटीओ ऑफिस के पास रात करीब 1:45 बजे पुलिस टीम को दिखी थी। इस कार में व्यवसायी और उसकी बेटी का शव था जिन्हें गोली मारी गई थी लेकिन कार में कोई हथियार नहीं मिला।

सागर के एसपी अमित संघी ने मीडिया को बताया कि व्यवसायी ने ही दोनों को बेहोशी की अवस्था में कार में छोड़कर दूर चला गया था जिससे कि कंटैक्ट किलर उनकी हत्या कर सके। पुलिस ने हत्यारोपी को गिरफ्तार कर पूछताछ की तो पता चला कि उसने बेटी महिमा को गोली मारी थी और राधा को भी मारने वाला था तभी उसकी तरफ कुछ लोग आ रहे लोगों को देखकर वह भाग गया था। इसके बाद वह व्यवसायी चौरसिया के पास पहुंचा और बताया कि उसने अपना काम कर दिया है लिहाला जो रकम देने की बात कही गई थी उसे दे दी जाए। इस पर व्यापारी ने उसे 90000 रुपए दे दिए। थोड़ी ही देर में व्यापारी राजेश चौरसिया कार के पास पहुंचा और देखा कि दोनों मां-बेटी की मौत हो चुकी है तो उसने खुद को भी गोली मार ली।


इधर हत्यारोपी रंजन राय एक बार फिर कार के पास आया। उसने देखा कि मालिक भी खुद को गोली मार चुका है तो उसने  कार में पड़ा असलहा लिया और मौके से  फरार हो गया। पुलिस ने जब मामले में साइबर सेल की मदद ली तो पता चला कि हत्यारोपी लगातार व्यवसायी के संपर्क में था और घटना के बाद से फरार है।

पुलिस ने  आरोपी से पूछताछ में खुलासा किया उसी ने दो हथियार बिहार से खरीदे थे। एक खुद के लिए और एक व्यवसायी चौरसिया के लिए। दोनों के लिए चौरसिया ने ही अपने  बैंक से पैसे निकालकर दिए थे। पुलिस ने  फोरेंसिक साइंस की मदद से यह भी पता लगा लिया चौरसिया और उसकी बेटी को दो अलग-अलग हथियारों को गोली मारी गई थी। जिसमें एक हथियार चौरसिया ने खुद चलाया था। 

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