राजधानी दिल्ली के दक्षिण-पश्चिमी जिला पुलिस की साइबर थाना टीम ने राजस्थान के सीकर से एक स्कूल संचालक को गिरफ्तार किया है। स्कूल संचालक ने ऑनलाइन निवेश के नाम पर महिला से 29 लाख रुपये की ठगी को अंजाम दिया था।
नोएडा के एक निजी अस्पताल के पूर्व कर्मचारी ने फर्जी मेल के जरिए दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) से करीब 75 लाख रुपये अपने पर्सनल खाते में ट्रांसफर करा लिए। जब कंपनी को समय पर भुगतान नहीं मिला तो जालसाजी का खुलासा हुआ।
अमित सिंह ने बताया कि उसने नौकरी तलाशने वाली बेवसाइट पर अपनी आईडी बनाई हुई है। बिहार पुलिस में सिपाही के लिए भी आवेदन किया था। लेकिन लिखित परीक्षा पास नहीं की। बीते सप्ताह उसे एक कॉल आया। खुद को जॉब कंसल्टेंट बताया। अपना एक बेवसाइट का नाम भी बताया, जो बिहार पुलिस से मिलता जुलता नाम से बना था।
ग्रेटर नोएडा के सेक्टर ईकोटेक-1 कोतवाली पुलिस ने बाइक चोरी करने वाले दो बदमाशों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों से चोरी की सात बाइक बरामद हुई हैं। ये बदमाश चोरी की बाइक को बेचने के लिए इंस्टाग्राम पर उसका फोटो लगाते थे।
भारत-पाकिस्तान में जारी तनाव के बीच साइबर अपराधियों ने देश के अंदर भी अपनी हरकतें शुरू कर दी हैं। इंदौर के होलकर स्टेडियम को बम से उड़ाने की धमकी वाला ईमेल मिलने के बाद अब इंदौर के ही बॉम्बे अस्पताल को बम से उड़ाने की धमकी दी गई है।
मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में दो महिलाओं के बीच कॉल रिकॉर्डिंग को सोशल मीडिया पर शेयर करने के मामले में भाजपा के एक पार्षद और दो अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। मुख्य आरोपी विनोद मालवी छिंदवाड़ा जिले की परासिया नगर पालिका के भाजपा पार्षद हैं।
गुरुग्राम में 31 लाख रुपये की ठगी के एक मामले में जांच करते हुए साइबर थाना पूर्व पुलिस ने एक निजी बैंक के ब्रांच मैनेजर सहित दो आरोपियों को गुरुवार को सिरसा से गिरफ्तार किया है।
ऑनलाइन शेयर ट्रेडिंग के नाम पर बांग्लादेशी ऐप के जरिये 14 राज्यों में करोड़ों रुपये की ठगी का खुलासा हुआ है। गाजियाबाद की साइबर थाना पुलिस ने इस मामले में एक जालसाज को गिरफ्तार किया है। आरोपी अपने साथियों के साथ मिलकर विदेशी ठगों को बैंक खाते मुहैया कराता था।
नोएडा में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के रिटायर्ड अधिकारी और उनकी पत्नी को 15 दिन तक डिजिटल अरेस्ट रख 3 करोड़ रुपये ठगने का मामला सामने आया है। जालसाजों ने बुजुर्ग दंपती को सीबीआई का डर दिखाकर झांसे में लिया था।
साइबर ठग ठगी के नित नए तरीके अपना रहे हैं। नोएडा में साइबर ठगों ने निवेश पर ज्यादा मुनाफे का लालच देकर एक शख्स से 1.15 करोड़ रुपये ठग लिए। जानें ठगों ने पीड़ित को कैसे बनाया शिकार…
देशभर में 12 हजार से अधिक गाड़ियों की फर्जी इंश्योरेंस पॉलिसी जारी करने वाले गैंग का खुलासा हुआ है। गाजियाबाद की साइबर थाना पुलिस ने गैंग से जुड़े चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है, इनमें इंश्योरेंस कंपनी का एक एजेंट भी शामिल है।
गाजियाबाद में निजी बीमा कंपनी के दो एजेंटों ने प्रीमियम की रकम हड़पने के लिए 986 वाहनों की फर्जी बीमा पॉलिसी जारी कर दी। कॉमर्शियल गाड़ियों और फोर व्हीलर्स को टू व्हीलर्स में दर्शाकर फर्जीवाड़े को अंजाम दिया गया।
साइबर ठगी पर अंकुश लगाने के लिए नोएडा पुलिस ने विशेष अभियान चलाया है। इसी कड़ी में पुलिस ने बीते 14 महीने में साइबर ठगी में इस्तेमाल 12,740 मोबाइल नंबरों को चिह्नित कर बंद करा दिया। इसके अलावा साइबर ठगी की घटनाओं में शामिल 553 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया।
गाजियाबाद में 12वीं क्लास की छात्रा के साथ उसके ट्यूशन टीचर ने डेढ़ साल पहले छेड़छाड़ और अश्लील हरकत की थी। छात्रा ने उस समय किसी को कुछ नहीं बताया। अब आरोपी ट्यूशन टीचर ने छात्रा का आपत्तिजनक फोटो अपने सोशल मीडिया स्टेटस पर लगाया तो परिजनों को घटना का पता चला।
एसटीएफ की नोएडा यूनिट को चीनी नागरिकों की मदद से लोगों को डिजिटल अरेस्ट कर ठगने वाले गिरोह के बारे में अहम जानकारी मिली है। जांच में सामने आया है कि हर्षवर्धन और रोहन ने अपने साथी रॉकी समेत अन्य के साथ मिलकर 500 से अधिक लोगों के साथ अब तक सवा दो अरब से अधिक रुपये की ठगी की है।
गुजरात के एक व्यक्ति ने पत्नी के तलाक मांगने पर उसकी निजी तस्वीरें और वीडियो लीक कर दिए
बीसीसीआई के जोन 21 के लिए खेलने वाले क्रिकेटर यश भारद्वाज के खिलाफ पालम थाना पुलिस ने 29 जनवरी को केस दर्ज किया है। यश और उसके परिजनों पर अरुणाचल प्रदेश से क्रिकेटर का फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनवाने का आरोप है। पुलिस ने संबंधित धारा में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
विजिलेंस की जांच में दक्षिण-पश्चिम जिले की साइबर सेल में दिल्ली पुलिस कर्मियों की ओर से वर्ष 2022 में की गई गड़बड़ी की पुष्टि हुई है। आरोपी पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई के लिए विजिलेंस टीम की ओर से जांच रिपोर्ट वरिष्ठ अधिकारियों को सौंपी गई है।
चाइनीज ऐप के जरिये लोन देकर लोगों से रिकवरी के नाम पर अवैध वसूली करने वाले 15 जालसाजों को गुरुग्राम पुलिस ने गिरफ्तार किया है। रिकवरी करने के लिए नोएडा के सेक्टर-दो में फर्जी कॉल सेंटर चलाया जा रहा था, जहां से गुरुग्राम पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार किया।
गाजियाबाद की साइबर थाना पुलिस ने बैंक के ड्रॉप बॉक्स से चेक निकालने के बाद उसमें नाम बदलकर रकम अपने खातों में ट्रांसफर कराने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। यह आरोपी अब तक कई राज्यों के लोगों से करोड़ों की ठगी कर चुके हैं।