आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के दूसरे संस्करण का खिताबी मुकाबला भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच लंदन के द ओवल मैदान पर 7 जून से खेला जाना हैै। इस संस्करण की शुरुआत भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के साथ हुई थी, जो 2021 में खेली गई थी। इस संस्करण में कुल 27 टेस्ट सीरीज में 69 टेस्ट मैच खेले गए। सभी टीमों ने छह टेस्ट सीरीज खेलीं, जिसमें तीन होम टेस्ट सीरीज थीं, जबकि तीन उन्हें विदेशी जमीनों पर खेलनी पड़ी। न्यूजीलैंड वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का डिफेंडिंग चैंपियन है। भारतीय टीम लगातार दो वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंची है।और पढ़ें
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का अगला संस्करण कहां खेला जाएगा?
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का आयोजन किसी एक वेन्यू या देश तक सीमित नहीं रहता है। यह दो साल लंबा चलने वाला टूर्नामेंट है और इसमें हिस्सा लेने वाली टीमें अपने होम ग्राउंड पर और विरोधी टीम के होम ग्राउंड पर मैच खेलती हैं। न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया, पाकिस्तान, श्रीलंका, भारत, वेस्टइंडीज, दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड और बांग्लादेश सभी टेस्ट सीरीज होस्ट करेंगे, जो वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का हिस्सा होंगी।
क्या भारत ने कोई वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप जीती है?
नहीं, भारत ने अभी तक कोई वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप खिताब नहीं जीता है। 2021 में भारत फाइनल में पहुंचा था, लेकिन खिताबी मुकाबले में उसे न्यूजीलैंड के खिलाफ हार झेलनी पड़ी थी। भारत के पास इस बार मौका होगा कि वह वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का खिताब जीत ले, फाइनल में उसका मुकाबला ऑस्ट्रेलिया से होना है।
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल कब खेला जाना है?
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2021-23 संस्करण का फाइनल मैच 7 जून से 11 जून के बीच लंदन के द ओवल मैदान पर खेला जाना है।
भारत कैसे वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के लिए क्वॉलिफाई कर सकता है?
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के लिए टेस्ट रैंकिंग की टॉप-8 टीमें क्वॉलिफाई करती हैं। भारत इस बार फाइनल में पहुंचा है, तो ऐसे में वह अगले वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप संस्करण के लिए पहले ही क्वॉलिफाई कर चुका है।
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फॉर्मेट क्या है?
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में हिस्सा लेने वाली हर टीम को छह टेस्ट सीरीज खेलनी होती है, तीन अपने देश में और तीन विदेशी धरती पर। जिसके बाद टॉप-2 टीमों के बीच खिताबी मुकाबला होता है।