साल 2020 में कोरोना नाम की महामारी ने विश्वभर में जमकर तबाही मचाई और अभी भी इसका प्रकोप जारी है। क्रिकेट भी कोविड 19 से अछूता नहीं रहा और इसके चलते इस खेल के नियमों में कई तरह के बदलाव देखने को मिले। कोरोना के चलते लगभग तीन महीने तक कोई भी क्रिकेट मैच नहीं खेला जा सका और टी20 विश्व कप जैसे बड़े टूर्नामेंट को भी इस साल स्थगित करना पड़ा। आमतौर पर मार्च में होने वाला आईपीएल इस बार इस महामारी के चलते सिंतबर में बिना दर्शकों के खेला गया। आइए एक नजर डालते हैं कि कोरोना वायरस के चलते क्रिकेट के नियमों में साल 2020 मे क्या-क्या बदलाव हुए..
गेंद पर लार लगाना हुआ बैन
कोरोना वायरस के चलते बदले गए नियमों के मुताबिक गेंदबाजों को गेंद पर लार के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया गया। आईसीसी के नियमों के अनुसार, गेंदबाज समेत टीम के सभी खिलाड़ी गेंद को चमकाने के लिए उस पर लार का उपयोग नहीं कर सकते हैं। यदि मैदान पर किसी टीम का खिलाड़ी ऐसे करता हुआ देखा जाता है, तो उसको दो बार चेतावनी दी जाएगी और फिर भी नहीं मानने पर पांच रन की पेनल्टी लगाई जाएगी और बैटिंग टीम को 5 रन अतिरिक्त रन के तौर पर दिए जाएंगे।
सेलिब्रेशन पर लगी रोक
विकेट लेने के बाद या मैच जीतने के बाद आपस में गले मिलकर या हाथ मिलाकर जीत का जश्न मनाने पर भी कोरोना के चलते बैन लगा दिया गया है। इसके साथ ही, टॉस के समय कप्तानों के बीच होने वाले हैंड शेक पर भी प्रतिबंध लगा दिया है। विकेट चटकाने के बाद टीम के खिलाड़ी एक दूसरे से मुट्ठी मिलाकर अब सेलिब्रेट करते हैं। इसी तरह मैच खत्म होने के बाद भी खिलाड़ी एक दूसरे से अब हाथ नहीं मिला सकते हैं।
बायो बबल और क्वारंटाइन हुआ अनिवार्य
कोविड 19 के चलते साल 2020 में क्रिकेट बायो बबल एंवॉयरमेंट के अंदर खेला गया। बायो बबल के अनुसार, खिलाड़ियों को होटल से स्टेडियम और स्टेडियम से होटल जाने की अनुमति थी। यानी सीरीज या टूर्नामेंट के दौरान टीम का कोई भी खिलाड़ी या सदस्य इस बायो बबल माहौल के बाहर नहीं जा सकता है और अगर वह ऐसे करता है तो उसके खिलाफ टीम सख्त एक्शन लेगी। इसके अलावा, एक देश से दूसरे देश जाकर सीरीज खेलने से पहले खिलाड़ियों को 14 दिन का क्वारंटाइन पीरियड भी पूरा करना अनिवार्य किया गया और इस दौरान कई दफा खिलाड़ियों का कोरोना टेस्ट भी गुजरना होता है।
कोविड 19 सब्स्टीट्यूट
कोरोना वायरस के चलते कनकशन सब्स्टीट्यूट की तरह ही कोविड 19 सब्स्टीट्यूट के नियम को भी जोड़ा गया, जिसके अनुसार, अगर किसी खिलाड़ी के अंदर मैच के दौरान कोरोना के लक्षण पाए जाते हैं तो टीम का दूसरा प्लेयर उसको रिप्लेस कर सकता है। अगर लक्षण बल्लेबाज में पाए जाते हैं, तो उसकी जगह बल्लेबाज ही मैदान पर उतरेगा और अगर कोई गेंदबाज इस वायरल की चपेट में आता है तो कोविड 19 सब्स्टीट्यूट के तौर पर गेंदबाज ही मैदान पर आएगा।
दर्शकों की एंट्री पर रहा प्रतिबंध
कोरोना वायरस के चलते क्रिकेट में वो हुआ जो शायद ही किसी ने कभी सोचा होगा। इस खेल की सबसे बड़ी ताकत माने जाने वाले फैन्स को कोरोना वायरस के चलते स्टेडियम में जाने पर रोक लगा दी गई। साल 2020 में लगभग 6 महीने क्रिकेट मैच खाली मैदानों में खेले गए। भारत की सबसे मशहूर टी20 लीग आईपीएल भी इस साल बिना दर्शकों के यूएई में खेला गया।