ओवल में शार्दुल ठाकुर ने लगाई तीसरी फिफ्टी, सर डॉन ब्रैडमैन के रिकॉर्ड की बराबरी की
शार्दुल ठाकुर ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में अर्धशतक जड़ दिया है, जोकि ओवल में उनकी तीसरी फिफ्टी है। उन्होंने रिकॉर्ड बुक में अपना नाम दर्ज करवा लिया है।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जारी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में शार्दुल ठाकुर ने गेंदबाजी के बाद बल्लेबाजी में भी दमदार प्रदर्शन करके दिखाया है। ऑस्ट्रेलिया की पारी में डेविड वॉर्नर और स्टीव स्मिथ का विकेट चटकाने के बाद शार्दुल ठाकुर ने अपने टेस्ट करियर का चौथा अर्धशतक लगाकर भारत को एक सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाने में मदद की। मैच के तीसरे दिन की शुरुआत में ही भारत ने केएस भरत का विकेट गंवा दिया था। उसके बाद क्रीज पर उतरे शार्दुल को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा था। क्योंकि कुछ गेंदें उनके शरीर पर लगी थी, जिससे वह काफी दर्द में दिखे।
अजिंक्य रहाणे और शार्दुल ठाकुर के बीच सातवें विकेट के लिए 109 रन की साझेदारी हुई। रहाणे ने 18 महीने बाद वापसी पर अर्धशतक लगाया। वहीं रहाणे के 89 रन के निजी स्कोर पर आउट होने के बाद शार्दुल ने कमान संभाली और अपना अर्धशतक पूरा किया। इसी के साथ उन्होंने रिकॉर्ड बुक में भी अपना नाम दर्ज करवा लिया है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उन्होंने 51 रन की पारी खेली, इसके साथ ही ओवल में उन्होंने लगातार तीसरी बार फिफ्टी प्लस स्कोर बनाया और सर डोनाल्ड ब्रैडमैन और एलन बॉर्डर की खास लिस्ट में शामिल हो गए हैं।
दरअसल सर डोनाल्ड ब्रैडमैन, एलन बॉर्डर के बाद शार्दुल ठाकुर तीसरे खिलाड़ी बन गए हैं, जिन्होंने द ओवल में बतौर मेहमान बल्लेबाज तीन बार फिफ्टी प्लस स्कोर बनाए हो।
स्टीव वॉ ने भी अश्विन को बाहर करने के फैसले को बताया गलत, बोले- 4 साल पहले ऑस्ट्रेलिया ने भी यही गलती की थी
टेस्ट में मेहमान बल्लेबाजों द्वारा ओवल में लगातार तीन अर्धशतक
3 - सर डॉन ब्रैडमैन (1930-1934)
3 - एलन बॉर्डर (1985-1989)
3 - शार्दुल ठाकुर (2021-2023)
मैच की बात करें तो अनुभवी बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे (89) और शार्दुल ठाकुर (51) के जुझारू अर्द्धशतकों की बदौलत भारत ने वश्वि टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल की पहली पारी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शुक्रवार को 296 रन बनाए। ऑस्ट्रेलिया ने भले ही पहली पारी में 173 रन की बढ़त हासिल की, लेकिन रहाणे और शार्दुल के संघर्ष ने भारत को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाने का काम किया। दोनों ने सातवें विकेट के लिये 109 रन जोडे़ जो इंग्लैंड में सातवें विकेट के लिये भारत की छठी शतकीय साझेदारी है।