IND vs NZ 1st ODI: क्या हार्दिक पांड्या के साथ हुई बेईमानी? विवादित बोल्ड पर वसीम जाफर ने दिए ये तीन सबूत
Wasim Jaffer on Hardik Pandya's Out: हार्दिक पांड्या को हैदराबाद वनडे में बोल्ड दिए जाने पर कंट्रोवर्सी खड़ी हो गई है। कहा जा रहा है कि हार्दिक को आउट करार देने का फैसला पूरी तरह गलत था।

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भारतीय टीम के स्टार ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या बुधवार को न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले वनडे में बोल्ड थे या नहीं, इसपर विवाद खड़ा हो गया है। क्रिकेट फैंस और कई पूर्व भारतीय खिलाड़ियों का मानना है कि हार्दिक को आउट करार देने का फैसला गलत था। इस लिस्ट में भारत के पूर्व बल्लेबाज वसीम जाफर का नाम भी जुड़ गया है। जाफर ने तो हार्दिक के नॉट-आउट होने को लेकर तीन सबूत तक डाले हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय खिलाड़ी के साथ बेईमानी की गई है।
बता दें कि हार्दिक ने हैदराबाद के राजीव गांधी इंटरनेशनल स्टेडियम में 38 गेंदों में 3 चौकों की मदद से 28 रन बनाए, जिसके बाद उन्हें डेरिल मिचेल द्वारा डाले गए 40वें ओवर में बोल्ड दे दिया गया। हार्दिक को ओवर की चौथी गेंद ऑफ स्टंप लाइन पर मिली और उन्होंने कट करने का प्रयास किया पर बल्ले से कोई संपर्क नहीं हुआ। गेंद विकेटकीपर टॉम लाथम के दस्तानों में समा गई लेकिन तभी गिल्लियां गिर गईं। हालांकि, रीप्ले में दिखा कि गेंद स्टंप से नहीं लगी।
थर्ड अंपायर ने गिल्लियां गिरने के ज्यादा एंगल चेक नहीं किए और हार्दिक को पवेलियन लौटना पड़ा। जाफर ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर तीन प्वाइंट्स का जिक्र किया है, जो बताते हैं कि हार्दिक बोल्ड नहीं थे। जाफर ने लिखा, '1. गेंद और गिल्लियों के बीच गैप साफ तौर पर देखा जा सकता है। 2. गेंद दस्तानों के अंदर है लेकिन गिल्लियां में लाइट नहीं जली। 3. गिल्लियों में दस्तानों से टच होने के बाद लाइट जली।'
गौरतलब है कि जाफर के अलावा पूर्व भारतीय क्रिकेटर मोहम्मद कैफ और महेश मांजरेकर ने भी हार्दिक को बोल्ड दिए जाने के फैसले से असहमति जताई। कैफ और मांजरेकर कमेंट्री पैनल का हिस्सा हैं। कैफ ने कहा कि यह बिलकुल गलत फैसला था। मांजरेकर ने कहा कि निर्णय को लेकर जल्दबाजी नहीं दिखाई जानी चाहिए थी।