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श्रेयस अय्यर ने बताया कि जब अच्छे प्रदर्शन के बावजूद वो टीम में नहीं चुने गए थे, तो वो चिड़चिड़े और गुस्सैल हो गए थे

टीम इंडिया के मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज श्रेयस अय्यर ने लिमिटेड ओवर क्रिकेट में अपनी जगह काफी मजबूत कर ली है। लंबे समय से टीम इंडिया के नंबर-4 बल्लेबाज की मुश्किल को भी अय्यर ने अब दूर कर दिया है। टीम...

श्रेयस अय्यर ने बताया कि जब अच्छे प्रदर्शन के बावजूद वो टीम में नहीं चुने गए थे, तो वो चिड़चिड़े और गुस्सैल हो गए थे
लाइव हिन्दुस्तान टीम ,नई दिल्लीSun, 05 Apr 2020 04:09 PM
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टीम इंडिया के मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज श्रेयस अय्यर ने लिमिटेड ओवर क्रिकेट में अपनी जगह काफी मजबूत कर ली है। लंबे समय से टीम इंडिया के नंबर-4 बल्लेबाज की मुश्किल को भी अय्यर ने अब दूर कर दिया है। टीम इंडिया में अपनी जगह मजबूत करना अय्यर के लिए हालांकि आसान नहीं रहा। अय्यर ने एक इंटरव्यू में बताया कि किस तरह टीम में नहीं चुने जाने पर वो चिड़चिड़े और गुस्सैल हो गए थे। अय्यर ने कहा कि घरेलू मैचों में शानदार प्रदर्शन के बावजूद उन्हें टीम इंडिया में जगह नहीं मिल पा रही थी।

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अय्यर ने वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट में 2017 में डेब्यू कर लिया था, लेकिन बावजूद इसके वो 2019 वर्ल्ड कप के लिए टीम में नहीं चुने गए थे। ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज में अय्यर अपनी खेल के दम पर टीम इंडिया की नंबर-4 बल्लेबाज की सबसे बड़ी परेशानी को दूर कर दिया। क्रिकबज के स्पाइसी पिच शो के एक एपिसोड में अय्यर ने टीम में नहीं चुने जाने पर होने वाली फ्रस्ट्रेशन की भी बात की। उन्होंने कहा, 'मैंने अपने दूसरे घरेलू सीजन में 1300 रन बनाए और टीम में नहीं चुना गया, मुझे उम्मीद थी कि मेरा सिलेक्शन हो जाएगा। बाकी खिलाड़ी टीम में चुने जा रहे थे और मुझसे आगे निकल रहे थे, उनका प्रदर्शन भी मेरे जितना अच्छा नहीं था।'

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'चयनकर्ताओं ने बताया क्यों टीम में नहीं चुना गया'

उन्होंने आगे कहा, 'मुझे लगा कि मुझे चयनकर्ताओं से जाकर पूछना चाहिए कि मेरे अंदर क्या कमी है। मैं गया और मैंने पूछा, उन्होंने मुझसे कहा, 'तुम अग्रेसिव खिलाड़ी हो, बड़े लेवल पर अगर कोई तुमको अच्छी गेंदबाजी करेगा, तो तुम क्रीज पर टिक नहीं सकोगे।' तो मैंने सोचा अब मैं वैसे खेलता हूं, जैसा चयनकर्चा चाहते हैं। मैंने सोचा देखता हूं कि इससे क्या मदद मिलती है। फिर मुझे समझ में आया कि विकेट पर टिकना कितना जरूरी है। जितना टिकता गया उतना कंसिस्टंट होता गया।'

'चिड़चिड़ा और गुस्सैल हो गया था'

अय्यर से जब पूछा गया कि टीम में नहीं चुने जाने पर उन्हें कैसा महसूस हुआ था, तो उन्होंने कहा, 'मैं बहुत गुस्से में था और चिड़चिड़ हो गया था। हमेशा मैं इस बात पर चिड़चिड़ करता रहता था कि मैं टीम इंडिया में नहीं चुना गया। फिर मुझे समझ आया कि इस बारे में ज्यादा सोचने का फायदा नहीं। मैं अपनी बल्लेबाजी और जिंदगी को एन्जॉय कर रहा था। जब आप खुश होते हो तो आप रन बनाते हो। मैं फिर अपना काम करने लगा, जो रन स्कोर करना था। मुझे पता था कि एक दिन मैं चुन लिया जाऊंगा।' अय्यर ने इसके बाद टीम इंडिया की कैप मिलने की बात करते हुए कहा, 'जब मुझे कैप मिला, मुझे लगा ठीक है, नॉर्मल, इतना कुछ महसूस नहीं हुआ मुझे।'
 

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