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ENGvPAK: टेस्ट क्रिकेट से संन्यास से वहाब रियाज का यू-टर्न, बोले- जरूरत पड़ने पर रहूंगा उपलब्ध

पाकिस्तान के तेज गेंदबाज वहाब रियाज ने कहा है कि अगर उन्हें टेस्ट क्रिकेट में दोबारा खेलने का मौका मिलता है तो वो निश्चित रूप से इसके लिए हां कहेंगे, क्योंकि पाकिस्तान के लिए खेलना ही उनकी पहली...

ENGvPAK: टेस्ट क्रिकेट से संन्यास से वहाब रियाज का यू-टर्न, बोले- जरूरत पड़ने पर रहूंगा उपलब्ध
एजेंसी,इस्लामाबाद Tue, 16 Jun 2020 01:49 AM
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पाकिस्तान के तेज गेंदबाज वहाब रियाज ने कहा है कि अगर उन्हें टेस्ट क्रिकेट में दोबारा खेलने का मौका मिलता है तो वो निश्चित रूप से इसके लिए हां कहेंगे, क्योंकि पाकिस्तान के लिए खेलना ही उनकी पहली प्राथमिकता है। वहाब ने बताया कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने उन्हें कॉल किया था। 

वहाब ने सोमवार को कहा, 'पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड की ओर से मुझे एक कॉल आया, जिसमें मुझसे पूछा गया कि अगर रिप्लेसमेंट के तौर पर मेरी जरूरत पड़े तो क्या मैं टेस्ट क्रिकेट खेलने के लिए उपलब्ध रहूंगा। मैंने बिना किसी देरी के हां कह दिया, क्योंकि पाकिस्तान के लिए खेलना ही मेरी सबसे बड़ी प्राथमिकता है।' 34 साल वहाब रियाज ने 2010 में टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया था। वहाब ने केवल 27 टेस्ट ही खेले हैं जिसमें उन्होंने 34.50 के औसत से 83 विकेट लिए हैं। वहाब ने दो बार एक पारी में पांच विकेट लिए हैं। पिछले साल वर्ल्ड कप के लिए वहाब को पाकिस्तानी टीम में शामिल किया गया था और उन्होंने टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन कर अपने चयन को जायज ठहराया था।

वर्ल्ड कप के कुछ महीने बाद ही वहाब ने ऑस्ट्रेलिया दौरे से पहले टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा कर दी थी। वहाब के इस फैसले को लेकर वकार यूनिस ने उनकी काफी आलोचना भी की थी। वकार ने कहा था कि वहाब ने ऑस्ट्रेलिया दौरे से कुछ सप्ताह पहले संन्यास की घोषणा कर टीम को धोखा दिया है। वहाब ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने के फैसले के कारणों की चर्चा करते हुए कहा, '2016 से 2019 के बीच मुझे खेलने के बहुत कम मौके मिले। मैंने श्रीलंका के खिलाफ एक टेस्ट मैच खेला था और शानदार प्रदर्शन किया था। इसके बावजूद मुझे अगले दौरे के लिए टीम में नहीं चुना गया। इसके बाद मुझे संयुक्त अरब अमीरात में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलने का मौका मिला। इसके बाद मुझे वापस भेज दिया गया। यह टीम मैनेजमेंट का फैसला था।

'पाकिस्तान ने हमें बहुत कुछ दिया है'

वहाब ने कहा , 'मुझे महसूस हुआ कि मैं पाकिस्तान के लिए अब टेस्ट क्रिकेट में बेहतर प्रदर्शन नहीं कर सकता। इसके बाद मैंने संन्यास लेने का फैसला किया। मैंने मिस्बाह और वकार की नियुक्ति से पहले ही टीम मैनेजमेंट को बता दिया था कि मैं टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले रहा हूं और सफेद बॉल क्रिकेट पर ध्यान लगाना चाहता हूं।' बांए हाथ के तेज गेंदबाज ने कहा, 'टीम मैनेजमेंट ने मुझसे कहा कि पूरी तरह से संन्यास नहीं लें और कुछ समय के लिए आराम करें। अब समय बीत चुका है और मुझे पाकिस्तान के लिए खेलने का मौका मिल रहा है। इसलिए मैंने हां कहने से पहले दो बार नहीं सोचा। मेरी प्राथमिकता हमेशा पाकिस्तान के लिए ही खेलना रही है। पाकिस्तान ने हमें बहुत कुछ दिया है। इसलिए अब पाकिस्तान को मेरी जरूरत है तो मैं पूरी तरह से तैयार हूं।'

'टेस्ट क्रिकेट में वापसी मुश्किल होगी'

पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के सेंट्रल अनुबंध की लिस्ट से हटाए जाने पर वहाब ने कहा, 'मैं जानता हूं कि यह प्रत्येक खिलाड़ी के लिए एक सुरक्षा होती है। लेकिन मेरा अंतिम लक्ष्य अपने देश के लिए खेलना है। दुभार्ग्यवश मैं अनुबंध का हिस्सा नहीं था। लेकिन कोई चिंता नहीं है। मुझे उम्मीद है कि मैं पाकिस्तान के लिए बेहतर प्रदर्शन करूंगा।' लाल गेंद वाले टेस्ट क्रिकेट में वापसी के लिए तैयार रहने की घोषणा पर वहाब ने कहा, 'टेस्ट क्रिकेट में वापसी करना मुश्किल होगा। मैं हाल में नहीं खेला हूं। लेकिन मैं यहां आसान रास्ता चुनने के लिए नहीं हूं। पाकिस्तान को मेरी जरूरत है, इसके लिए मैं तैयार हूं और अगर जरूरत पड़ी तो मैं खेलूंगा।'

'मैं आलोचकों की परवाह नहीं करता'

वहाब ने कहा, 'पाकिस्तान क्रिकेट की खूबसूरती उसके तेज गेंदबाज हैं। हमारे पास इतने अधिक तेज गेंदबाज हैं कि एक-दूसरे के साथ प्रतिस्पर्धा करना आसान नहीं होता। पाकिस्तान के लिए खेलने के लिए आपको लगातार बेहतर प्रदर्शन करते रहना होगा। हम 2010-2019 के दौरान दुबई में खेले हैं, वहां की पिचों पर तेज गेंदबाजी को कुछ खास मदद नहीं मिलती। मैं अपने प्रदर्शन से संतुष्ट नहीं हूं। लेकिन हां, जब तक मैं पाकिस्तान के लिए खेलता रहूंगा मेरे पास यादगार प्रदर्शन करने का मौका रहेगा।'पाकिस्तानी गेंदबाज ने कहा, 'मैं आलोचकों की परवाह नहीं करता क्योंकि कुछ लोग हैं जो हमेशा मेरे खिलाफ रहते हैं जबकि कुछ हमेशा मुझे प्रेरित करते रहते हैं। मुझे ऐसे लोगों से निरंतर पाकिस्तान के लिए बेहतर करने की प्रेरणा मिलती है। खेल में अच्छे और बुरे दिन होते हैं। मैं हमेशा अपने सिद्धांतों पर टिका रहता हूं।'
 

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