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वीवीएस लक्ष्मण ने बताया, किन दो दिग्गज खिलाड़ियों की जुगलबंदी से आगे बढ़ेगा भारतीय क्रिकेट

पूर्व भारतीय बल्लेबाजी वीवीएस लक्ष्मण ने कहा है कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष सौरव गांगुली और राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) के प्रमुख राहुल द्रविड़ की जुगलबंदी से...

वीवीएस लक्ष्मण ने बताया, किन दो दिग्गज खिलाड़ियों की जुगलबंदी से आगे बढ़ेगा भारतीय क्रिकेट
एजेंसी,नई दिल्लीFri, 26 Jun 2020 07:40 PM
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पूर्व भारतीय बल्लेबाजी वीवीएस लक्ष्मण ने कहा है कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष सौरव गांगुली और राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) के प्रमुख राहुल द्रविड़ की जुगलबंदी से भारतीय क्रिकेट हर फॉर्मेट में आगे बढ़ेगा। लक्ष्मण ने स्टार स्पोर्ट्स के शो क्रिकेट कनेक्टेड में कहा कि भारतीय क्रिकेट प्रशासन में गांगुली और द्रविड़ की जुगलबंदी जरूरी है। लक्ष्मण ने कहा कि यदि भारतीय क्रिकेट को हर फॉर्मेट में सफल होना है तो बीसीसीआई अध्यक्ष तथा एनसीए अध्यक्ष की साझेदारी का बहुत महत्त्व है।

पूर्व बल्लेबाज ने कहा कि मुझे लगता है कि टीम कप्तान, एनसीए प्रमुख और बीसीसीआई अध्यक्ष का तालमेल भारतीय क्रिकेट को आगे ले जाने के लिए बहुत जरूरी है। उल्लेखनीय है कि लक्ष्मण, गांगुली और द्रविड़ मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के साथ लम्बे समय तक भारतीय बल्लेबाजी की मजबूत चौकड़ी रहे थे।

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भारत के महानतम कप्तानों में गिने जाने वाले सौरव गांगुली और भरोसेमंद बल्लेबाजों में से एक राहुल द्रविड़ ने 20 जून 1996 को ही टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया था। लॉर्ड्स में इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए टेस्ट मैच में गांगुली ने शतक के साथ आगाज किया था जबकि द्रविड़ पांच रन से शतक बनाने से चूक गए थे। गांगुली ने उस मैच में 301 गेंदों पर 131 रन की शतकीय पारी खेली थी। इसमें उन्होंने 20 चौके लगाए थे। दूसरी तरफ द्रविड़ ने अपनी पारी में 267 गेंदों का सामना किया था, जिसमें उन्होंने छह चौके जड़े थे।

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गांगुली ने उस मैच को याद करते हुए कहा था कि ईमानदारी से कहूं तो मेरा प्रदर्शन भी ठीक था। द्रविड़ जिस समय बल्लेबाजी करने आए थे, उस समय मैं 70 रन बना चुका था। गांगुली ने कहा था कि मुझे अभी भी याद है कि मैंने प्वाइंट पर कवर ड्राइव लगाकर अपना शतक पूरा किया था और वह दूसरे छोर पर थे। मैंने 131 रन बनाए और चायकाल के एक घंटे बाद मैं आउट हो गया था। लेकिन उन्होंने अपनी पारी को जारी रखा। पूर्व कप्तान ने कहा था कि जब अगली सुबह वह बल्लेबाजी करने आए तो वह 95 रन बना चुके थे और मैं लॉर्ड्स की बालकनी में इस उम्मीद के साथ खड़ा था कि द्रविड़ शतक बनाएंगे।

 

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