कोहली का बड़ा बयानः अगर ऐसा हुआ तो 10 साल और खेलता रहूंगा...
टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने पिछले कुछ सालों में जैसा क्रिकेट खेला है, अगर उसी रफ्तार
अगर ऐसा हुआ तो 10 साल और खेलता रहूंगा...
टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने पिछले कुछ सालों में जैसा क्रिकेट खेला है, अगर उसी रफ्तार से उनके बल्ले से रन निकलते रहे तो वो समय दूर नहीं जब वे मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के स्थापित कई रिकॉर्ड्स भी तोड़ दें।
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पिछले कुछ समय से लगातार शानदार प्रदर्शन करने वाले भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली ने उम्मीद जताई है कि अभी उनके अंदर कम से कम आठ साल का क्रिकेट बचा है और अगर वे अपनी फिटनेस और कड़ी ट्रेनिंग कायम रखते हैं तो अगले 10 साल और क्रिकेट खेल सकते हैं। फिटनेस के मामलें में कई युवाओं के रोलमॉडल बन चुके विराट कोहली अपनी ट्रेनिंग में बिल्कुल भी कोताही नहीं बरतते हैं।
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कोहली के द्वारा बनाए गए कुछ खास रिकॉर्ड्स, देखें अगली स्लाइड में
वनडे क्रिकेट में बनाए हैं ये खास रिकॉर्ड्स
विराट कोहली ने पिछले कुछ समय में कई रिकॉर्ड्स अपने नाम किए हैं और कई अन्य रिकॉर्ड्स उनके निशाने पर हैं। अपनी बेहतरीन फिटनेस के लिए भी मशहूर कोहली ने श्रीलंका के खिलाफ हाल में संपन्न एकदिवसीय इंटरनेशनल सीरीज के दौरान दो शतक जड़कर आॅस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग के 30 शतक की बराबरी करके महान भारतीय बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर (49 शतक) के बाद सर्वाधिक शतक की सूची में दूसरे स्थान पर पहुंच गए हैं।
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एकदिवसीय क्रिकेट में इस साल छह शतक और सात अर्धशतक की मदद से 1639 इंटरनेशनल रन बनाने वाले कोहली ने आरपीएसजी इंडियन स्पोर्ट आॅनर्स की लांच में कहा कि इस तरह के प्रदर्शन के सुधार में कुछ भी छिपी हुई चीज नहीं है। काफी सारे लोगों को तो यह पता भी नहीं है कि हम रोजाना कितनी मेहनत करते हैं। मैंने कभी नहीं देखा कि थकान होने के बावजूद 70 प्रतिशत ट्रेनिंग करने के बाद कोई खिलाड़ी बीच में ही कह दे कि बस अब मेरा काम पूरा हो गया। हम काम पूरा करने के लिए पूरा जोर लगाते हैं।
युवाओं को दी घर से बाहर निकलकर खेलने की सलाह, देखें अगली स्लाइड में
'मैं रोज नई शुरूआत करता हूं'
उन्होंने कहा, मैं भी यही करने का प्रयास करता हूं। मेरे अंदर प्रदर्शन की भूख कभी खत्म नहीं होती। मैं अंतिम समय तक प्रदर्शन करना चाहता हूं। मेरे अंदर आठ साल या अगर मैं कड़ी ट्रेनिंग करता हूं तो 10 साल का खेल बचा है। मैं रोज नई शुरूआत करता हूं और छोटी चीजें भी मेरे लिए काफी मायने रखती हैं।
कोहली ने इस दौरान युवाओं को घर से बाहर निकलकर खेलने की सलाह दी। उन्होंने कहा, हमारे समय में गैजेट्स नहीं होते थे। आजकल तो लोग आईफोन और आईपैड पर व्यस्त हैं। हमारे समय में अगर किसी के पास अच्छा वीडियो गेम होता था तो हम उसके पास जाकर उसे खेलने की योजनाएं बनाते थे। मैंने अपना बचपन सड़क और मैदान पर अलग अलग खेल खेलते हुए बिताया है और मैं युवाओं से अपील करूंगा कि वे भी बाहर जाकर खेलें और किसी ना किसी खेल से जुड़ने का प्रयास करें। उन्होंने आगे कहा, ऐसे में हमारे पास खिलाडि़यों का पूल बढ़ेगा जिससे मदद मिलेगी।