अंडर 19 विश्व कपः गुरु द्रविड़ से कम नहीं थी इनकी मेहनत, फिर भी हारे
अंडर 19 क्रिकेट विश्व कप में भारत की शानदार जीत के साथ जहां क्रिकेट जगत में कोच राहुल द्रविड़ का कद बढ़ गया है वहीं इस मैच का अहम हिस्सा रहे इस शख्स को अपनी हार पर अफसोस हो रहा होगा। हम बात...
अंडर 19 क्रिकेट विश्व कप में भारत की शानदार जीत के साथ जहां क्रिकेट जगत में कोच राहुल द्रविड़ का कद बढ़ गया है वहीं इस मैच का अहम हिस्सा रहे इस शख्स को अपनी हार पर अफसोस हो रहा होगा।
हम बात कर रहे हैं अंडर 19 अॉस्ट्रेलिया की टीम के कोच की। अॉस्ट्रेलियाई युवा खिलाड़ियों का खेल संवारने की जिम्मेदारी पूर्व अॉस्ट्रेलियाई बल्लेबाज मैथ्यू इलियोट को सौंपी गई थी। मैथ्यू इलियोट की मेहनत अॉस्ट्रेलिया के खेल में दिख भी रही थी। बता दें कि क्रिकेट आस्ट्रेलिया (सीए) ने रयान हैरिस और मैथ्यू इलियोट को राष्ट्रीय क्रिकेट सेंटर का हाई परफॉर्मेस कोच नियुक्त किया था।
हैरिस और इलियोट इस पद के लिए आए 40 दावेदारों में से चुने गए थे। दोनों खिलाड़ियों के पास खेलने और कोचिंग दोनों का अच्छा खासा अनुभव है। इन दोनों का कार्यकाल 2020 तक है। हैरिस आस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज रह चुके हैं वहीं इलियट टीम के लिए सलामी बल्लेबाजी कर चुके हैं।
भारत की ही तरह अॉस्ट्रेलिया भी सभी प्रतिद्वंदी टीमों को हराकर फाइनल के खिताबी मुकाबले की ओर तेजी से बढ़ रही थी। लेकिन अंतिम मुकाबला भारत के नाम रहा। भारत की जीत और अपनी हार से अॉस्ट्रेलियाई टीम के साथ-साथ मैथ्यू इलियोट भी आज निराश होंगे। आइये जानते हैं मैथ्यू इलियोट के अभी तक के सफर के बारे में...
अंडर 19 विश्व कपः विश्व विजेता भारत के गुरू द्रविड़ का ऐसा रहा है सफर
मैथ्यू इलियोट ने 1996 में टेस्ट मैच के जरिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया था। उन्होंने पहला टेस्ट मैच वेस्टइंडीज के खिलाफ खेला था। इसके बाद वे 2004 तक ऑस्ट्रेलियाई टेस्ट क्रिकेट के हिस्सा रहे। वे ऑस्ट्रेलिया के सलामी बल्लेबाज थे। इस दौरान उन्होंने 21 टेस्ट मैच में 36 पारियां खेलते हुए 1,172 रन बनाए। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 199 रहा। अपने टेस्ट करियर में उन्होंने 3 शतक और 4 अर्धशतक लगाए। उनका एकदिवसीय करियर कुछ खास नहीं रहा। उनके नाम सिर्फ एक ही एकदिवसीय मैच दर्ज है। मैथ्यू लेफ्ट आर्म मीडियम बॉलिंग भी करते थे।