'धोनी जैसे खिलाड़ी किसी और के लिए खतरा हो सकते हैं, कोहली के लिए नहीं'
2014 में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच टेस्ट सीरीज के तीसरे टेस्ट के बाद महेंद्र सिंह धोनी ने टेस्ट कप्तानी छोड़ दी थी। भारत वह टेस्ट सीरीज 2-0 से हार गया था। विराट कोहली को टीम का नया कप्तान...
2014 में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच टेस्ट सीरीज के तीसरे टेस्ट के बाद महेंद्र सिंह धोनी ने टेस्ट कप्तानी छोड़ दी थी। भारत वह टेस्ट सीरीज 2-0 से हार गया था। विराट कोहली को टीम का नया कप्तान नियुक्त किया गया। जनवरी 2017 में धोनी ने तीनों फॉर्मैट की कप्तानी छोड़ दी और विराट कोहली तीनों फॉर्मैट में भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान बन गए। धोनी ने कप्तान के रूप में तीन आईसीसी ट्रॉफी जीती। पूर्व ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज माइकल हस्सी कोहली की अतिरिक्त आक्रामकता से बहुत ज्यादा प्रभावित हैं। हस्सी ने टीम में धोनी की उपस्थिति का जिस तरह कोहली सम्मान करते हैं, उसकी तारीफ की।
सोनी इंडिया के फेसबुक पेज पर 'सोनी टेन्स पिट स्टॉप' पर माइकल हस्सी ने कहा, ''विराट कोहली भारत के सबसे सफल कप्तान हैं। महेंद्र सिंह धोनी जैसे खिलाड़ी का टीम में होना उनके लिए लाभदायक है। हालांकि कुछ लोगों को लगता है कि धोनी का टीम में होना अब भी उनके लिए चुनौती है।'' हस्सी ने कहा कि धोनी जैसे खिलाड़ी किसी और के लिए भले ही खतरा हो सकते हैं, लेकिन विराट कोहली के लिए नहीं।
माइकल हस्सी बोले- हम धोनी को अगले 10 सालों तक खेलते हुए देखना चाहते हैं
माइकल हस्सी ने आगे कहा, ''लेकिन विराट कोहली टीम में धोनी की उपस्थिति का मतलब जानते हैं। वह उनसे टिप्स ले सकते हैं, वह धोनी जैसे खिलाड़ी को अपने आसपास चाहते हैं। वह कोहली को बेहतर कप्तान बनानें सहायक हैं।''
2019 में विश्वकप के बाद से धोनी को लेकर बहुत अटकलें हैं। उनके क्रिकेट भविष्य को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं। वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ मिली हार के बाद से उन्होंने टीम इंडिया के लिए कोई मैच नहीं खेला है। इस बीच धोनी के संन्यास को लेकर भी चर्चाएं हुई हैं। हालांकि धोनी ने खुद अभी तक अपने संन्यास को लेकर कोई बयान नहीं दिया है। अब बड़ा सवाल यही बना हुआ है कि क्या धोनी टीम इंडिया में वापसी करेंगे या फिर 2019 का वो मैच उनके करियर का आखिरी इंटरनेशनल मैच बन जाएगा? ॉ
मुझसे ज्यादा भरोसे के खिलाड़ी हैं विराट कोहली: एबी डिविलियर्स
महेंद्र सिंह धोनी को आईपीएल 2020 में क्रिकेट के मैदान पर वापसी करनी थी, लेकिन कोरोना वायरस महामारी की वजह से इस टूर्नामेंट को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया है। ऐसे में धोनी की वापसी एक बार फिर से अधर में लटक गई है। विकेट के पीछे उनकी मौजूदगी और डीआरएस लेने की उनकी विशेषज्ञता, गेंदबाजों को सलाह देना, तेज से गिल्लियां उड़ा देने की उनकी काबलियत को आज भी मिस किया जा रहा है।