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Hindi News क्रिकेट..जब बारिश और दर्शकों का डर बना वनडे क्रिकेट के आगाज की वजह

..जब बारिश और दर्शकों का डर बना वनडे क्रिकेट के आगाज की वजह

सीमित ओवरों के क्रिकेट की शुरुआत बगैर खास योजना के महज इत्तेफाक से हुई। बारिश से धुलते दिख रहे टेस्ट मैच को घाटे और दर्शकों के गुस्से से बचाने के लिए जो मैच कराया गया, उसने आगे चलकर क्रिकेट का...

..जब बारिश और दर्शकों का डर बना वनडे क्रिकेट के आगाज की वजह
लाइव हिन्दुस्तान टीम,नई दिल्लीTue, 30 Apr 2019 09:49 AM
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सीमित ओवरों के क्रिकेट की शुरुआत बगैर खास योजना के महज इत्तेफाक से हुई। बारिश से धुलते दिख रहे टेस्ट मैच को घाटे और दर्शकों के गुस्से से बचाने के लिए जो मैच कराया गया, उसने आगे चलकर क्रिकेट का रंग-रूप ही बदल डाला। ये मुकाबले दर्शकों के लिए रोमांचक और व्यावसायिक रूप से भी सफल साबित हुए।

1971 में सीमित ओवरों का मैच
1971 में भारी बारिश के कारण मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच तीसरा टेस्ट मैच होने की उम्मीद नहीं बची थी। दो दिन तो पहले ही धुल चुके थे। पहले दो टेस्ट नीरस ड्रॉ रहे थे। इससे आयोजकों को 80 हजार पाउंड का नुकसान हो चुका था। सातवें टेस्ट को लेकर इंग्लैंडके खिलाड़ी नहीं माने। तब टिकट ले चुके दर्शकों के लिए अंतिम दिन सीमित ओवर का मैच कराने का फैसला हुआ। मैच के आधिकारिक दर्जे पर माथापच्ची के बाद टीमों को इंग्लैंड इलेवन और ऑस्ट्रेलिया इलेवन नाम दिए गए। 

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आठ गेंद का एक ओवर
यह मैच 40-40 ओवरों का किया गया। इसमें प्रति ओवर छह के बजाय आठ गेंदें रखी गईं। सीमा रेखा को 85 गज किया गया, जो उस समय के लिहाज से छोटी थी। इंग्लैंड ने जॉन एडरिच के 82 रन की मदद से 39.4 ओवर में 190 रन बनाए। ऑस्ट्रेलिया ने 42 गेंद बाकी रहते छह विकेट से मैच जीत लिया। बासिल डि ओलिविएरा ने एक ओवर में 21 रन ठोक मैच एकतरफा बना दिया था। ग्रेग चैपल ने 22 रन बनाए। अंतिम मिनट पर तंबाकू कंपनी रॉथमैंस ने पांच हजार पाउंड देकर मैच प्रायोजित किया था।

ब्रेडमैन की सही भविष्यवाणी
महान ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर सर डॉन ब्रेडमैन ने मैच से पहले बेंच पर खड़े होकर खिलाडि़यों को संबोधित किया था। मैच के रोमांच के बाद वह बेहद उत्साहित हुए और उन्होंने दर्शकों से मुखातिब होते हुए कहा था, आज आपने इतिहास बनते हुए देखा है। सर डॉन की वह बात बहुत जल्द सही साबित हुई, जब क्रिकेट के नए संस्करण ने अपार लोकप्रियता हासिल की।

दोगुने सा ज्यादा दर्शक
मंगलवार को मैच होने से नया प्रयोग फ्लॉप होने का अंदेशा था। आयोजकों ने 20 हजार लोगों के लिए इंतजाम किए, पर इसके दोगुने से भी ज्यादा दर्शकों ने मैच को सुपरहिट बना दिया। 46 हजार से ज्यादा दर्शक उस ऐतिहासिक मुकाबले के गवाह बने थे। इसे देख आईसीसी नए संस्करण को लेकर गंभीर हुई।

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इंग्लैंड के स्पिनर एश्ले मलेट ने कहा, लोग इसे पहला वनडे अंतराष्ट्रीय क्रिकेट मैच मानते हैं। पर उस वक्त हम उस मैच को किसी मजाक से कम नहीं मानते थे। 

काउंटी से की शुरुआत
1960 के दशक में इंग्लिश काउंटी में सीमित ओवरों की क्रिकेट शुरू हुई। टेस्ट क्रिकेट से इतर इसमें एक-एक पारी रखी गई और ओवर भी सीमित रखे। 
1962 में चार टीमों के नॉकआउट टूर्नामेंट की शुरुआत हुई। इसे मिडलैंड्स नॉकआउट कप का नाम दिया गया।
1963 में नए फॉरमेट की नॉकआउट प्रतियोगिता को जिलेट कप नाम दिया गया। 
1969 में नेशनल संडे लीग शुरू हुई। उसी साल ऑस्ट्रेलिया में भी ऐसे टूर्नामेंट की शुरुआत हुई। 

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