आईपीएल 2020 में शानदार प्रदर्शन करने के बाद बतौर नेट गेंदाबज भारतीय टीम के साथ ऑस्ट्रेलिया दौरे पर गए टी नटराजन ने कहा है कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि वह ऑस्ट्रेलिया में डेब्यू करेंगे। वरुण चक्रवर्ती के चोटिल होने के बाद नटराजन को टी20 टीम में शामिल किया गया, लेकिन किस्मत नटराजन पर मेहरबान थी और उनको कंगारू टीम के खिलाफ होने वाले तीसरे वनडे मैच के लिए टीम में रखा गया और तमिलनाडु के गेंदबाज ने इंटरनेशनल क्रिकेट में अपना डेब्यू किया। नटराजन ऐसे पहले भारतीय बने, जिन्होंने एक ही दौरे पर तीनों फॉर्मेट में अपना डेब्यू किया।
नए लुक में नजर आए महेंद्र सिंह धोनी, फैन्स ने जमकर की तारीफ- PHOTOS
अपने गांव चिन्नप्पाम्पट्टी में रिपोर्टरों के साथ बातचीत करते हुए नटराजन ने कहा, 'मैं अपनी जॉब को करने के लिए काफी उत्सुक था। लेकिन, मैंने यह नहीं सोचा था कि मुझे वनडे में मौका मिलेगा, मैंने यह उम्मीद नहीं की थी कि मैं ऑस्ट्रेलिया में डेब्यू करूंगा। जब मुझे बताया गया कि मैं खेल रहा हूं तो मेरे ऊपर दबाव था। मैं इस मौके का फायदा उठाना चाहता था। खेलना और विकेट चटकाना मेरा सपना था। मैं भारत के लिए खेलने की अपनी खुशी को जाहिर नहीं कर सकता हूं, यह एक सपना था। मुझे कोच, खिलाड़ियों से काफी सपोर्ट मिला। उन्होंने मुझे सपोर्ट किया और बहुत मोटिवेट किया। मैं उनके द्वारा बैक किए जाने के चलते ही अच्छा प्रदर्शन कर सका।'
पीटरसन बोले- ऐसा नहीं हुआ तो यह ENG फैन्स और BCCI की इंसल्ट होगी
नटराजन ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली गई टी20 सीरीज में सर्वाधिक विकेट चटकाए थे और कंगारू टीम के बल्लेबाजों को काफी परेशान किया था। उमेश यादव के चोटिल होकर टेस्ट सीरीज से बाहर होने के बाद टी नटराजन को टेस्ट टीम में शामिल किया गया था। ब्रिसबेन टेस्ट के लिए जब जसप्रीत बुमराह पूरी तरह से फिट नहीं हुए, तो नटराजन को अपना टेस्ट डेब्यू करने का मौका मिला। गाबा के मैदान पर नटराजन ने पहली पारी में तीन विकेट अपने नाम किए, जिसमें मार्नस लाबुशेन का विकेट भी शामिल रहा।