Hindi Newsक्रिकेट न्यूज़Sunil Gavaskar says No other Indian cricketer has been treated as bafflingly as Ashwin

WTC 2023 Final: 'जैसा व्यवहार आर अश्विन के साथ हुआ, वैसा किसी भारतीय क्रिकेटर के साथ नहीं हुआ'

सुनील गावस्कर ने WTC 2023 Final में मिली हार के बाद कहा है कि जैसा व्यवहार अश्विन के साथ हुआ, वैसा किसी भारतीय क्रिकेटर के साथ नहीं हुआ। अश्विन को प्लेइंग इलेवन में शामिल किया जाना था।

Vikash Gaur लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीTue, 13 June 2023 12:36 PM
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WTC 2023 Final: 'जैसा व्यवहार आर अश्विन के साथ हुआ, वैसा किसी भारतीय क्रिकेटर के साथ नहीं हुआ'

भारतीय टीम को आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2023 का फाइनल हारे दो दिन हो चुके हैं, लेकिन अभी तक टीम की आलोचना बंद नहीं हुई है। भारतीय टीम के पूर्व कप्तान और दिग्गज कमेंटेटर सुनील गावस्कर ने फिर से टीम मैनेजमेंट की आलोचना की है, क्योंकि उन्होंने दुनिया के नंबर वन टेस्ट बॉलर को इसलिए नहीं खिलाया था, क्योंकि पिच पर थोड़ी घास थी। गावस्कर ने इस बात की आलोचना WTC फाइनल के दौरान भी की थी, क्योंकि हर कोई जानता है कि वे किस किस्म के गेंदबाज हैं। 

मिड-डे को लिखे अपने कॉलम में सुनील गावस्कर ने कहा, "ICC रैंकिंग के अनुसार, भारत ने टेस्ट के नंबर 1 गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन को बाहर कर दिया। आस्ट्रेलियाई टीम में पांच बाएं हाथ के खिलाड़ी थे, जबकि एक बाएं हाथ के खिलाड़ी ट्रैविस हेड ने पहली पारी में तेज शतक बनाया, एक और लेफ्टी एलेक्स केरी ने पहली पारी में 48 और दूसरी में नाबाद 66 रन बनाए। दूसरी पारी के दौरान उन्होंने एक और बाएं हाथ के बल्लेबाज मिचेल स्टार्क के साथ 93 रन जोड़े, जब भारत उन्हें दूसरी पारी में सस्ते में आउट करना चाह रहा था।"

उन्होंने आगे लिखा, "अगर अश्विन टीम में होते तो क्या पता क्या हो सकता था। बल्ले से भी वह योगदान दे सकते थे। आधुनिक युग में किसी अन्य टॉप क्लास भारतीय क्रिकेटर के साथ अश्विन जैसा हैरानी भरा व्यवहार नहीं किया गया है। आप ही बताइये कि अगर टीम में कोई नंबर 1 आईसीसी रैंक का बल्लेबाज होता तो क्या उसे सिर्फ इसलिए प्लेइंग इलेवन से बाहर कर दिया जाता, क्योंकि पहले उसने घास वाली पिच पर रन नहीं बनाए थे या उसने ड्राई स्पिन की अनुकूल पिच पर रन नहीं बनाए थे? निश्चित रूप से नहीं।"  

अश्विन का इंग्लैंड में किसी टेस्ट में ड्रॉप होने का यह छठा उदाहरण था। इससे पहले 2021 में भारत की यूके ट्रिप पर वे पांच टेस्ट मैचों की सीरीज के दौरान बाहर थे। ऐसा भी नहीं है कि उनका रिकॉर्ड यहां खराब है। अश्विन ने 7 मैचों में 18 विकेट चटकाए हैं। आखिरी बार वह इंग्लैंड में 2021 डब्ल्यूटीसी फाइनल में खेले थे और दोनों पारियों में 2-2 विकेट निकाले थे। वहीं, इस मैच में उनको सिर्फ पिच की वजह से नहीं खिलाया गया, जबकि वे बाएं हाथ के बल्लेबाजों को किसी भी पिच पर परेशान करते हैं।  

गावस्कर ने अश्विन को लेकर आगे कहा, "अश्विन के मामले में, नंबर 1 गेंदबाज होने के बावजूद, वह हमेशा पहले स्पिनर नहीं होते हैं। अरे हां, इसके कारण दिए गए हैं कि क्रीज पर दाएं हाथ के बल्लेबाज थे, इसलिए बाएं हाथ के स्पिनर को गेंद दी गई या हवा एक निश्चित दिशा में बह रही थी या गेंदबाज के पैरों के निशान बाएं हाथ के स्पिनर के लिए थे, आदि जैसे कि अश्विन के विकेट के रूप में केवल बाएं हाथ के बल्लेबाज हैं।" 

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