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आज की के दिन सचिन तेंदुलकर ने रचा था इतिहास, बने थे ODI में पहला दोहरा शतक जड़ने वाले पहले क्रिकेटर

सचिन तेंदुलकर ने आज ही के दिन 2010 में वनडे क्रिकेट में पहला दोहरा शतक लगाया। उन्होंने ग्वालियर में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेले गए मैच में यह शानदार उपलब्धि हासिल की और नाबाद रहते हुए 200 रन बनाए...

आज की के दिन सचिन तेंदुलकर ने रचा था इतिहास, बने थे ODI में पहला दोहरा शतक जड़ने वाले पहले क्रिकेटर
लाइव हिन्दुस्तान टीम,नई दिल्लीMon, 24 Feb 2020 03:34 PM
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सचिन तेंदुलकर ने आज ही के दिन 2010 में वनडे क्रिकेट में पहला दोहरा शतक लगाया। उन्होंने ग्वालियर में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेले गए मैच में यह शानदार उपलब्धि हासिल की और नाबाद रहते हुए 200 रन बनाए थे। बीसीसीआई ने सचिन तेंदुलकर की इस उपलब्धि के वीडियो को अपने ऑफिशियल टि्वटर हैंडिल से शेयर किया है।      

चार्ल लेंगवेल्डट की एक गेंद को सचिन तेंदुलकर ने प्वॉइंट की तरफ खेला और महेंद्र सिंह धोनी को सिंगल लेने के लिए आवाज दी। बावजूद इसके कि गेंद एबी डिविलियर्स ने फील्ड कर ली थीस लेकिन सचिन ने रन पूरा किया। दर्शकों का हुजूम हल्ला मचाने लगा। कमेंटरी बाक्स में बैठे रवि शास्त्री ने चिल्लाते हुए कहा, ''इस ग्रह का पहला व्यक्ति जिसने वनडे में 200 रन बनाए। वह और कोई नहीं सचिन हैं। सचिन ने 147 गेंदों पर 200 रन की पारी खेली।''

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24 फरवरी 2010 का दिन भारतीय क्रिकेट के लिए ऐतिहासिक दिन बन गया। इस दिन सचिन तेंदुलकर वनडे में दोहरा शतक लगाने वाले पहले क्रिकेटर बने थे। उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ ग्वालियर के रूप सिंह स्टेडियम में यह करिश्मा किया। अपनी पारी में सचिन ने 25 चौके और तीन छक्के लगाए। वह पूरी पारी में अंत तक आउट नहीं हुए। डेथ ओवरों में धोनी की शानदार पारी की  बदौलत भारत ने 401 का विशाल स्कोर खड़ा किया। दक्षिण अफ्रीका 248 पर ढेर हो गया। 

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मैच के बाद तेंदुलकर ने कहा, ''मैं नहीं जानता कि इस पर कैसे रिएक्ट करना चाहिए। मैं यह दोहरा शतक सभी भारतीयों को समर्पित करता हूं, जो पिछले 20 सालों से हर उतार-चढ़ाव में मेरे साथ खड़े रहे। मैं गेंद को स्ट्राइक कर रहा था और टाइमिंग बढ़िया हो रही थी। युसूफ ने आकर पूरी गति बदल दी। धोनी भी गेंद को बढ़िया ढंग से खेल रहे थे। उनके बड़े हिट्स की वजह से ही हम चार सौ का आंकड़ा पार कर पाए। जब मैं 200 रन के पास पहुंच गया तभी मुझे अहसास हुआ कि मैं दोहरा शतक बना सकता हूं।''

सचिन ने कहा, ''मैं हमेशा उसी तरह खेलता रहा जो मुझे खेलने का सही ढंग लगता है। मुझे लगता है कि यह टीम के लिए अच्छा रहा। कई मौके ऐसे आए जब बल्लेबाज के रूप में मैंने खराब निर्णय लिए। लेकिन मैं हमेशा यह जानता था कि मैं जो भी कर रहा हूं टीम के लिए कर रहा हूं। मेरे लिए यह अच्छा रहा कि मैं वनडे में पारी के अंत तक बना रहा। इसने मेरी फिटेनस को भी परखा। इसने दिखाया कि मेरी फिटनेस में कोई कमी नहीं आई है।''

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