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रणजी ट्रॉफी: बुखार के बाद चेतेश्वर पुजारा पीठ दर्द से परेशान

बीमारी से उबरने के बाद सौराष्ट्र के लिए बंगाल के खिलाफ रणजी ट्रॉफी फाइनल में महत्वपूर्ण पारी खेलने वाले चेतेश्वर पुजारा अब पीठ दर्द से परेशान हैं और वह जरूरत पड़ने पर ही दूसरी पारी में बल्लेबाजी...

रणजी ट्रॉफी: बुखार के बाद चेतेश्वर पुजारा पीठ दर्द से परेशान
लाइव हिन्दुस्तान टीम,राजकोटWed, 11 Mar 2020 10:46 PM
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बीमारी से उबरने के बाद सौराष्ट्र के लिए बंगाल के खिलाफ रणजी ट्रॉफी फाइनल में महत्वपूर्ण पारी खेलने वाले चेतेश्वर पुजारा अब पीठ दर्द से परेशान हैं और वह जरूरत पड़ने पर ही दूसरी पारी में बल्लेबाजी करेंगे। पुजारा की पीठ की मांसपेशियों में खिंचाव आने के कारण तीसरे दिन फील्डिंग के लिए नहीं उतरे। 

सौराष्ट्र क्रिकेट संघ के अध्यक्ष जयदेव शाह ने पीटीआई से कहा, ''वार्मअप के दौरान पुजारा की मांसपेशियों में खिंचाव आ गया था। इसके बाद उन्हें स्कैन के लिए अस्पताल ले जाया गया। वह जरूरत पड़ने पर ही बल्लेबाजी करेंगे।'' पुजारा और अर्पित बासवदा ने दूसरे दिन पांच घंटे तक बल्लेबाजी करके सौराष्ट्र का स्कोर 425 तक पहुंचाने में मदद की थी। पहले दिन पुजारा बुखार के कारण रिटायर्ड हर्ट हो गए थे। 

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रणजी ट्रॉफी के फाइनल में जब चेतेश्वर पुजारा क्रीज पर थे, तो दर्शकों ने हर बार उनके नॉट आउट को संदेह की निगाह से देख रहे थे। गले में इन्फेक्शन और बुखार से पीड़ित पुजारा उस समय क्रीज पर उतरे, जब उनकी टीम का स्कोर 4 विकेट पर 182 रन था, लेकिन दिन का खेल खत्म होने से पहले उन्हें रिटायर हर्ट होकर पवेलियन लौटना पड़ा। वह दोबारा बल्लेबाजी करने आए और उन्होंने अर्पित वासवदा (106) के साथ छठे विकेट के लिए 14 2रनों की भागीदारी निभाई।  

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सौराष्ट्र का स्कोर 7 विकेट पर 358 रन था जब चेतेश्वर पुजारा करीबी एलबीडब्ल्यू की अपील से बाल-बाल बच गए। उन्हें बचाया नाइन मीटर रूल ने। यह वाकया पारी के 98वें ओवर में हुआ। शाहबाज अहमद गेंदबाजी कर रहे थे। पुजारा गेंद को खेलने के लिए बाहर निकले। उन्होंने गेंद को रक्षात्मक खेला, लेकिन देखा कि एक रेड चैरी उनके पैड पर लगी है। अंपायर ने जोरदार अपील को ठुकरा दिया। इसके बाद निर्णय तीसरे अंपायर के पास भेजा गया। 

रिप्ले में साफ दिखाई दिया कि गेंद पुजारा के बल्ले से टकराने से पहले उनके पैड पर लगी थी। यह भी साफ था कि गेंद 'इनसाइड द लाइन' थी। इससे बंगाल का दावा मजबूत हो गया, लेकिन इसमें उस समय एक नाटकीय मोड़ आया, जब नियम के अनुसार बल्लेबाज यदि नाइन मीटर मार्क को क्रॉस कर लेता है तो उसे आउट नहीं दिया जा सकता। लिहाजा पुजारा बच गए।

(एजेंसी इनपुट के साथ)

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