आर अश्विन ने चौथे दिन घर से वापस आते ही क्यों कराई गेंदबाजी? जानिए क्या कहता है ICC का नियम
आर अश्विन ने राजकोट में खेले गए तीसरे टेस्ट मैच के चौथे दिन घर से वापस आते ही गेंदबाजी क्यों कराई? आमतौर पर फील्ड से बाहर रहने पर पेनल्टी टाइम होता है, लेकिन अश्विन के लिए ऐसा कुछ क्यों नहीं था।

भारत के स्टार ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन इंग्लैंड के खिलाफ चल रहे तीसरे टेस्ट क्रिकेट मैच के चौथे दिन चाय के विश्राम के बाद मैदान पर उतरे। अश्विन को मैच के दूसरे दिन अपना 500वां विकेट हासिल करने के कुछ देर बाद अपनी मां के बीमार होने के कारण तीसरे टेस्ट मैच को बीच में छोड़ना पड़ा था। आईसीसी के नियमों के मुताबिक अश्विन को मैच के तीसरे दिन अनुपस्थित रहने पर 'पेनल्टी टाइम' का सामना क्यों नहीं करना पड़ा?
दरअसल, आईसीसी के आर्टिकल 24.3.2 के अनुसार, ''अगर खिलाड़ी ने अंपायरों की राय में किसी स्वीकार्य कारण से मैदान छोड़ा है तो इस अनुपस्थिति पर जुर्माना नहीं लगेगा। इसमें बीमारी या आंतरिक चोट शामिल नहीं है।'' यही वजह है कि आर अश्विन को चौथे दिन सीधे गेंदबाजी कराई गई, क्योंकि अंपायर ने उनको छूट दी हुई थी कि वे वापस आकर गेंदबाजी कर सकते हैं। उन्होंने एक विकेट भी चौथी पारी में चटकाया।
रविवार 18 फरवरी की दोपहर को एक प्राइवेट चार्टेड प्लेन से राजकोट पहुंचे अश्विन को चाय के विश्राम के दौरान अभ्यास करते देखा गया। टी ब्रेक के बाद वे मैदान पर नजर आए और कुछ ही देर के बाद कप्तान रोहित शर्मा ने उनको गेंद थमाई। हालांकि, पहले कुछ ओवर में उनको विकेट नहीं मिला, लेकिन जल्द ही उन्होंने दूसरी पारी में भी विकेटों का खाता खोला। उन्होंने टॉम हार्टली को क्लीन बोल्ड कर दिया। ये उनका टेस्ट में 501वां विकेट था।
इससे पहले बीसीसीआई ने रविवार को दिन के पहले सत्र में बताया था अश्विन टीम से जुड़ेगे। बीसीसीआई ने बयान में कहा,''भारतीय क्रिकेट बोर्ड को यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि रविचंद्रन अश्विन पारिवारिक कारणों से संक्षिप्त समय के लिए अनुपस्थित रहने के बाद फिर से टीम से जुड़ेंगे। उन्हें पारिवारिक आपात स्थिति के कारण राजकोट में तीसरे टेस्ट मैच के दूसरे दिन टीम को छोड़ना पड़ा था।''