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प्रवीण आमरे भारत का बल्लेबाजी कोच बनने की दौड़ में शामिल

भारत के पूर्व बल्लेबाज प्रवीण आमरे राष्ट्रीय पुरुष टीम का बल्लेबाजी कोच बनने की दौड़ में शामिल हैं। पता चला है कि डरबन में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पदार्पण टेस्ट में शतक जड़ने वाले आमरे ने इस पद के...

प्रवीण आमरे भारत का बल्लेबाजी कोच बनने की दौड़ में शामिल
एजेंसी,मुंबईTue, 30 Jul 2019 08:37 AM
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भारत के पूर्व बल्लेबाज प्रवीण आमरे राष्ट्रीय पुरुष टीम का बल्लेबाजी कोच बनने की दौड़ में शामिल हैं। पता चला है कि डरबन में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पदार्पण टेस्ट में शतक जड़ने वाले आमरे ने इस पद के लिए आवेदन किया है। प्रवीण आमरे ने भारत के लिए 11 टेस्ट में एक शतक और तीन अर्धशतक की मदद से 425 रन बनाए। उन्होंने 37 वनडेइंटरनेशनल मैचों में दो अर्धशतक से 513 रन जुटाए।

दिवंगत रमाकांत आचरेकर से क्रिकेट का ककहरा सीखने वाले आमरे के मार्गदर्शन में मुंबई ने रणजी ट्रॉफी खिताब जीता। वह अभी अमेरिकी क्रिकेट के साथ बल्लेबाजी सलाहकार के रूप में जुड़े हैं। बीसीसीआई ने मुख्य कोच, बल्लेबाजी कोच और गेंदबाजी कोच सहित अन्य पदों के लिए आवेदन मंगाए हैं, जिसके लिए समयसीमा 30 जुलाई तक है।

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भारत के मौजूदा बल्लेबाजी कोच संजय बांगड़ का अनुबंध वेस्टइंडीज दौरे तक बढ़ाया गया है, लेकिन संभावना है कि इसके बाद उन्हें भारतीय टीम के साथ जुड़ने का मौका नहीं दिया जाएगा। राष्ट्रीय चयनकर्ता जब भारतीय टीम के लिए सहयोगी स्टाफ चुनेंगे तो बल्लेबाजी कोच संजय बांगड़ की छुट्टी हो सकती है। वहीं, भारत के मौजूदा गेंदबाजी कोच भरत अरुण का पद पर बने रहना लगभग तय लग रहा है।

तीनों को मुख्य कोच रवि शास्त्री के साथ आगामी वेस्टइंडीज दौरे के आखिर तक कार्यकाल में विस्तार मिला है। इसके बाद नए सिरे से इंटरव्यू होंगे और सभी पदों के लिए नियुक्तियां की जाएंगी। कपिल देव की अध्यक्षता वाली नई क्रिकेट सलाहकार समिति मुख्य कोच के बारे में फैसला लेगी। चयनकर्ताओं को सहयोगी स्टाफ के लिए इंटरव्यू लेने को कहा गया है। 

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संजय बांगड़ के बारे में माना जा रहा है कि चार साल पद पर रहने के बावजूद वो भारतीय टीम का मजबूत मध्यक्रम नहीं खड़ा कर सके। बीसीसीआई के एक सीनियर अधिकारी ने कुछ दिन पहले कहा था, 'बांगड़ के आने से पहले भी रोहित शर्मा और विराट कोहली अच्छा प्रदर्शन कर रहे थे। उनकी सफलता में बांगड़ का कोई योगदान नहीं है। उनका काम मध्यक्रम को मजबूत बनाना था और विश्व कप में हमने देखा कि वो इसमें बुरी तरह नाकाम रहे।' 

ऐसे में तीनों विशेषज्ञ कोचों में से अरुण का पद पर बने रहना तय है और श्रीधर भी चयनकर्ताओं की पसंद होंगे। उन्हें हालांकि जोंटी रोड्स से कड़ी चुनौती मिलेगी। अधिकारी ने कहा, 'रोड्स बड़ा नाम है और उनकी दावेदारी को अनदेखा नहीं किया जा सकता। हमें हालांकि टीम का अब तक फील्डिंग में प्रदर्शन भी देखना होगा।'

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