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Hindi News क्रिकेट कभी ये पांच क्रिकेटर थे IPL की शान, अब हो गए हैं गुमनाम

कभी ये पांच क्रिकेटर थे IPL की शान, अब हो गए हैं गुमनाम

हम आपको ऐसे ही 5 ऐसे क्रिकेटर्स के बारे में बता रहे हैं, जो आईपीएल में अपने प्रदर्शन के बूते सबकी नजरों में आए लेकिन दुर्भाग्यवश क्रिकेट में वो मुकाम नहीं हासिल कर सके जो उन्हें करना चाहिए...

Deepakलाइव हिन्दुस्तान टीम,नई दिल्लीSun, 13 May 2018 04:35 PM

स्वप्निल अस्नोडकर 

स्वप्निल अस्नोडकर 1 / 5

हम सभी ने आईपीएल में कई क्रिकेटर्स को एक बेहतरीन गेंदबाज, बल्लेबाज या आॅलराउंडर के रूप में उभरते हुए देखा है। लेकिन इनमें से कई खिलाड़ी ऐसे रहे हैं जो अपने प्रदर्शन से वाहवाही बटोरने और सुर्खियों में आने के बाद गुमनाम हो गए। हम आपको ऐसे ही 5 ऐसे क्रिकेटर्स के बारे में बता रहे हैं, जो आईपीएल में अपने प्रदर्शन के बूते सबकी नजरों में आए लेकिन दुर्भाग्यवश क्रिकेट में वो मुकाम नहीं हासिल कर सके जो उन्हें करना चाहिए था।

स्वप्निल अस्नोडकर 
जब 2008 में आईपीएल की शुरुआत हुई तो राजस्थान रॉयल्स की ओर से खेलते हुए एक खिलाड़ी ने खूब सुर्खियां बटोरीं। इस खिलाड़ी का नाम था स्वप्निल अस्नोडकर। अस्नोडकर गोवा के विकेटकीपर बैट्समैन थे। उन्होंने आईपीएल के पहले संस्करण में 311 रन बनाए और अपनी टीम राजस्थान रॉयल्स को आईपीएल खिताब जीताने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। मगर 2009 के आईपीएल सीजन में स्वप्निल बल्ले से परफॉर्म करने में बुरी तरह नाकाम रहे और 11 मैचों में सिर्फ 112 रन ही बना सके। उनका नाम एक मैच फिक्सिंग स्कैंडल के साथ भी जुड़ा पर जांच में वो पाक साफ निकले। हालांकि, इसके बाद स्वप्निल अस्नोडकर को किसी आईपीएल फ्रेंचाइजी ने टीम में स्थान नहीं दिया और इसके साथ ही उनका क्रिकेट करियर समाप्त हो गया।

पॉल चंद्रशेखर वल्थाटी

पॉल चंद्रशेखर वल्थाटी2 / 5

साल 2011 के आईपीएल सीजन में किंग्स इलेवन पंजाब के लिए खेलने वाले पॉल वल्थाटी का नाम उभरते हुए खिलाड़ी के रूप में लिया जाने लगा था। उन्होंने इस साल एक शानदार शतक के साथ टूर्नामेंट में कुल 463 रन बना डाले थे। लेकिन, चोटिल हो जाने के कारण उनका क्रिकेट करियर बुरी तरह प्रभावित हुआ और वो अपने बल्ले का जादू फिर कभी नहीं दिखा सके। पॉल वल्थाटी ने अपना आखिरी मैच साल 2013 में खेला था और उसके बाद से वो क्रिकेट से दूर हैं। 

मनविंदर सिंह बिस्ला

मनविंदर सिंह बिस्ला3 / 5

इस खिलाड़ी के बारे में आप सबने खूब सुना होगा। कोलकाता नाइट राइडर्स की ओर से विकेट कीपिंग करते थे। साल 2012 का आईपीएल फाइनल याद है आपको? जब कोलकाता नाइट राइडर्स ने चेन्नई सुपर​ किंग्स को हराकर अपना पहला खिताब जीता था। इस मुकाबले में मनविंदर सिंह बिस्ला 'मैन आॅफ द मैच' बने थे। बिस्ला ने इस फाइनल मुकाबले में 48 गेंदों में 89 रन की बेजोड़ पारी खेलकर अपनी टीम को खिताब दिला दिया था। लेकिन, अगले सीजन में उनका परफॉर्मेंस अच्छा नहीं रहा और टीम में उनका स्थान ले लिया रॉबिन उथप्पा ने। इसके बाद बिस्ला कभी वापसी नहीं कर सके और एक शानदरा खिलाड़ी गुमनामी में चला गया। बिस्ला अब छोटे-मोटे कॉर्पोरेट टूर्नामेंट्स में खेलते हुए नजर आते हैं।
 

राहुल शर्मा

राहुल शर्मा4 / 5

पंजाब के लिए खेलने वाले लेग स्प‍िनर राहुल शर्मा ने पॉल वल्थाटी से भी आगे का सफर तय किया था। राहुल भी पॉल की तरह 2011 आईपीएल की खोज थे। राहुल ने आईपीएल के उस सीजन में पुणे वॉरियर्स के लिए खेलते हुए 14 विकेट लिए और अपनी लेग ब्रेक, गुगली से टीम इंडिया के सेलेक्टर्स को इतना प्रभावित कर दिया कि उन्हें भारतीय टीम में जगह मिल गई। बाकायदा राहुल ने भारत के लिए 4 वनडे और 2 टी-20 इंटरनेशनल खेले भी, लेकिन अब वो भी वल्थाटी की तरह लाइमलाइट से गायब हो चुके हैं। राहुल शर्मा का करियर चौपट करने में कुछ योगदान उस ड्रग्स कांड का भी रहा, जिमसें वो साउथ अफ्रीका के बॉलर वायन पार्नेल के साथ पकड़े गए थे और उनका ड्रग्स टेस्ट पॉजिटिव पाया गया था।

कामरान खान

कामरान खान5 / 5

आईपीएल 2009 में राजस्थान रॉयल्स की ओर से डेब्यू करने वाले तेज गेंदबाज कामरान खान को तत्कालीन कप्तान शेन वॉर्न की खोज थे। उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले में पैदा हुए कामरान खान आईपीएल के एक मैच से रातोंरात स्टार बन गए थे। कामरान ने कोई भी फर्स्ट क्लास मैच नहीं खेला था और सीधे आईपीएल जैसे बड़े क्रिकेट टूर्नामेंट में उन्हें खेलने का मौका मिला था। उन्होंने 2009 आईपीएल सीजन में कुल 11 विकेट लिए, लेकिन उनके गेंदबाजी एक्शन पर सवाल खड़े किए गए। कामरान को दो हफ्ते के लिए रिहैब सेंटर जाना पड़ा और गेंदबाजी एक्शन में बदलाव करना पड़ा। इसके बाद कामरान खान का जादू बरकरार नहीं रह पाया और वो क्रिकेट की दुनिया के नक्शे से गायब हो गए। सबसे दुख की बात यह है कि उन्हें पैसों की तंगी के कारण खेतों में काम करना पड़ रहा है।