PCB के नए चीफ का लहजा भारत बनाम पाकिस्तान मसले पर दिखा नरम, कहा- सरकार करेगी ये चीज तय
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड यानी PCB के नए चीफ नजम सेठी का लहजा भारत बनाम पाकिस्तान मसले पर नरम दिखा। उन्होंने रमीज राजा को लेकर भी बयान दिया और कहा कि कमेंट्री बॉक्स में उनका स्वागत है।

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पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के नए अध्यक्ष नजम सेठी का लहजा भारत बनाम पाकिस्तान मसले पर नरम दिखा। इससे पहले के पीसीबी चीफ रमीज राजा ने भारत बनाम पाकिस्तान मामले पर सख्त तेवर दिखाए थे। वहीं, नजम सेठी ने एशिया कप 2023 में भारत के पाकिस्तान आने और वनडे वर्ल्ड कप 2023 के लिए पाकिस्तान के भारत जाने पर अपनी राय रकी।
सोमवार को कराची में प्रेस कॉन्फ्रेंस में नजम सेठी ने कहा कि अगले साल भारत में होने वाले एकदिवसीय विश्व कप के लिए पाकिस्तान की टीम को भारत भेजने का फैसला सरकार के स्तर पर लिया जाएगा। सेठी से पहले पूर्व पीसीबी चीफ रमीज राजा ने धमकी दी थी कि अगर भारत एशिया कप के लिए पाकिस्तान नहीं आया तो उनका देश विश्व कप से हटने पर विचार करेगा।
नजम सेठी से जब रमीज राजा की धमकी के बारे में पूछा गया तो उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ''अगर सरकार कहती है कि भारत मत जाओ तो हम नहीं जायेंगे। जहां तक पाकिस्तान और भारत के क्रिकेट संबंधों का सवाल है तो यह साफ है कि इस पर निर्णय हमेशा सरकार के स्तर पर लिया जाता है। इस तरह के फैसले सरकार के स्तर पर ही लिए जाते हैं और पीसीबी केवल स्पष्टता की मांग कर सकता है।''
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सेठी ने कहा कि वह पाकिस्तान की मेजबानी में प्रस्तावित आगामी एशिया कप के मुद्दे पर एशियन क्रिकेट काउंसिल के संपर्क में रहेंगे। उन्होंने कहा, ''मैं देखूंगा कि स्थिति क्या है और फिर हम आगे बढ़ेंगे। हम जो भी निर्णय लेते हैं, हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हम अलग-थलग न पड़े।'' सेठी ने यह भी कहा कि अगर राजा ने कमेंट्री बॉक्स में लौटने का फैसला किया तो उन्हें या पीसीबी को कोई आपत्ति नहीं होगी।
सेठी ने रमीज राजा को पीसीबी अध्यक्ष के पद से हटाने के वर्तमान प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के फैसले का भी बचाव किया। उन्होंने कहा, ''मैं 2018 में अध्यक्ष था। जब इमरान खान की सरकार बनी, तो मैंने इस्तीफा दे दिया। हालांकि, सत्ता के गलियारों में कुछ लोगों ने मुझे बताया कि कोई मुझे नहीं हटाएगा। मैंने हमेशा माना है कि क्रिकेट मामलों को चलाने के लिए प्रधानमंत्री को अपना उम्मीदवार चुनने का अधिकार है।''