मुथैया मुरलीधरन का दावा, इस वजह से दूसरे लेग स्पिनर से बिलकुल अलग हैं रवि बिश्नोई
लेग स्पिनर रवि बिश्नोई ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 सीरीज में कमाल का प्रदर्शन किया। बिश्नोई की मुथैया मुरलीधरन ने प्रशंसा की है। उन्होंने साथ ही बताया कि बिश्नोई दूसरे लेग स्पिनर से क्यों अलग हैं?

रवि बिश्नोई को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी20 सीरीज के लिए जब भारतीय टीम में चुना गया तो यह स्पष्ट संकेत था कि अगले साल टी20 वर्ल्ड कप के मद्देनजर वह टीम प्रबंधन की दीर्घकालिक रणनीति का हिस्सा हैं। भारत को वर्ल्ड कप से पहले छह टी20 खेलने हैं और समझा जाता है कि 23 वर्ष के बिश्नोई को युजवेंद्र चहल पर तरजीह मिलनी तय है। चहल दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी20 सीरीज के लिए भारतीय टीम का हिस्सा नहीं है। चहल ने इस साल नौ टी20 मैचों में नौ विकेट लिए जबकि बिश्नोई ने 11 मैचों में 18 विकेट चटकाए।
श्रीलंका के महान स्पिनर मुथैया मुरलीधरन ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच मैचों टी20 की सीरीज में शानदार प्रदर्शन करने वाले बिश्नोई की तारीफ की है। उन्होंने बिश्नोई को दूसरे लेग स्पिनर से बिलकुल अलग करार दिया। मुरलीधरन ने जियो सिनेमा से कहा, ''बिश्नोई दूसरे लेग स्पिनर से अलग है। वह तेज गेंद डालता है और गेंद को स्लाइड कराता है। मददगार विकेटों पर उसे खेलना काफी कठिन है।'' बिश्नोई ने फरवरी 2022 में टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू किया। उन्होंने अब तक भारत के लिए 21 टी20 खेले हैं और 24 शिकार किए।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में बिश्नोई 'प्लेयर आफ द सीरिज' रहे। उन्होंने पांच मैचों में 9 विकेट लिए। विशाखापट्टनम में पहले मैच में चार ओवर में 54 रन देने के अलावा बिश्नोई ने बाकी मैचों में शानदार गेंदबाजी की। ऑस्ट्रेलियाई कप्तान मैथ्यू वेड ने स्वीकार किया कि बल्लेबाजों की मददगार पिचों पर भी बिश्नोई को खेलना आसान नहीं था। उन्होंने कहा, ''उनके स्पिनरों ने अच्छा प्रदर्शन किया। बिश्नोई ने खास तौर पर चारों मैचों में शानदार गेंदबाजी की। उसे खेलना आसान नहीं था।''