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अंकित चव्हाण के अनुरोध को एमसीए ने ठुकराया, बैन हटाने के लिए कोर्ट जाने को कहा

मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन (एमसीए) ने मुंबई के पूर्व बाएं हाथ के स्पिनर अंकित चव्हाण के मामले में हस्तक्षेप नहीं करने का फैसला किया है। 11 जून को एमसीए ने शीर्ष परिषद की बैठक में ये फैसला लिया। एमसीए ने...

अंकित चव्हाण के अनुरोध को एमसीए ने ठुकराया, बैन हटाने के लिए कोर्ट जाने को कहा
लाइव हिंदुस्तान टीम,नई दिल्लीSat, 12 Jun 2021 12:41 PM
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मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन (एमसीए) ने मुंबई के पूर्व बाएं हाथ के स्पिनर अंकित चव्हाण के मामले में हस्तक्षेप नहीं करने का फैसला किया है। 11 जून को एमसीए ने शीर्ष परिषद की बैठक में ये फैसला लिया। एमसीए ने बैठक में फैसला लिया कि बैन झेल रहे क्रिकेटर को एमसीए से उनकी सजा को कम करने के अनुरोध की जगह कोर्ट का दरवाजा खटखटाना चाहिए। इंडियन प्रीमियर लीग(आईपीएल) 2013 के स्पॉट फिक्सिंग केस 
में शामिल पाए जाने के बाद उन पर आजीवन बैन लगा दिया गया।

अंकित चव्हाण ने हाल ही में एमसीए से अनुरोध किया था कि उनका आजीवन प्रतिबंध हटा दिया जाए और उन्हें खेलने की अनुमति दी जाए। राज्य संघ को लिखे एक पत्र में मुंबई के पूर्व स्पिनर ने बताया था कि एस श्रीसंत की तरह उनकी सजा घटाकर सात साल कर दी गई है और उनके पास एमसीए के लोकपाल का आदेश है। शुक्रवार की बैठक में एमसीए के एक पदाधिकारी ने कहा कि अंकित चव्हाण पर आजीवन बैन बीसीसीआई 
ने लगाया था। बीसीसीआई अब इसकी समीक्षा नहीं करना चाहता है। ऐसी नीति उसने मोहम्मद अजहरुद्दीन या मनोज प्रभाकर जैसे पिछले मामलों में भी बनाए रखी है। अंकित को कोर्ट जाना होगा और एक आदेश प्राप्त करना होगा। श्रीसंत को भी कोर्ट से राहत मिली थी। 

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35 साल बाएं हाथ के पूर्व स्पिनर अंकित चव्हाण ने मुंबई के लिए 18 प्रथम श्रेणी मैच खेले है। चव्हाण ने एमसीए से गुहार लगाई थी कि उनके साथ श्रीसंत का जैसा व्यवहार किया जाए। पिछले साल सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद केरल क्रिकेट एसोसिएशन ने श्रीसंत को ऑफिशियल क्रिकेट खेलने की अनुमति दे दी। चव्हाण ने कहा था कि  मुझे अभी तक एमसीए से कोई संवाद नहीं मिला है। मुझे नहीं पता कि मैं क्या कर सकता हूं। 
 

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