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मयंक अग्रवाल ने बताया, राहुल द्रविड़ की वजह से वापसी करने में कैसे मिली मदद

भारतीय सलामी बल्लेबाज मयंक अग्रवाल ने कहा कि टीम से दूर रहने के दौरान उन्होंने अपने खेल के मानसिक पहलू को समझने पर काम किया जिस पर कोच राहुल द्रविड़ हमेशा जोर देते हैं और इससे उन्हें वापसी में काफी...

मयंक अग्रवाल ने बताया, राहुल द्रविड़ की वजह से वापसी करने में कैसे मिली मदद
भाषा,नई दिल्लीFri, 24 Dec 2021 04:03 PM

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भारतीय सलामी बल्लेबाज मयंक अग्रवाल ने कहा कि टीम से दूर रहने के दौरान उन्होंने अपने खेल के मानसिक पहलू को समझने पर काम किया जिस पर कोच राहुल द्रविड़ हमेशा जोर देते हैं और इससे उन्हें वापसी में काफी मदद मिली। कर्नाटक के 30 साल के अग्रवाल कनकशन (सिर में चोट) के कारण इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट से बाहर हो गए थे और उसके बाद टीम में जगह गंवा दी थी। उन्होंने हाल ही में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियन न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट में 150 और 62 रन बनाकर वापसी की। 
    
 उन्होंने सलामी बल्लेबाज और भारत के उपकप्तान के एल राहुल से बातचीत के दौरान कहा ,'यह नई शुरुआत नहीं है। पिछले एक साल मैं खुद को समझने की कोशिश करता रहा और यह जानने की भी कि मेरी ताकत और कमजोरियां क्या है।' बीसीसीआई टीवी पर डाले गए इस वीडियो में उन्होंने कहा ,'मुझे वापसी करके अच्छा प्रदर्शन कर पाने की खुशी है और आगे भी इस लय को कायम रखूंगा।' खुद को समझने की प्रक्रिया में द्रविड़ के योगदान के बारे में पूछने पर अग्रवाल ने कहा ,'वह हमेशा खुद को समझने और मानसिक पहलू पर काम करने की बात करते हैं। उस पर काम करने से सफलता हासिल करने के मौके बढ़ जाते हैं।' उन्होंने कहा ,'वह अच्छी तैयारी पर बल देते हैं। हमने यहां अच्छी प्रैक्टिस की है और टेस्ट मैच का इंतजार है।'

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अग्रवाल और राहुल कर्नाटक के लिए साथ खेलने के बाद आईपीएल में पिछले चार साल से पंजाब किंग्स के लिS पारी की शुरूआत कर रहे हैं। दोनों को 26 दिसंबर से दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ शुरू हो रहे पहले टेस्ट में भी अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है।  राहुल ने कहा ,''मेरा सफर खूबसूरत रहा है। मैं ऐसा ही चाहता था। तुम मेरे सफर का और मैं तुम्हारे सफर का हिस्सा रहा हूं। हम दोनों ने इसके लिए काफी मेहनत की है। हमें यकीन नहीं था कि हम भारत के लिए खेलेंगे लेकिन हमने सपने पूरे करने के लिये काफी मेहनत की। अब पीछे मुड़कर देखने पर अच्छा लगता है कि कहां से शुरू किया था और आज कहां है। यह करिश्मे जैसा है। हमारे लिए यह शुरूआत है। अभी लंबा सफर तय करना है। हमारी दोस्ती और आपसी तालमेल से भारत के लिये कई मैच जीतने हैं।'

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