वायुसेना में राफेल की एंट्री से एमएस धोनी हैं गदगद, ट्वीट कर बताया कौन फाइटर जेट है उनका फेवरेट
भारतीय वायुसेना के लिए गुरुवार का दिन ऐतिहासिक रहा। फ्रांस से खरीदे गए पांचों राफेल लड़ाकू विमानों के औपचारिक रूप से वायुसेना में शामिल होने के साथ ही आसमान में उनकी ताकत में जबरदस्त इजाफा हो गया। इस...
भारतीय वायुसेना के लिए गुरुवार का दिन ऐतिहासिक रहा। फ्रांस से खरीदे गए पांचों राफेल लड़ाकू विमानों के औपचारिक रूप से वायुसेना में शामिल होने के साथ ही आसमान में उनकी ताकत में जबरदस्त इजाफा हो गया। इस दौरान अंबाला एयरबेस पर राफेल के इंडक्शन समारोह में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ फ्रांस की रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पार्ली भी मौजूद रहीं। इस खास मौके पर भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह ने भी खुशी जाहिर करते हुए बधाई दी है।
धोनी ने ट्वीट कर कहा कि, ''वायु सेना के गोल्डन एरो स्क्वाड्रन में राफेल के शामिल होने पर बधाई। हम उम्मीद करते हैं कि राफेल मिराज-2000 को पीछे छोड़ देगा लेकिन सुखोई मेरा अब भी पसंदीदा है। और अब जवानों को डॉगफाइट के लिए एक और नया लक्ष्य मिल गया है।''
Wishing The Glorious 17 Squadron(Golden Arrows) all the very best and for all of us hope the Rafale beats the service record of the Mirage 2000 but Su30MKI remains my fav and the boys get new target to dogfight with and wait for BVR engagement till their upgrade to Super Sukhoi
— Mahendra Singh Dhoni (@msdhoni) September 10, 2020
धोनी ने एक और ट्वीट कर लिखा, “जंग में खुद को साबित कर चुके दुनिया के सर्वश्रेष्ठ 4.5 जनरेशन के लड़ाकू विमानों के शामिल होने के साथ ही इन्हें दुनिया के सबसे बेहतरीन फाइटर पायलट भी मिल गए हैं। हमारे काबिल पायलटों के हाथों और भारतीय वायु सेना के अलग-अलग विमानों के बीच इस विमान की ताकत और ज्यादा बढ़ेगी।
With the Final Induction Ceremony the world’s best combat proven 4.5Gen fighter plane gets the world’s best fighter pilots. In the hands of our pilots and the mix of different aircrafts with the IAF the potent bird’s lethality will only increase.
— Mahendra Singh Dhoni (@msdhoni) September 10, 2020
लेफ्टिनेंट कर्नल की मानद उपाधि- बता दें कि महेंद्र सिंह धौनी को सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल पद पर मानद उपाधि दी गई है। इसके अलावा 2011 में उन्हें इंडियन टेरिटोरियल आर्मी में लेफ्टिनेंट कर्नल की रैंक भी दी गई थी। धौनी इसके लिए कई बार अभ्यास भी कर चुके हैं।
बता दें कि अत्याधुनिक लड़ाकू विमानों की कमी का सामना कर रही भारतीय वायु सेना के लिए इस दिन को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि क्षेत्र में शक्ति संतुलन को बदलने की ताकत रखने वाला राफेल इसी दिन उसके लड़ाकू विमानों के बेड़े की शान बन गया। पाकिस्तान और चीन के साथ तनाव के मद्देनजर राफेल की मौजूदगी अब और भी अहम हो गई है। क्योंकि राफेल में चीन और पाकिस्तान को मात देने की पूरी क्षमता है।
किसके नाम होगा IPL 2020 का खिताब, ब्रेट ली ने लिया इस टीम का नाम