INDvsSA: टी-20 में जीत के बाद धौनी-भुवी के नाम हुआ ये रिकॉर्ड, सबसे ज्यादा...
भारत और दक्षिण अफ्रीका में हुई वनडे सीरीज को 5-1 से जीतने के बाद इंडिया की जीत का सिलसिला जारी है। रविवार को खेला गया टी-20 सीरीज का पहला मैच भी भारत के खाते में...
टी 20 में जीत के हीरो
भारत और दक्षिण अफ्रीका में हुई वनडे सीरीज को 5-1 से जीतने के बाद इंडिया की जीत का सिलसिला जारी है। रविवार को खेला गया टी-20 सीरीज का पहला मैच भी भारत के खाते में ही रहा। तीन मैचों की इस सीरीज में पहला मैच जीतने के बाद खिलाड़ियों ने कई रिकॉर्ड अपने नाम कर लिए। इसमें धौनी, भुवी और शिखर धवन शामिल हैं। साउथ अफ्रीका ने टॉस जीतते हुए इंडिया को पहले बल्लेबाजी करने का मौका दिया। टीम इंडिया ने मेजबान टीम को 204 रन का लक्ष्य दिया। बल्लेबाजी करने उतरी मेजबान टीम को पहला झटका तीसरे ओवर में लगा। इसके बाद टीम लड़खड़ाती गई और 175 पर ही ढेर हो गई। 28 रन से सीरीज का पहला मैच जीतने के बाद टीम काफी खुश नजर आई। इस दौरान टीम के विकेटकीपर महेंद्र सिंह धौनी भी ये खास रिकॉर्ड अपने नाम कर पाए।
धौनी ने लिए टी 20 में सबसे ज्यादा कैच
माही के नाम टी 20 में अब सबसे ज्यादा कैच पकड़ने का कीर्तिमान जुड़ गया है। धौनी के नाम रविवार के मैच के बाद 134 कैच का रिकॉर्ड जुड़ गया है। धौनी के बाद यह सबसे ज्यादा कैच लेने रिकॉर्ड श्रीलंका के कुमार संगकारा (133 कैच) भारत के दिनेश कार्तिक (123 कैच) ले चुके हैं। वहीं, भुवी ऐसे पहले भारतीय तेज गेंदबाज हैं, जिनके नाम क्रिकेट के हर फॉर्मेट में 5 या उससे अधिक विकेट हैं। इस मैच में उन्होंने 4 ओवर में 24 रन देकर 5 अफ्रीकी बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाया था। भुवी इस मैच में दुनिया के तीसरे ऐसे गेंदबाज बने, जिन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी 20 इंटरनेशनल मैच में 5 विकेट लिए। इससे पहले पाकिस्तान के उमर गुल ने 2013 में 6 देकर 5 विकेट लिए थे, जबकि बांग्लादेश के अहसान मलिक ने 2014 में 19 रन देकर 5 विकेट झटके थे।
शिखर ने महज 32 बॉल पर पूरी की फिफ्टी
सिर्फ धौनी-भुवी ही नहीं शिखर धवन भी रोहित शर्मा को पीछे छोड़ने में कामयाब रहे। शिखर ने इस मैच में 27 बॉलों पर 72 रन जड़े। उन्होंने महज 27 बॉल पर ही अपनी फिफ्टी पूरी कर ली थी। यह दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ किसी भी भारतीय बल्लेबाज द्वारा लगाई गई सबसे तेज फिफ्टी है। इससे पहले रोहित शर्मा ने 2011 में डरबन में खेले गए मुकाबले में 32 बॉलों पर ये कारनामा कर दिखाया था।