INDvsSA: ये जोड़ी हुई हिट, अश्विन-जडेजा के लिए बढ़ीं मुश्किलें
भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज स्पिन गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा लंबे समय से क्रिकेट के छोटे प्रारूप में वापसी नहीं कर सके हैं। आने वाले समय में भी इन दोनों तजुरबेदार गेंदबाजों की राह...
भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज स्पिन गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा लंबे समय से क्रिकेट के छोटे प्रारूप में वापसी नहीं कर सके हैं। आने वाले समय में भी इन दोनों तजुरबेदार गेंदबाजों की राह आसान नहीं दिख रही है। चहल-यादव की जोड़ी सीमित ओवर क्रिकेट में ऐसा कमाल का प्रदर्शन करते आ रहे हैं कि अश्विन और जडेजा की जोड़ी की वापसी मुश्किल में पड़ गई है। युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव का मौजूदा प्रदर्शन उन्हें विश्व के बेहतरीन स्पिन गेंदबाजों की कतार में लाकर खड़ा कर दिया है। सीमित ओवर क्रिकेट में दोनों ने अपनी अलग जगह बना ली है।
चहल-यादव को मिला धौनी का साथ
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान एमएस धौनी ने इन दोनों ही गेंदबाजों को तराशने में अहम भूमिका निभाई है। विकेट के पीछे से धौनी दोनों को महत्वपूर्ण सलाह देते रहते हैं। पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग ने धौनी के इस रोल पर फोकस करते हुए उनका वन-डे में खेलना टीम इंडिया के लिए अच्छा बताया है।
धौनी की मदद का जीता जागता उदाहरण डरबन वनडे में देखने को मिला। वैसे ये तो जगजाहिर है कि विकेटकीपर जिस पोजीशन पर होता है वहां से बल्लेबाज के अगले कदम और उसके खेलने के तरीके को आसानी से पढ़ा जा सकता है। धौनी इस हुनर में माहिर भी हैं। वे विकेट के पीछे से गेंदबाजों को सलाह देते रहते हैं।
डरबन वनडे में कुलदीप ने जेपी डुमिनी को गुगली डालकर चलता किया। तब धौनी को यह कहते हुए सुना गया था कि, 'मेरी तरह इसको (डुमिनी) भी समझ नहीं आया।'
डरबन वनडे खत्म होने के बाद कुलदीप यादव ने धौनी की तारीफ के पुल बांध दिए। उन्होंने कहा था कि 'धौनी भाई के पास लंबा अनुभव है। उनकी मौजूदगी में हमें सिर्फ 40 प्रतिशत देना होता है। 60 प्रतिशत वो खुद ही आपके लिए कर देते हैं। वे बल्लेबाज को पढ़ लेते हैं जिससे बड़ा फायदा मिलता है।'
लंबे समय से अश्विन-जडेजा की नहीं हुई वनडे में वापसी
टेस्ट मैचों में अच्छा प्रदर्शन करने के बावजूद रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा की मशहूर स्पिन जोड़ी को क्रिकेट के छोटे प्रारूप में जगह नहीं मिल पा रही है। बतात चलें कि बीते साल श्रीलंका और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज मे 'आराम' दिए जाने के बाद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन टी20 मैचों की सीरीज में भी इन दोनों को भारतीय टीम में शामिल नहीं किया गया था। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शुरुआती तीन वनडे मैचों में अक्षर पटेल के चोटिल होने के कारण जडेजा को टीम में स्थान जरूर मिला था लेकिन वो एक भी मैच नहीं खेले थे।
दक्षिण अफ्रीका दौरे पर भी हुए ड्रॉप
दक्षिण अफ्रीका दौरे में के छह वनडे मैचों की सीरीज में भी रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा की अनदेखी की गई। इन दोनों की जगह ऑलराउंडर केदार जाधव और तेज गेंदबाज शार्दुल ठाकुर को महत्व दिया गया। स्पिनर कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल के साथ बाएं हाथ के स्पिनर अक्षर पटेल पर भी भरोसा दिखाया गया।