NZ vs IND: अजिंक्य रहाणे पर भड़के पूर्व सिलेक्टर, जमकर लगाई फटकार
विराट कोहली के नेतृत्व में टीम इंडिया की न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे और टेस्ट मैचों में परफॉर्मेंस बेहद निराशाजनक रही। न्यूजीलैंड ने भारत को वनडे 3-0 और टेस्ट में 2-0 से हराकर व्हाइटवॉश किया। भारत के...
विराट कोहली के नेतृत्व में टीम इंडिया की न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे और टेस्ट मैचों में परफॉर्मेंस बेहद निराशाजनक रही। न्यूजीलैंड ने भारत को वनडे 3-0 और टेस्ट में 2-0 से हराकर व्हाइटवॉश किया। भारत के मध्यक्रम के बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे अच्छी शुरुआत के बावजूद बड़ी पारी नहीं खेल पाए। अजिंक्य रहाणे ने 21.50 की औसत से केवल 91 रन बनाए। भारत के पूर्व प्रमुख चयनकर्ता संदीप पाटिल ने मध्यक्रम के इस बल्लेबाज को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि वह जरूरत से ज्यादा सतर्क थे। वह टीम को संकट से निकालने में असफल रहे।
संदी पाटिल ने टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए इंटरव्यू में कहा, ''कोई बल्लेबाज तब स्लो खेलना शुरू करता है, जब उसे असफलता का डर होता है। मैंने यह तब देखा जब वह मुंबई के लिए खेल रहे थे। ऐसा असफलता के डर के कारण ही होता है। उन्होंने टीम इंडिया का नेतृत्व किया है। विदेशों में उनका शानदार रिकॉर्ड है, लेकिन वह सब इतिहास है। अब वह केवल टेस्ट बल्लेबाज हैं। वनडे से वह बाहर हो चुके हैं। मनुष्य की प्रवृत्ति है कि वह स्वयं को टेस्ट विशेषज्ञ के रूप में स्थापित करना चाहता है।''
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उन्होंने आगे कहा, ''ऐसा करने से आप यह दिखाना चाहते हैं कि आप तकनीकी रूप से मजबूत हैं। आप क्रीज पर टिके रह सकते हैं। यदि आप क्रीज पर टिके ही रहना चाहते हैं तो आप किसी गार्ड को बुला सकते हैं। लेकिन तब रन कौन बनाएगा।''
दाएं हाथ के इस पूर्व बल्लेबाज ने कहा, ''मैं यह नहीं कह रहा कि आप हर गेंद पर बल्ला चलाएं। लेकिन जब आप कई शतक बना चुके हो तो यह नजरिया स्वीकार्य नहीं है। मेरे जैसा साधारण खिलाड़ी भी विदेशी पिचों पर सर्वाइव करता था और ये खिलाड़ी तो चैंपियन खिलाड़ी हैं।''
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1983 वर्ल्ड कप की हीरो संदीप पाटिल ने कहा कि कोच रवि शास्त्री और उनके स्टाफ को जिम्मेदारी शेयर करनी चाहिए। उन्होंने कहा, ''यदि अजिंक्य रहाणे इस बात को नहीं समझ रहे हैं तो प्रमुख कोच और बल्लेबाजी कोच क्या कर रहे हैं। यदि एक बल्लेबाज अपने खोल में चला जाता है तो दूसरे उसे फॉलो करते हैं। उसके बाद आने वाले बल्लेबाजों को भी लगता है कि गेंदबाजी बहुत अच्छी हो रही है।''