IND vs AUS: भारतीय दर्शक का दावा, मोहम्मद सिराज को नहीं दी गई किसी तरह की कोई गाली
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सिडनी में खेला गया बॉर्डर-गावस्कर सीरीज का तीसरा मुकाबला ड्रॉ रहा। इस मैच में भारत की चौथी पारी में हनुमा विहारी और आर अश्विन ने चोट के बावजूद साहसिक पारियां खेलीं। यह...

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सिडनी में खेला गया बॉर्डर-गावस्कर सीरीज का तीसरा मुकाबला ड्रॉ रहा। इस मैच में भारत की चौथी पारी में हनुमा विहारी और आर अश्विन ने चोट के बावजूद साहसिक पारियां खेलीं। यह टेस्ट मैच सिर्फ भारत की आखिरी दिन जोरदार बल्लेबाजी के ही लिए नहीं, बल्कि ऑस्ट्रेलियाई दर्शकों की काली करतूतों के लिए याद किया जाएगा, जिन्होंने टीम इंडिया के तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज और जसप्रीत बुमराह पर नस्लभेदी टिप्पणियां कीं। इस बीच, एक भारतीय दर्शक ने यह दावा किया है कि दर्शकों ने सिराज को किसी भी तरह की गाली नहीं दी थी।
'सिडनी मॉर्निग हेराल्ड' से बात करते हुए प्रतीक केल्कर नाम के इस शख्स ने कहा कि, उस समय मोहम्मद सिराज को इसलिए चिढ़ाया जा रहा था, क्योंकि पिछले ओवर में ऑस्ट्रेलिया बल्लेबाज कैमरून ग्रीन ने उनकी गेंद पर दो लंबे छक्के लगाए थे। प्रतीक ने यहां तक कहा कि उस समय सभी दर्शक सिराज को यह कह रहे थे कि उनका सिडनी में स्वागत है। इस घटना के बाद केल्कर को भी मैदान के बाहर कर दिया गया था, क्योंकि वो उस समय आरोपित दर्शकों को सपोर्ट कर रहे थे।
उन्होंने आगे कहा कि, 'पुलिस ने मुझे भी स्टेडियम से बाहर कर दिया था क्योंकि मैं उस समय उन छह दर्शकों को सपोर्ट कर रहा था।'' इस केस में हालांकि ऑस्ट्रेलिया पुलिस ने अभी तक किसी को भी गिरफ्तार नहीं किया है। केल्कर ने कहा कि इस घटना के बाद उस दिन उन छह लोगों में से किसी ने भी दोबारा स्टेडियम में एंट्री नहीं ली।
इस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने भारत के सामने जीत के लिए 407 का बेहद मुश्किल लक्ष्य रखा था और भारत ने चौथे दिन के दो विकेट पर 98 रन से आगे खेलते हुए मैच ड्रॉ समाप्त होने तक पांच विकेट पर 334 रन बनाए। सिडनी का यह मैच भारतीय टेस्ट इतिहास में हनुमा विहारी और रविचंद्रन अश्विन के जज्बे, साहस और संघर्ष क्षमता के लिए दर्ज हो गया है। दोनों खिलाड़ियों ने चोटिल होने के बावजूद मोर्चा संभाले रखा और टेस्ट ड्रॉ कराकर ही दम लिया।