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Hindi News क्रिकेटHTLS 2022: सचिन-लारा के साथ में बल्लेबाजी करने से लेकर दोनों की पहली मुलाकात तक, जानें 5 बड़ी बातें

HTLS 2022: सचिन-लारा के साथ में बल्लेबाजी करने से लेकर दोनों की पहली मुलाकात तक, जानें 5 बड़ी बातें

HTLS 2022 के 20वें एडीशन का आज पांचवा दिन है। 8 नवंबर से शुरू हुए इस समिट में आज क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर के साथ वेस्टइंडीज के दिग्गज कप्तान ब्रायन लारा शिरकत करेंगे।

HTLS 2022: सचिन-लारा के साथ में बल्लेबाजी करने से लेकर दोनों की पहली मुलाकात तक, जानें 5 बड़ी बातें
Lokesh Kheraलाइव हिंदुस्तान टीम,नई दिल्लीSat, 12 Nov 2022 05:51 PM
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LIVE Hindustan Times Leadership Summit 2022, Day 5: हिन्दुस्तान टाइम्स लीडरशिप समिट के 20वें एडीशन का आज पांचवा दिन है। 8 नवंबर से शुरू हुए इस समिट के आखिरी दिन में आज क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर के साथ वेस्टइंडीज के दिग्गज कप्तान ब्रायन लारा ने हिस्सा लिया इस दौरान उन्होंने कई मुद्दों पर बात की। बता दें, हिंदुस्तान टाइम्स लीडरशिप समिट की शुरुआत 2003 से हुई थी। देश, दुनिया, खेल और समाज के अहम मुद्दों पर इसमें चर्चा होती है। 

सचिन और लारा की पहली मुलाकात

सचिन तेंदुलकर ने बताया कि ब्रायन लारा से उनकी पहली मुलाकात टोरेंटो में हुई थी। वहां वेस्टइंडीज बनाम रेस्ट ऑफ द वर्ल्ड एक्सीबीशन मैच के दौरान वह पहली बार मिले थे। सचिन ने बताया कि इसके बाद वह मैदान के बार मिलने को काफी उत्सुक रहते थे। सचिन ने इस दौरान लारा की बैटिंग को भी गॉड गिफ्ट बताया।

ब्रायन लारा ने इस बारे में कहा कि सचिन से वह 1992 वर्ल्ड कप से पहले कनाडा, शारजाह और ऑस्ट्रेलिया में मिले थे। इससे पहले दोनों ने वर्ल्ड सीरीज खेली थी। सचिन उस दौरान स्टेबलिश टेस्ट क्रिकेटर थे। मैंने उस समय एक ही टेस्ट खेला था। खिलाड़ियों की चोट के चलते मुझे टीम में मौका मिला था। सचिन उस दौरान तेज गेंदबाजों को घर और बाहर दोनों जगह अच्छे से खेलते थे, वह पूर्ण खिलाड़ी थे।

सचिन को मिली गावस्कर की सीट

सचिन तेंदुलकर ने बताया कि 1987 वर्ल्ड कप दौरान जब वह बॉल ब्वॉय थे तो उन्हें एक बार सुनील गावस्कर ने बुलाया था। गावस्कर उन्हें भारतीय क्रिकेट टीम के ड्रेसिंग रूम में लेकर गए थे। जहां सचिन ने देखा कि गावस्कर और बाकी खिलाड़ी कहां बैठते हैं। जब गावस्कर रिटायर हुए तो सचिन ने उनकी सीट ली और फिर वह वहीं बैठने लगे।

सचिन की उनके रोल मॉडल विव रिजर्ड्स से पहली मुलाकात

सचिन ने कहा 'गावस्कर और विव रिजर्ड्स मेरे रोल मॉडल हैं। रिचर्ड्स जिस तरह की बल्लेबाजी करते थे वो मुजे पसंद था। उनकी बॉडी लेंगवेज मुझे आकर्षित करती थी। मुझे याद है जब 1991-92 में जब मैं ऑस्ट्रेलिया में था तो मैं संजय मांजरेकर के साथ था और हम खाना खाने जा रहे थे। तब एक जेंटलमैन होटल में आ रहा था, तब मैंने देखा कि मेरा रोल मॉडल आ रहा है। मांजरेकर उनके खिलाफ खेल चुके थे, मगर मुझे उनसे मिलना था। जब तक हम वहां पहुंचते तो वह अपने कमरे में चले गए थे। तब रिसेप्शन से उनके रूम का पता करके हम उनसे मिलने पहुंचे। मैं मांजरेकर से कह रहा था कि मुझे किसी भी हालत में उनसे मिलना है। तब मैं उनसे पहली बार उनके रूम में मिला।'

जब सचिन को 2007 में विव रिचर्ड्स ने रिटायरमेंट लेने से रोका था

मुझे याद है जब 2007 वर्ल्ड कप के दौरान मैं बुरे दौर से गुजर रहा था तब सब विव ने मुझे एंटीगा से बुलाया, तब मैं रिटायरमेंट के बारे में सोच रहा था। तब उन्होंने मुझे बुलकार करीब 40-45 मिनट बात की। तब उन्होंने मुझे कनवेंस किया कि मेरे में अभी काफी क्रिकेट बाकी है। ये सारी चीजें आपके साथ रहती है। 

ब्रायन लारा ने इस दौरान बताया कि विव रिचर्ड्स के साथ उन्होंने कुछ साल ही बिताए क्योंकि जल्द ही इस महान बल्लेबाज ने रिटायरमेंट ले लिया था। मगर उनके साथ गुजारे उस वक्त में लारा ने कप्तानी के गुण के साथ विकेट पर शांत रहकर बल्लेबाजी करना सीखा।

पहला शतक लगाने के बाद अखबार में फोटो ना छपने से निराश थे तेंदुलकर

सचिन ने बताया 'इंटर स्कूल गेम में जब मैंने अपना पहला शतक लगाया था तो अखबार में मेरा फोटो नहीं आया था। तब मेरे दोस्त मेरी टांग खींच रहे थे क्योंकि उस समय शतक लगाने के बाद हर किसी के फोटो आते थे। तब मैंने अपने पिता और भाई को ये बात बताई। तब मेरे पिता ने ये बात अपने एक दोस्त को बताई थी और उस दोस्त ने कहा था कि मुझे उसकी एक फोटो दे दो देखते हैं क्या होता है। वह दोस्त किसी को जानता था और कुछ दिन बार एक बड़े से आर्टिकल के साथ मेरी फोटो छपी। इससे मेरे घर वाले भी काफी हैरान थे क्योंकि किसी को ये उम्मीद नहीं थी।'

जब पाकिस्तान के खिलाफ तेंदुलकर और लारा ने साथ में की थी बल्लेबाजी

लाराः पाकिस्तान ने 1992 में विश्व कप जीता था। इमरान खान टीम को कनाडा ले गए थे, मैं और सचिन रेस्ट ऑफ द वर्ल्ड टीम का हिस्सा थे। यह स्काई डोम, एस्ट्रोटर्फ था। एंब्रोज और वॉल्श ने जब गेंदबाजी शुरू की तो गेंद उछल रही थी और यह थोड़ा खतरनाक था। कप्तानों ने तय किया कि गेंदबाज 15 गज से ज्यादा नहीं दौड़ सकते। इसके बाद हमें वसीम अकरम, वकार यूनुस, इन सभी का सामना करने के लिए बाहर जाना पड़ा।

तेंदुलकर: तभी ब्रायन को अहसास हुआ कि इन लोगों के खिलाफ कोई दोस्ताना मैच नहीं हो सकता. मुझे लगता है कि हमने लगभग 330-340 रन बनाए। हमने एक शानदार साझेदारी की, ब्रायन ने शतक बनाया, मैंने नाबाद 70-80 रन बनाए और हमने 38-40 ओवरों में उन रनों का पीछा किया। ब्रायन ने महसूस किया कि जब वे दूसरी पारी में गेंदबाजी कर रहे होते हैं तो वे लाइनें मौजूद नहीं होती हैं।

सचिन तेंदुलकर और ब्रायन लारा किसी परिचय के मोहताज नहीं है, मगर एक बार उनके क्रिकेट करियर पर नजर डालें तो 16 साल की उम्र में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू करने वाले सचिन तेंदुलकर ने 200 टेस्ट, 463 वनडे और 1 टी20 मुकाबला खेला है। सचिन वर्ल्ड क्रिकेट सबसे अधिक टेस्ट और वनडे मैच खेलने वाले खिलाड़ी है। इन दोनों फॉर्मेट में उन्होंने क्रमश: 15921 और 18426 रन बनाए हैं और यह भी किसी भी बल्लेबाज द्वारा दोनों फॉर्मेट में बनाए गए सबसे ज्यादा रन है। सचिन तेंदुलकर इसी के साथ वनडे क्रिकेट में पहला दोहरा शतक लगाने वाले बल्लेबाज भी थे, वहीं उनके नाम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में शतकों का शतक लगाने का भी रिकॉर्ड दर्ज है।

वहीं बात ब्रायन लारा की करें तो 131 टेस्ट और 299 वनडे खेलने वाले बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने क्रमश: 11953 और 10405 रन बनाए थे। लारा टेस्ट क्रिकेट की एक पारी में 400 रन बनाने वाले एकमात्र बल्लेबाज हैं।

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