फोटो गैलरी

Hindi News क्रिकेटकेएल राहुल बतौर ओपनर से कैसे बने मिडिल ऑर्डर बैट्समैन? खुद बताई असली कहानी

केएल राहुल बतौर ओपनर से कैसे बने मिडिल ऑर्डर बैट्समैन? खुद बताई असली कहानी

राहुल ने कहा 'पिछले कुछ सालों से मुझे यह भूमिका दी गई है और मैंने लंबे समय तक उस पद पर भूमिका निभाई है। इसलिए, मैं समझता हूं कि मुझे तकनीकी और मानसिक रूप से क्या बदलाव करने हैं और कब जोखिम उठाना है।'

केएल राहुल बतौर ओपनर से कैसे बने मिडिल ऑर्डर बैट्समैन? खुद बताई असली कहानी
Lokesh Kheraलाइव हिंदुस्तान टीम,नई दिल्लीThu, 28 Sep 2023 01:18 PM
ऐप पर पढ़ें

ऋषभ पंत की गैरमौजूदगी में केएल राहुल भारतीय टीम में विकेट कीपर की भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने मिडिल ऑर्डर में शानदार बल्लेबाजी कर टीम मैनेजमेंट को राहत की सांस भी दी। हालांकि पूरी जिंदगी बतौर ओपनर खेलने के बाद केएल राहुल का नंबर-4 या 5 पर खेलने तक का सफर आसान नहीं रहा था। इंडिया वर्सेस ऑस्ट्रेलिया तीसरे वनडे के बाद राहुल ने अपने इस सफर के बारे में खुलकर बात की। राहुल ने बताया कि मिडिल ऑर्डर में खेलने के लिए उन्होंने अपनी मानसिकता में बदलाव किया साथ ही कुछ खिलाड़ियों को वीडियो भी देखें जो इस पोजिशन पर बल्लेबाजी करते हैं।

रविचंद्रन अश्विन का होगा वर्ल्ड कप स्क्वॉड में चयन? जानें क्या बोले कोच राहुल द्रविड़

जियो सिनेमा से बात करते हुए राहुल ने कहा 'चौथे और पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी करना कोई बड़ा अंतर नहीं लगता। लेकिन हां, अपने पूरे जीवन में ओपनिंग बल्लेबाजी करने के बाद नंबर 5 पर उतरना बहुत अलग लग रहा था। पिछले कुछ सालों से मुझे यह भूमिका दी गई है और मैंने लंबे समय तक उस पद पर भूमिका निभाई है। इसलिए, मैं समझता हूं कि मुझे तकनीकी और मानसिक रूप से क्या बदलाव करने हैं और कब जोखिम उठाना है।'

उन्होंने आगे कहा 'इसके अलावा, मैं खेल से कुछ समय दूर था - वापस गया और कुछ खिलाड़ियों के वीडियो देखे जिन्होंने नंबर 4 और 5 पर वास्तव में अच्छा प्रदर्शन किया है और वे अपनी पारी को कैसे आगे बढ़ाते हैं। इसलिए, जब मैं बीच में जाता हूं तो परिस्थितियों का आकलन करता हूं और अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करता हूं।'

एश्टन एगर का वर्ल्ड कप 2023 से बाहर होना तय, ऑस्ट्रेलिया का बढ़ा सिरदर्द

इसी के साथ केएल ने टीम के हालिया प्रदर्शन को लेकर कहा 'पिछले कुछ हफ्तों ने सभी को एक जैसी मानसिकता में डाल दिया है। एशिया कप वास्तव में हमारे लिए महत्वपूर्ण था, हर मैच को जीतना जरूरी था, और हम बहुत कॉम्पिटेटिव क्रिकेट खेल रहे थे। इस सीरीज के दौरान, हमने बहुत अच्छी ऑस्ट्रेलियाई टीम के साथ खेला और पिछले कुछ वर्षों में भारत में उनका पलड़ा हम पर भारी रहा है। इसलिए, हमने अपना सर्वश्रेष्ठ करने की कोशिश की - हमें बहुत विशिष्ट भूमिकाए सौंपी गईं और अच्छे तरीके से एक्जीक्यूट कहा गया। सौभाग्य से हमारे लिए बहुत से लोगों ने वास्तव में यह अच्छा किया। इसलिए उम्मीद है कि हम इसके साथ आगे बढ़ सकते हैं और एक टीम के रूप में बेहतर हो सकते हैं।'

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें