हेनरिक क्लासेन ने लगाई वेस्टइंडीज के गेंदबाजों की क्लास, तूफानी शतक ठोककर टीम को दिलाई जीत
हेनरिक क्लासेन ने तीसरे वनडे मैच में वेस्टइंडीज के गेंदबाजों की क्लास लगा दी। उन्होंने तूफानी शतक ठोककर टीम को ना सिर्फ जीत दिलाई, बल्कि सीरीज में बराबरी भी करा दी। ये आखिरी मैच था।

साउथ अफ्रीका और वेस्टइंडीज के बीच तीन मैचों की वनडे इंटरनेशनल सीरीज का आखिरी मैच पोचेफ्स्ट्रूम में खेला गया। इस मैच को साउथ अफ्रीका की टीम ने जीता, लेकिन इसमें बड़ा योगदान हेनरिक क्लासेन की क्लास और उनके तूफानी शतक का था। अगर क्लासेन के बल्ले से शतकीय पारी नहीं निकलती तो मैच और सीरीज की स्कोरलाइन कुछ और हो सकती थी।
दरअसल, तीन मैचों की वनडे सीरीज का पहला मुकाबला बारिश में धुल गया था और दूसरे मैच को वेस्टइंडीज ने जीता था। ऐसे में मेजबान साउथ अफ्रीका की टीम मुकाबला जीतकर सीरीज में बराबरी करने के इरादे से उतरी थी। गेंदबाजी में साउथ अफ्रीका की टीम की तरफ से ये इरादा साफ दिखा, क्योंकि वेस्टइंडीज की टीम को 48.2 ओवर में 260 रनों पर ढेर कर दिया था।
वहीं, जब टीम 261 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी तो लड़खड़ा गई, क्योंकि 87 रन पर 4 और 142 रन पर 5 विकेट गिर गए थे। इसके बाद हेनरिक क्लासेन के बल्ले ने आग उगली। उन्होंने कैरेबियाई गेंदबाजों की जमकर खबर ली और महज 54 गेंदों में शतक जड़ दिया। वे 61 गेंदों में 15 चौके और 5 छक्कों की मदद से 119 रन की पारी खेलकर नाबाद लौटे। उनका स्ट्राइक रेट 195 से ज्यादा का था। साउथ अफ्रीका की टीम ने 261 रनों के लक्ष्य को महज 29.3 ओवरों में 6 विकेट खोकर हासिल कर लिया।