ग्राहम थोर्प की मौत के 7 दिन बाद सनसनीखेज खुलासा, दिग्गज क्रिकेटर ने खुद ली अपनी जान; पत्नी ने कहा- ये थी बीमारी
Amanda Thorpe on Graham Thorpe Death: इंग्लैंड के पूर्व दिग्गज क्रिकेटर ग्राहम थोर्प की मौत को लेकर एक सनसनीखेज खुलासा हुआ है। ग्राहम की वाइफ अमांडा ने कहा कि उनके पति ने खुद अपनी जान ली है।
इंग्लैंड के पूर्व बल्लेबाज ग्राहम थोर्प का 5 अगस्त 2024 को निधन हो गया था। 55 वर्षीय थोर्प की मौत किस वजह से हुई? इसका तब कोई कारण नहीं बताया गया था। हालांकि, थोर्प की मौत के 7 दिन बाद अब सनसनीखेज खुलासा हुआ है। उनकी पत्नी अमांडा थोर्प ने बताया कि दिग्गज क्रिकेटर ने खुद अपनी जान ली है। अमांडा ने कहा कि उनके पति काफी समय से डिप्रेशन और एंग्जाइटी से जूझ रहे थे। उन्होंने साथ ही कहा कि थोर्प ने दो साल पहले भी अपनी जान लेने की कोशिश की थी। बता दें कि थोर्प ने इंग्लैंड के लिए 100 टेस्ट और 82 वनडे मैच खेले। वह 12 साल इंटरनेशनल क्रिकेट में एक्टिव रहे।
अमांडा ने टाइम्स से बातचीत में कहा, ''वह पत्नी और दो बेटियों से बहुत प्यार करते थे। परिवार भी उनसे बहुत प्यार करता था। हालांकि, ग्राहम उसके बावजूद ठीक नहीं हो पाए। हाल के दिनों में वह बहुत बीमार थे और उन्हें लगता था कि उनके बगैर हम बेहतर रहेंगे। हम इस बात से बहुत दुखी हैं कि उन्होंने इस बात पर अमल किया और अपनी जान ले ली। पिछले कुछ सालों से ग्राहम गंभीर डिप्रेशन और एंग्जाइटी से जूझ रहे थे। इस वजह से उन्होंने मई 2022 में अपनी जान लेने की गंभीर कोशिश की। उन्हें तब लंबे समय तक आईसीयू में रहना पड़ा था।''
उन्होंने कहा, ''उम्मीद की झलक दिख रही थी। पुराने ग्राहम नजर आ रहे थे लेकिन फिर भी डिप्रेशन और एंग्जाइटी से नहीं निकल पाए। यह परेशानी कभी-कभी बहुत गंभीर हो जाती थी। हमने बतौर परिवार उनका सपोर्ट किया। उन्होंने कई ट्रीटमेंट ट्राई किए मगर दुर्भाग्य से उनमें से कोई भी वास्तव में काम नहीं आया।" अमांडा ने आगे कहा, ''ग्राहम को मैदान पर मानसिक रूप से बहुत मजबूत खिलाड़ी के रूप में जाना जाता था और उनका शारीरिक स्वास्थ्य भी अच्छा था। लेकिन मानसिक बीमारी एक वास्तविक बीमारी है और किसी को भी प्रभावित कर सकती है।"
वहीं, ग्राहम की बड़ी बेटी किटी ने कहा, ''हमें इसके बारे में बात करने में कोई शर्म नहीं है। छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है और यह कोई कलंक नहीं है। हम उन्हें बेहतर होने में मदद करने और उन्हें बचाने की कोशिश कर रहे थे। यही वजह है कि हमने कुछ नहीं कहा। अब खबर साझा करने का समय आ गया है, चाहे वह कितनी भी भयानक क्यों न हो। हम इस संबंध में बात करना चाहते थे और अब हम जागरूकता भी बढ़ाना चाहते हैं।"