फोटो गैलरी

Hindi News क्रिकेटइंडियन ड्रेसिंग रूम में मॉन्स्टर मत बनाओ, पहले एमएस धोनी और अब विराट कोहली, जानिए गौतम गंभीर ने क्यों कहा ऐसा

इंडियन ड्रेसिंग रूम में मॉन्स्टर मत बनाओ, पहले एमएस धोनी और अब विराट कोहली, जानिए गौतम गंभीर ने क्यों कहा ऐसा

टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर विवादित बयान देने के लिए काफी बार चर्चा में रहे हैं। अब उन्होंने ऐसा कुछ कह दिया है, जिस पर बवाल मच सकता है। गंभीर के मॉन्स्टर वाला बयान वायरल हो गया है।

इंडियन ड्रेसिंग रूम में मॉन्स्टर मत बनाओ, पहले एमएस धोनी और अब विराट कोहली, जानिए गौतम गंभीर ने क्यों कहा ऐसा
Namita Shuklaलाइव हिन्दुस्तान टीम,नई दिल्लीMon, 19 Sep 2022 03:03 PM

इस खबर को सुनें

0:00
/
ऐप पर पढ़ें

टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर ने भारतीय क्रिकेट टीम में एक खिलाड़ी को हीरो बना देने वाले कल्चर की जमकर आलोचना की है। गंभीर का मानना है कि जिस तरह से विराट कोहली, एमएस धोनी को लेकर फैन्स में जुनून है, वह बाकी खिलाड़ियों के लिए भी होना चाहिए। गंभीर ने साथ ही कहा कि आप भारतीय क्रिकेट टीम के ड्रेसिंग रूम में मॉन्स्टर मत खड़ा करिए, पहले एमएस धोनी थे और अब विराट कोहली हैं। सिर्फ एक मॉन्स्टर होना चाहिए, वह है इंडियन क्रिकेट, ना कि कोई खिलाड़ी।

इतना लंबा सवाल पूछते हो... रिपोर्टर के सवाल पर रोहित का रिऐक्शन वायरल

इंडियन एक्सप्रेस के आइडिया एक्सचेंज में गंभीर ने टीम इंडिया में एक हीरो के प्रति लोगों के जुनून को भारतीय क्रिकेट के लिए सही नहीं करार दिया है। इतना ही नहीं उन्होंने सोशल मीडिया के फॉलोअर्स को सबसे फेक चीज भी कहा। लेकिन गंभीर के इस पूरे स्टेटमेंट के पीछे की उनकी विचारधारा जानना जरूरी है। गंभीर ने कहा, 'क्या आपको लगता है कि एक खिलाड़ी के हीरो वाले कल्चर में आने वाले स्टार खिलाड़ी चोक हो जाएंगे? इस तरह की छाया में कोई और खिलाड़ी ग्रो नहीं कर पाता है। पहले महेंद्र सिंह धोनी थे और अब विराट कोहली।'

विराट कोहली का बल्ला मोहाली में बनाता है माहौल, रिकॉर्ड्स चौंकाने वाले

गंभीर ने अपनी बात के साथ एक उदाहरण भी दिया, 'जब विराट कोहली ने अफगानिस्तान के खिलाफ शतक लगाया, तब एक और खिलाड़ी था, मेरठ जैसे छोटे शहर या युवा गेंदबाज , जिसने पांच विकेट लिए थे। लेकिन किसी ने उसके बारे में बात तक नहीं की। यह काफी दुर्भाग्य वाली बात है। कमेंटरी के दौरान मैं इकलौता ऐसा शख्स था, जिसने यह बात कही थी। उसने चार ओवर गेंदबाजी की थी और पांच विकेट लिए थे, मुझे नहीं लगता यह बात ज्यादा लोग जानते हैं। लेकिन विराट ने सेंचुरी ठोकी, इसका जश्न पूरे देश में मनाया गया। भारत को एक ही क्रिकेटर को पूजने वाले कल्चर से बाहर आना चाहिए। बात चाहे इंडियन क्रिकेट की हो, राजनीति की हो या दिल्ली क्रिकेट की हो। एक शख्स को पूजने का कल्चर खत्म होना चाहिए।'

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें