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रिक्शा चालक के बेटे होने का क्रिकेट से कोई लेना-देना नहीं है: बिशन सिंह बेदी

टीम इंडिया ने कई खिलाड़ियों के घायल होने के बावजूद ऑस्ट्रेलिया को ब्रिसबेन के गाबा मैदान में तीन विकेट से हराकर बॉर्डर-गावस्कर सीरीज को 2-1 से अपने नाम कर लिया। टीम की यह ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर...

रिक्शा चालक के बेटे होने का क्रिकेट से कोई लेना-देना नहीं है: बिशन सिंह बेदी
लाइव हिन्दुस्तान टीम,नई दिल्लीSat, 23 Jan 2021 10:38 PM
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टीम इंडिया ने कई खिलाड़ियों के घायल होने के बावजूद ऑस्ट्रेलिया को ब्रिसबेन के गाबा मैदान में तीन विकेट से हराकर बॉर्डर-गावस्कर सीरीज को 2-1 से अपने नाम कर लिया। टीम की यह ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर लगातार दूसरी टेस्ट सीरीज जीत है। टीम ने दो साल पहले भी विराट कोहली की कप्तानी में कंगारू टीम को 2-1 से हराकर सीरीज पर कब्जा किया था। इस बार की जीत काफी खास है, क्योंकि इस बार ऑस्ट्रेलिया टीम पूरी मजबूती के साथ उतरी थी, वहीं पूरी सीरीज के दौरान भारत के कई खिलाड़ी चोटिल हो गए। भारतीय टीम की इस ऐतिहासिक जीत के बाद पूरे दुनिया में उनकी जमकर तारीफ हो रही है। भारत के पूर्व स्पिनर बिशन सिंह बेदी ने इस पर कहा है कि टीम इंडिया की इस ऐतिहासिक जीत के बाद खिलाड़ियों की मामूली कहानियों पर चर्चा नहीं होनी चाहिए।  

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'इंडियन एक्सप्रेस' से बात करते हुए उन्होंने तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज का उदाहरण लिया और कहा कि उन्होंने टीम के लिए यादगार प्रदर्शन करते हुए पूरी सीरीज में भारत की तरफ से सबसे ज्यादा 13 विकेट झटके। ऐसे में उनके नाम के साथ ऐसा बोलना कि वो रिक्शा चालक का बेटा है, थोड़ा सा अटपटा लगता है। उन्होंने कहा कि रिक्शा चालक के बेटे होने का क्रिकेट से कोई लेना देना नहीं है। एक खेल के मैदान पर सभी समान हैं। ऐसे में उनके साथ उनकी पीछे की कहानियाें के प्रति जुनून दिखाना एक कलंक की तरह लगता है।

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इसके साथ ही पूर्व कप्तान ने युवा खिलाड़ियों पर किसी भी प्रकार की दया दिखाने की आवश्यकता पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि, ''मुझे लगता है कि लोग प्रेरणा के लिए किसी खिलाड़ी के भारतीय टीम से खेलने तक के दौरान हुईं कठिनाइयों को उजागर करना चाहते हैं। लेकिन जिस तरह से यह सोशल मीडिया और व्हाट्सएप पर आगे बढ़ता है, यह उन बारीकियों को छीन लेता है और असंवेदनशील रूप में सामने आता है।''

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