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बेन स्टोक्स सौतेले भाई-बहन की हत्या की रिपोर्ट पर भड़के

क्रिकेट विश्व कप और एशेज में इंग्लैंड की जीत के हीरो बेन स्टोक्स परिवार की जिंदगी का सबसे दर्दनाक सच उजागर होने के बाद भावुक और भड़के हुए हैं। स्टोक्स ने ‘द सन’ की उस रिपोर्ट को शर्मनाक...

बेन स्टोक्स सौतेले भाई-बहन की हत्या की रिपोर्ट पर भड़के
स्पोर्ट्स डेस्क, हिन्दुस्तान टीम,नई दिल्लीWed, 18 Sep 2019 12:11 PM
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क्रिकेट विश्व कप और एशेज में इंग्लैंड की जीत के हीरो बेन स्टोक्स परिवार की जिंदगी का सबसे दर्दनाक सच उजागर होने के बाद भावुक और भड़के हुए हैं। स्टोक्स ने ‘द सन’ की उस रिपोर्ट को शर्मनाक और घटिया पत्रकारिता करार दिया, जिसमें कहा गया कि उनके सौतेले भाई और बहन की हत्या खुद उनके पिता ने की थी। मंगलवार को बेन के भावुक पत्र के बाद सोशल मीडिया पर उनके समर्थन में लोगों ने मोर्चा खोला और टेबलॉयड के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।

‘द सन' ने बताई 30 साल पुरानी दर्दनाक दास्तां बताई
बेन स्टोक्स के परिवार के भयावह अतीत पर इंग्लैंड के मशहूर टेबलॉयड ने विस्तृत रिपोर्ट दी। रिपोर्ट में गया गया कि बेन स्टोक्स की मां डेब के पहली शादी से दो बच्चे थे, लेकिन 1988 में उनके जन्म से पहले उनके सौतेले भाई, चार साल के एंड्रयू और आठ वर्षीय बहन ट्रेसी की उनके पिता ने हत्या कर दी थी। बाद में स्टोक्स की मां डेब ने रग्बी कोच गेरार्ड स्टोक्स से शादी की। घटना के तीन साल बाद स्टोक्स का जन्म 1991 में हुआ।

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पिता ने ईर्ष्या में बच्चों की हत्या की थी
स्टोक्स की मां डेब का पहले पति रिचर्ड डन से तलाक हो गया था। लेकिन जब रिचर्ड को पता चला कि डेब रग्बी कोच गेरार्ड स्टोक्स के साथ रिश्ते में हैं तो वह आपा खो बैठे। सप्ताह के अंत में दोनों बच्चे रिचर्ड के पास क्राइस्टचर्च स्थित घर गए हुए थे। तनाव में डन ने ट्रेसी और एंड्रयू को गोली मार दी और खुद भी आत्महत्या कर ली। रिचर्ड उस वक्त बेरोजगार थे। इससे पहले उन्होंने घर को आग के हवाले कर दिया था। इस घटना से डेब को गहरा आघात लगा। इससे उबरने में उन्हें काफी वक्त लगा।

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हत्यारे की बेटी ने बताया सच
अखबार ने रिचर्ड की 49 वर्षीय बेटी जैकी डन के हवाले से रिपोर्ट की। जैकी ने कहा, मैं उस वक्त 18 साल की थी। मैं हैरान थी कि मेरे पिता ने उन दोनों मासूम बच्चों की हत्या कर दी थी। इसकी याद भी भयावह है। टेबलॉयड ने न्यूजीलैंड के अखबार की लीड खबरों के फोटो भी प्रकाशित किए।

परिवार की निजता पर हमले का किसी को हक नहीं
भावुक स्टोक्स ने ‘द सन’ को फटकार लगाते हुए ट्विटर पर बयान पोस्ट किया। उन्होंने कहा, तीन दशक पहले हुए उस हादसे को भूलने में मेरे परिवार को कई साल लग गए। लेकिन आपने रिपोर्टर को न्यूजीलैंड में मेरे घर भेज उसे कुरेदने का काम किया है। मेरी निजता के साथ मेरे माता-पिता के निजी जीवन पर भी हमला किया है। मुझे लेकर खबरें प्रकाशित की जा सकती हैं, ऐतराज नहीं। लेकिन मेरे माता-पिता, पत्नी और मेरे बच्चों की निजता पर हमला किया जाए! यह पत्रकारिता का सबसे खराब रूप है।

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