टीम इंडिया के तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज के लिए ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मौजूदा टेस्ट सीरीज काफी अच्छी रही है। सिराज ने ब्रिसबेन में जारी बॉर्डर-गावस्कर सीरीज के चौथे और निर्णायक टेस्ट मैच में दूसरी पारी में पांच विकेट लिए। ब्रिसबेन में एक पारी में पांच विकेट लेने वाले सिराज 2003-04 के बाद पहले भारतीय गेंदबाज हैं। उन्होंने इस यादगार प्रदर्शन के बाद टीम इंडिया के कार्यवाहक टेस्ट कप्तान अजिंक्य रहाणे की जमकर तारीफ की है।
सिराज ने लगातार सहयोग, सपोर्ट और मनोबल बढ़ाने के लिए कप्तान अजिंक्य रहाणे का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा, 'इसके अलावा जिस तरह से युवाओं को मौके मिले फिर चाहे वह टी नटराजन हो या वॉशिंगटन सुंदर। इन सभी ने इनका फायदा उठाया। सभी ने अपनी तरफ से अच्छा प्रदर्शन किया। मैं खास तौर पर युवाओं पर भरोसा दिखाने और मेरा मनोबल बढ़ाने के लिए अजिंक्य रहाणे का आभार व्यक्त करता हूं। वह मुझसे हर समय बात करते रहे और इससे मेरा आत्मविश्वास बढ़ा।'
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सिराज के लिए पिछले दो महीने मुश्किल भरे भी रहे। उनके पिता का निधन हो गया और वह उनके अंतिम संस्कार में भी नहीं जा पाए, लेकिन उनकी कड़ी मेहनत आखिर में रंग लाई। उन्होंने कहा, 'मेरे अब्बू चाहते थे कि मेरा बेटा देश की तरफ से खेले और पूरी दुनिया उसे खेलते हुए देखे। काश वह आज का दिन देखने के लिए जिंदा होते। यह उनकी दुआओं का ही नतीजा है कि मैंने पांच विकेट लिए। मैं निशब्द हूं और अपनी भावनाओं को शब्दों में व्यक्त नहीं कर सकता हूं।' उन्होंने कहा, 'यह मुश्किल स्थिति थी। अब्बू के निधन के बाद मां से बात करने पर मुझे ताकत मिली और मैंने अपना ध्यान अब्बू का सपना पूरा करने पर लगा दिया।'
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सिराज को इस मैच से पहले केवल दो टेस्ट मैचों का अनुभव था लेकिन उन्होंने सीनियर गेंदबाजों की अनुपस्थिति में आक्रमण की अगुवाई की। उन्होंने कहा, 'मैं खुद को सीनियर गेंदबाज नहीं मानता लेकिन मैंने घरेलू स्तर और भारत ए की तरफ से काफी क्रिकेट खेली है और इससे मुझे मदद मिली। मुझे जस्सी भाई (जसप्रीत बुमराह) की कमी खली और इसलिए मैंने अधिक जिम्मेदारी ली और दबाव बनाया।'