आकाश चोपड़ा ने WTC के फॉर्मेट पर उठाए सवाल, कहा- 24 महीने का समय है लेकिन तीन मैच का नहीं...
भारत के पूर्व क्रिकेटर आकाश चोपड़ा ने विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के मौजूदा फॉर्मेट पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने सुझाव दिया है कि आईसीसी को चैंपियन का फैसला एक टेस्ट की जगह सीरीज से करना चाहिए।
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के दूसरे संस्करण का फाइनल मुकाबला ओवल में खेला जा रहा है। विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फॉर्मेट को लेकर पूर्व क्रिकेटर से लेकर फैंस तक ने सवाल खड़े किए हैं और उन सभी का मानना है कि आईसीसी को फाइनल में पहुंचने वाली टीमों के बीच एक टेस्ट के बजाए एक सीरीज के जरिए चैंपियन का फैसला होने देना चाहिए। भारत के पूर्व बल्लेबाज आकाश चोपड़ा ने भी अपनी राय रखी है और सुझाव दिया है।
भारत के पूर्व बल्लेबाज आकाश चोपड़ा ने सुझाव दिया है कि विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल को तीन मैचों की सीरीज रखना चाहिए। चोपड़ा ने सोशल मीडिया पर अपनी भड़ास निकालते हुए कहा कि किसी के पास भी टेस्ट प्रारूप को सम्मान देने का समय नहीं है, जिसका वो हकदार है। उन्होंने कहा कि डब्ल्यूटीसी फाइनल का निर्णय तीन मैचों की सीरीज से होना चाहिए। ऑस्ट्रेलिया की टीम दूसरे संस्करण में 19 मैचों में 152 प्वाइंट्स के साथ पहले स्थान पर रही, जबकि भारतीय टीम 18 मैचों में 127 प्वाइंट्स के साथ दूसरे स्थान पर रही।
चोपड़ा ने ट्वीट किया, ''ये वास्तव में थोड़ा अजीब लगता है कि आप दो साल के चैंपियनशिप को लेकर सहमत हैं लेकिन आपको 24 महीने के चक्र के बाद तीन मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए समय नहीं मिल पा रहा। जबकि हर कोई दावा करता है कि यह अंतिम प्रारूप है, लेकिन किसी के पास भी इस प्रारूप को सम्मान देने का समय नहीं है, जिसका ये हकदार है।''
उन्होंने आगे लिखा, ''अगर आप तीन टेस्ट मैच नहीं खेल सकते तो फाइनल की चिंता क्यों? ऐसे में जिस टीम ने 2 साल में तालिका में शीर्ष स्थान हासिल किया है, उसे गदा दी जानी चाहिए। जोकि पहले होता रहा है। किसी भी मामले में हर सीरीज में कितने टेस्ट होने चाहिए, इसके संदर्भ में कोई एकरूपता नहीं है।''