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Hindi News क्रिकेटविजय हजारे ट्रॉफी: ये 7 क्रिकेटरों ने अपने प्रदर्शन के दम पर टूर्नामेंट में मचाया तहलका

विजय हजारे ट्रॉफी: ये 7 क्रिकेटरों ने अपने प्रदर्शन के दम पर टूर्नामेंट में मचाया तहलका

विजय हजारे ट्रॉफी का फाइनल काफी नाटकीय रहा। इसमें मेजबान कर्नाटक ने अपने हाेम ग्राउंड एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में पांच बार की विजेता तमिलनाडु को बारिश से बाधित मैच में वीजेडी प्रणाली से 60...

विजय हजारे ट्रॉफी: ये 7 क्रिकेटरों ने अपने प्रदर्शन के दम पर टूर्नामेंट में मचाया तहलका
लाइव हिन्दुस्तान टीम,नई दिल्लीSat, 26 Oct 2019 06:24 PM
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विजय हजारे ट्रॉफी का फाइनल काफी नाटकीय रहा। इसमें मेजबान कर्नाटक ने अपने हाेम ग्राउंड एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में पांच बार की विजेता तमिलनाडु को बारिश से बाधित मैच में वीजेडी प्रणाली से 60 रनों से हरा दिया। कर्नाटक ने अभिमन्यु मिथुन के पांच विकेट के दम पर तमिलनाडु को 49.5 ओवरों में 252 रनों पर ढेर कर दिया।

कर्नाटक ने लक्ष्य का पीछा करते हुए 23 ओवरों में एक विकेट के नुकसान पर 146 रन बना लिए थे। तभी बारिश आ गई और मैच रोक दिया गया। इसके बाद मैच नहीं हो सका और कर्नाटक वीजेडी प्रणाली से मैच जीतने में सफल रही। मैच जब रुका तब कर्नाटक के सलामी बल्लेबाज लोकेश राहुल 52 और मयंक अग्रवाल 69 रन बनाकर खेल रहे थे। आइए नजर डालते हैं टूर्नामेंट के उन खिलाड़ियों पर जिन्होंने अपने प्रदर्शन के दम पर चयनकर्ताओं का ध्यान आकर्षित किया। 

संजू सैमसन
इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू करने के चार साल बाद एक बार फिर से संजू सैमसन को राष्ट्रीय टीम की तरफ से खेलने का मौका मिल रहा है। 2015 में मात्र 19 साल की उम्र में संजू सैमसन ने जिम्बाब्वे के खिलाफ अपने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट की शुरुआत की थी। सैमसन खराब फॉर्म की वजह से जल्द ही टीम से बाहर हो गए। विजय हजारे ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन के दम पर उन्हें बांग्लादेश के खिलाफ होने वाली सीरीज के लिए मौका दिया गया है। उन्होंने विजय हजारे ट्रॉफी में 58.57 की शानदार औसत से 410 रन बनाए। इसमें उन्होंने एक दोहरा शतक लगाया जबकि एक फिफ्टी जड़ी। उन्होंने गोवा के खिलाफ अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ पारी (212 नाबाद) खेली।

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शिवम दूबे
बांग्लादेश के खिलाफ भारतीय टीम में पहली बार चुने गए 26 साल के शिवम दूबे ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 48.19 की औसत से जबकि लिस्ट-ए क्रिकेट में 43.85 की औसत से रन बनाए हैं। क्रिकेट के शॉर्टेस्ट फॉर्मेट में उनका औसत 18.61 का है। इस औसत के साथ बल्लेबाजी करने वाले खिलाड़ी को टीम में न लेना किसी के लिए नुकसान का सौदा ही होगा। सबसे बड़ी बात यह है कि शिवम दूबे ने यह सारा मुकाम मात्र 2 साल में हासिल किया है। विजय हजारे ट्रॉफी में उन्होंने कर्नाटक के खिलाफ मात्र 67 गेंदों पर शानदार 118 रनों की शतकीय पारी खेली थी। 

केएल राहुल

खराब फॉर्म की वजह से भारतीय टीम से बाहर किए जाने के बाद केएल राहुल के बल्ले से विजय हजारे ट्रॉफी में जमकर रन बरसे हैं। कर्नाटक को खिताब दिलाने में अहम भूमिका निभाने वाले केएल राहुल ने टूर्नामेंट में पांच फिफ्टी और एक शतकीय पारी खेली। इस दौरान उनका औसत 66.44 का रहा जो कि एक ओपनर के तौर पर काफी अच्छा है। केएल राहुल टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा रन वाले बल्लेबाजों की सूची में तीसरे स्थान पर रहे।  

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बाबा अपराजित
तमिलनाडु के इस बैटिंग ऑलराउंडर ने शानदार खेल दिखाते अपनी टीम को फाइनल तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई। टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाजों की सूची में चौथे नंबर पर रहे अपराजित ने 12 मैचों में 66.44 की दमदार औसत से 598 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने रेलवे के खिलाफ शतकीय पारी के अलावा गेंदबाजी में भी जौहर दिखाते हुए 10 ओवरों में 30 रन देकर 4 विकेट हासिल किए।

देवदत्त पड्डीकल

विजय हजारे ट्रॉफी में अपना डेब्यू करने वाले देवदत्त पड्डीकल का टूर्नामेंट में प्रदर्शन काफी शानदार रहा। उन्हें इसका इनाम भी मिला और देवधर ट्रॉफी में भी चुना गया है। 19 साल के इस ओपनर में टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा 609 रन बटोरे। उन्होंने सौराष्ट्र और गोवा के खिलाफ लगातार मैचों में शतक जड़ा। इस दौरान उनका औसत 67.77 का रहा। देवदत्त पड्डीकल पिछली साल अंडर-19 एशिया कप में चमके थे जब उन्होंने चार मैचों में 183 रन बनाए थे। इसमें यूएई के खिलाफ जड़ा शतक भी शामिल है।

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रूश कलारिया
2012 में प्रथम श्रेणी में डेब्यू करने के बाद से रूश कलारिया गुजारत के एक बेहतरीन खिलाड़ी बनकर उभरे हैं। विजय हजारे ट्राफी में 26 साल के इस ऑलराउंडर ने 11 मैचों में 21 विकेट झटके। कलारिया नई गेंद के साथ-साथ पुरानी गेंद में भी प्रभावशाली हैं। इस टूर्नामेंट में उन्हेांने गुजराज की तरफ से सबसे ज्यादा विकेट झटके।

यशस्वी जैसवाल
मुंबई के युवा ओपनर यशस्वी जैसवाल ने साबित कर दिखाया है कि क्यों उन्हें मुंबई के बड़े क्रिकेटरों में गिना जाता है। टीम की तरफ से सिर्फ 6 मैचों में 564 रन जुटाने वाले बल्लेबाज टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले पड्डीकल से पांच मैच कम खेले। इसके बावजूद वे टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा रन बनाने बल्लेबाजों में पांचवे नंबर पर रहे। उन्होंने गोवा के खिलाफ 113 और केरल के खिलाफ 122 रनों की पारी खेली। झारखंड के खिलाफ उन्होंने रिकॉर्ड पारी खेलते हुए डबल सेंचुरी जड़ी। वे लिस्ट ए क्रिकेट में दोहरा शतक जड़ने वाले सबसे युवा क्रिकेटर बने।

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