
भारत के सामने जो कर रहे हो, वो ऑस्ट्रेलिया में नहीं चलेगा…स्टीव स्मिथ ने क्यों दी इंग्लैंड को वॉर्निंग?
संक्षेप: स्टीव स्मिथ ने एशेज 2025-26 को लेकर इंग्लैंड को वॉर्निंग दी है। उन्होंने कहा कि इंग्लैंड टीम अभी भारत के सामने सपाट पिचों पर भले ही अच्छा प्रदर्शन कर रही हो लेकिन ऑस्ट्रेलिया में एशेज में ऐसा नहीं होगा।
ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज बल्लेबाज स्टीव स्मिथ ने कहा है कि इंग्लैंड के बल्लेबाज भले ही घरेलू मैदान पर काफी सपाट पिचों पर अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन इस साल के अंत में होने वाली एशेज सीरीज में बेन स्टोक्स की अगुवाई वाली टीम को अलग तरह की चुनौती का सामना करना होगा। भारत-इंग्लैंड के बीच चल रही टेस्ट सीरीज में विकेट बल्लेबाजों के लिए अनुकूल रहे हैं और स्मिथ का मानना है कि इंग्लैंड के बल्लेबाजों को इस तरह की पिचों पर खेलने का अधिक आदी नहीं होना चाहिए।
मौजूद सीरीज में दोनों टीमें कम से कम एक बार एक पारी में 500 से अधिक रन बनाने में सफल रही हैं और उन्होंने लगातार 400 से अधिक रन बनाए हैं। बीबीसी स्पोर्ट ने स्मिथ के हवाले से कहा, ‘‘उनके (इंग्लैंड के) बल्लेबाज पिछले कुछ समय से सपाट और बल्लेबाजी के लिए अनुकूल विकेटों पर खेल रहे हैं और ऑस्ट्रेलिया में उन्हें अलग तरह की चुनौती का सामना करना होगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘पिछले तीन-चार वर्षों में ऑस्ट्रेलिया के विकेट शीर्ष क्रम के बल्लेबाजो के लिए काफी मुश्किल रहे हैं। यह उनके लिए एक अच्छी चुनौती होगी। लेकिन यह एक शानदार सीरीज होगी।’’ एशेज 2025-26 की तैयारी के तहत स्मिथ इंग्लैंड और भारत के बीच होने वाले मुकाबले पर कड़ी नजर रख रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं भारत और इंग्लैंड की सीरीज देख रहा हूं जिसमें बहुत अच्छी क्रिकेट खेली गई है, इसलिए मुझे लगता है कि इस साल एशेज सीरीज बहुत शानदार होने वाली है।’’ ऑस्ट्रेलिया की टी20 टीम इस समय वेस्टइंडीज के खिलाफ पांच मैचों की सीरीज खेल रही है, लेकिन स्मिथ इंग्लैंड में हैं जहां वह आगामी हंड्रेड टूर्नामेंट में वेल्श फायर की कप्तानी करेंगे। उन्होंने इस साल चैंपियंस ट्रॉफी के बाद वनडे क्रिकेट से संन्यास ले लिया था लेकिन 2028 में होने वाले ओलंपिक खेलों में खेलने के लिए वह सबसे छोटे प्रारूप में बने रहना चाहते हैं। स्मिथ ने कहा, ‘‘मेरा लक्ष्य ओलंपिक के लिए ऑस्ट्रेलिया की टीम में जगह बनाना है और इसलिए मैंने वनडे क्रिकेट से संन्यास लिया ताकि मैं फ्रेंचाइजी क्रिकेट में अधिक खेल सकूं।’’






