
एशिया कप के लिए भारत फेवरिट? पाकिस्तानी कप्तान बोले- एक-दो घंटे में तो क्या-क्या बदल जाता है
संक्षेप: एशिया कप के लिए भारतीय टीम को खिताब का प्रबल दावेदार माना जा रहा है। हालांकि पाकिस्तान के कप्तान सलमान आगा इससे इत्तेफाक नहीं रखते। उन्होंने कहा कि किसी टीम को फेवरिट नहीं कहा जा सकता। टी20 क्रिकेट में तो 1-2 घंटे में कुछ भी बदल जाता है
एशिया कप के लिए भारत को खिताब का प्रबल दावेदार माना जा रहा है। पिछली बार की विजेता भी वही है। टूर्नामेंट के इतिहास की सबसे सफल टीम है जिसने 8 बार कप पर कब्जा जमाया है। हालांकि पाकिस्तान के कप्तान सलमान आगा को भारत को टूर्नामेंट की फेवरिट टीम बताया जाना बिल्कुल रास नहीं आ रहा। एशिया कप के आगाज की पूर्व संध्या पर प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने कहा कि कोई भी टीम असल में फेवरिट नहीं होती।

एशिया कप का मंगलवार को अबू धाबी के शेख जायेद स्टेडियम में आगाज होने जा रहा है। उद्घाटन मैच अफगानिस्तान और हांगकांग के बीच है। भारत अपना पहला मुकाबला बुधवार को मेजबान यूएई से दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में खेलेगा। हालांकि जिस मैच पर दुनियाभर के करोड़ों क्रिकेट प्रशंसकों की नजर रहेगी, वो है रविवार को होने वाला भारत और पाकिस्तान के बीच का मुकाबला।
सोमवार शाम को टूर्नामेंट में हिस्सा लेने वाली सभी 8 टीमों के कप्तानों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लिया। इस दौरान पाकिस्तानी कप्तान आगा ने कहा कि किसी भी टीम को एकदम से फेवरिट नहीं कहा जा सकता।
आगा ने कहा, 'मैं नहीं समझता कि सच में फेवरिट जैसा कुछ होता है। टी20 क्रिकेट में एक या दो घंटे में कुछ भी बदल सकता है। किसी खास दिन, आपको बस अच्छा क्रिकेट खेलना होता है।'
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान भारतीय टीम के कप्तान सूर्यकुमार यादव ने साफ-साफ कहा कि 14 सितंबर को पाकिस्तान के खिलाफ होने वाले मैच में टीम अपनी आक्रामकता पर लगाम नहीं लगाएगी। उन्होंने कहा, 'मैदान पर आक्रामकता हमेशा रहती है। अगर आपको जीतना है तो इसके बिना काम नहीं चल सकता।'
जब पाकिस्तानी कप्तान से आक्रामकता से जुड़ा यही सवाल किया गया तब आगा ने कहा कि वह किसी को दिशा-निर्देश नहीं देते हैं। अगर कोई आक्रामक होना चाहता है तो यह उसका फैसला है।
सलमान आगा ने आगे कहा, 'तेज गेंदबाज स्वाभाविक रूप से आक्रामक होते हैं और आप उनसे ये चीज नहीं छीन सकते। आक्रामकता से ही तो वे चलते हैं। जो कोई भी मैदान पर आक्रामकता दिखाना चाहता है तो वह ऐसा करने के लिए तब तक स्वतंत्र है जब तक यह खेल भावना के दायरे में रहे। मेरी तरफ से कोई रिस्ट्रिक्शन नहीं है।'






