टेस्ट क्रिकेट में चेज हुए सबसे बड़े टॉप-5 टारगेट, इंग्लैंड को जीतने के लिए बनाना होगा वर्ल्ड रिकॉर्ड
600+ तो छोड़ो टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में कभी 500 से अधिक रन के टारगेट चेज नहीं हुए हैं। रेड बॉल क्रिकेट में सबसे सफल रनचेज की बात करें तो वह 418 रनों की है जो वेस्टइंडीज ने 2003 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ की थी।

मेजबान इंग्लैंड को बर्मिंघम में जारी दूसरा टेस्ट जीतने के लिए 608 रनों का विशाल टारगेट मिला है। इस स्कोर का पीछा करते हुए इंग्लिश टीम ने चौथे दिन का खेल खत्म होने तक 72 के स्कोर पर तीन विकेट गंवा दिए हैं। आखिरी दिन अब इंग्लैंड को 536 रन और बनाने हैं और उनके हाथ में 7 ही विकेट है। बैजबॉल क्रिकेट के लिए मशहूर इंग्लैंड की टीम इस स्कोर का पीछा करने की कोशिश तो जरूर करेगी, मगर उन्हें भारत के खिलाफ यह मैच जीतना है तो रिकॉर्ड बुक हिलानी होगी। दरअसल, टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में इससे पहले इतना बड़ा टारगेट चेज नहीं हुआ है। आईए एक नजर टेस्ट क्रिकेट में चेज हुए सबसे बड़े टॉप-5 टारगेट की लिस्ट पर डालते हैं-
टेस्ट क्रिकेट में 418 रन से ज्यादा कभी नहीं हुए चेज
600+ तो छोड़ो टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में कभी 500 से अधिक रन के टारगेट चेज नहीं हुए हैं। रेड बॉल क्रिकेट में सबसे सफल रनचेज की बात करें तो वह 418 रनों की है जो वेस्टइंडीज ने 2003 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ की थी। इसके अलावा तीन और मैच हैं जहां 400 से अधिक के टारगेट चेज हुए हैं। हैरानी की बात यह है कि इन चारों में क्रिकेट की जननी इंग्लैंड का नाम नहीं है।
418- वेस्टइंडीज बनाम ऑस्ट्रेलिया, 2003
414- साउथ अफ्रीका बनाम ऑस्ट्रेलिया, 2008
404- ऑस्ट्रेलिया बनाम इंग्लैंड, 1948
403- भारत बनाम वेस्टइंडीज, 1976
इंग्लैंड की टेस्ट क्रिकेट में सबसे सफल रन चेज
बात इंग्लैंड की टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में सबसे सफल रनचेज की करें तो इंग्लिश टीम ने 378 रनों से ज्यादा का टारगेट अभी तक चेज नहीं किया है। यह 378 रनों का पीछा भी इंग्लिश टीम ने भारत के खिलाफ 2022 में किया था। यह रन चेज भी इंग्लैंड ने एजबेस्टन के मैदान पर की थी। हालांकि इस बार उनका जीतना काफी मुश्किल नजर आ रहा है।
भारत जीता तो रचेगा इतिहास
एजबेस्टन टेस्ट में अगर शुभमन गिल की अगुवाई वाली टीम इंडिया जीत दर्ज करने में कामयाब रहती है तो वह इतिहास रच देगी। दरअसल, भारत ने इस मैदान पर 1967 में पहला टेस्ट खेला था, तब से लेकर भारत को यहां जीत नसीब नहीं हुआ है। अब शुभमन गिल एंड कंपनी की नजरें 58 साल के इस सूखे को खत्म करने पर होगी।