
हार की हैट्रिक के बावजूद भारतीय महिला टीम बनी विश्व चैंपियन, किस्मत को भी थी नई कहानी मंजूर
संक्षेप: वुमेंस वर्ल्ड कप 2025 में हार की हैट्रिक झेलने के बावजूद भारतीय महिला टीम विश्व चैंपियन बन गई। वुमेंस क्रिकेट के इतिहास में पहली बार किसी ने इस तरह विश्व कप जीता है। ऐसे में कहा जा सकता है कि किस्मत को भी नई कहानी लिखनी थी।
भारतीय महिला क्रिकेट टीम भले ही आईसीसी वुमेंस वर्ल्ड कप 2025 की चैंपियन है, लेकिन देखा जाए तो भारतीय टीम का प्रदर्शन उतना अच्छा नहीं था। भारतीय टीम ने हार की हैट्रिक लीग स्टेज में लगाई। फाइनल समेत कुल 5 ही मैच जीते। यहां तक कि भारत से ज्यादा मैच सेमीफाइनल हारने वाली ऑस्ट्रेलिया और सेमीफाइनल जीतने वाली साउथ अफ्रीका की टीम ने जीते थे, लेकिन किस्मत को एक नई कहानी लिखनी थी, जो सुनहरों अक्षरों में नीले रंग के लिए लिखी गई।

आपकी जानकारी के लिए बता दें, भारत पहला ऐसा देश बन गया है, जो वुमेंस वर्ल्ड कप का फाइनल जीता है, लेकिन टूर्नामेंट में 3 मैच हारे थे। मेंस क्रिकेट में ऐसा दो बार हुआ है, लेकिन वुमेंस क्रिकेट में पहली बार किसी टीम ने तीन मैच हारने के बावजूद विश्व कप की ट्रॉफी उठाई है। लीग फेज में टीम इंडिया को लगातार तीन मैचों में हार मिली थी। भारत को साउथ अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड ने हराया था। इसके अलावा टीम इंडिया का एक मैच बारिश में भी धुल गया था, बावजूद इसके भारत विश्व चैंपियन बना।
लीग फेज में 7 में से 3 मैच जीतना, 3 मैच हारना और एक मैच बेनतीजा रहने के बावजूद टीम इंडिया सेमीफाइनल में पहुंचती है। सेमीफाइनल में टीम इंडिया की टक्कर सात बार की विश्व कप चैंपियन ऑस्ट्रेलिया से होती है। ऑस्ट्रेलिया की टीम 338 रन का विशाल स्कोर खड़ा करती है। वुमेंस वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट में किसी भी टीम ने इतना बड़ा लक्ष्य हासिल नहीं किया होता है। ओपनर प्रतिका रावल भी चोटिल होकर टूर्नामेंट से बाहर हो चुकी होती हैं।
इसके बाद शेफाली वर्मा ओपन करती हैं और फेल हो जाती हैं। बावजूद इसके जेमिमा रोड्रिग्स के शतक और हरमनप्रीत कौर के अर्धशतक की बदौलत भारत ने वुमेंस वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट का सबसे बड़ा स्कोर चेज करने का विश्व रिकॉर्ड बनाता है और तीसरी बार फाइनल में पहुंचता है। फाइनल में वो टीम है, जो लीग फेज में 5 मैच जीतकर पहुंची है और इंग्लैंड को सेमीफाइनल में हराया है, लेकिन किस्मत इस बार भारत के साथ थी। यही वजह रही कि टीम विश्व चैंपियन बन गई।






