
दीप्ति शर्मा ने वो कर दिखाया जो महिला क्या, पुरुष क्रिकेट में भी आजतक नहीं हुआ!
संक्षेप: दीप्ति शर्मा ने वो कर दिखाया जो क्रिकेट के इतिहास में आजतक नहीं हुआ। महिला ही नहीं, पुरुष क्रिकेट में भी आजतक कोई खिलाड़ी वो कारनामा नहीं कर सका था। उन्होंने विश्व कप फाइनल में पहले तो बल्ले से अर्धशतक जड़ा और फिर गेंद से 5 विकेट हासिल किया।
भारतीय महिला क्रिकेट में वर्षों का इंतजार खत्म हुआ। आईसीसी ट्रॉफी का सूखा खत्म हुआ। दहलीज पर पहुंचकर फिसलने का सिलसिला खत्म हुआ। ये भारतीय महिला क्रिकेट का वाटरशेड मोमेंट है। एक नए युग का आरंभ। नवी मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में रविवार रात 45000 दर्शकों के सामने एक नया इतिहास रचा गया। भारत की बेटियां पहली बार क्रिकेट में विश्व विजेता बनीं। इस ऐतिहासिक जीत में यूं तो पूरी टीम, उसके हर सदस्य का योगदान था लेकिन ऑलराउंडर दीप्ति शर्मा ने वो कर दिखाया जो क्रिकेट के इतिहास में आजतक नहीं हुआ। महिला ही नहीं, पुरुष क्रिकेट में भी आजतक कोई खिलाड़ी वो कारनामा नहीं कर सका था।

महिला एकदिवसीय विश्व कप के फाइनल में भारत ने दक्षिण अफ्रीका को 52 रन से हराकर विश्व विजय का परचम लहरा दिया। भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 7 विकेट के नुकसान पर 298 रन बनाए और दक्षिण अफ्रीका को 46वें ओवर में 246 रन पर समेट दिया। दीप्ति शर्मा ने नदीन डी क्लर्क के रूप में जैसे ही दक्षिण अफ्रीका का आखिरी विकेट झटका, पूरा देश जैसे जश्न में डूब गया।
शर्मा ने मैच में 39 रन देकर 5 विकेट झटके। इससे पहले बल्लेबाजी में भी उन्होंने अपना लोहा मनवाया था और 58 गेंदों में 58 रन की धाकड़ पारी खेली थी। मैच में शेफाली वर्मा (87 रन) के बाद वह भारत की दूसरी सबसे बल्लेबाज थीं।
फाइनल में दीप्ति शर्मा ने जो किया, पीढ़ियों तक उसकी गूंज सुनाई देगी। विश्व कप फाइनल में 5 विकेट हॉल और अर्धशतक बनाने वाली दुनिया की पहली बल्लेबाज हैं। पुरुषों के विश्व कप में भी आजतक कोई खिलाड़ी ये कारनामा नहीं कर पाया है। फाइनल तो छोड़िए, इससे पहले महिला विश्व कप के किसी भी मैच में किसी खिलाड़ी ने फिफ्टी के साथ-साथ 5 विकेट हॉल हासिल नहीं किया था।
महिला विश्व कप के फाइनल में ऐसा दूसरी बार हुआ जब किसी गेंदबाज ने फाइव विकेट हॉल लिया हो। इससे पहले 2017 के विश्व कप फाइनल में इंग्लैंड की आन्या श्रबसोल ने 46 रन देकर 6 विकेट हासिल किए थे। शर्मा ने तो 5 विकेट भी लिए और अर्धशतक भी ठोका।
दीप्ति शर्मा ने इस विश्व कप में 22 विकेट झटके। इसके अलावा उन्होंने 215 रन भी बटोरे। वह विश्व कप के इतिहास में 20+ विकेट और 200+ रनों का डबल करने वाली दुनिया की पहली बल्लेबाज बन गई हैं।
दीप्ति शर्मा किसी एक विश्व कप में सबसे ज्यादा विकेट लेने के मामले में संयुक्त रूप से दूसरे नंबर पर हैं। उनके अलावा 1982 के विश्व कप में जैकी लॉर्ड ने भी 22 विकेट झटके थे। इससे ज्यादा विकेट सिर्फ लिन फुलस्टोन के नाम है जिन्होंने 1982 के ही वर्ल्ड कप में 23 विकेट चटकाए थे यानी दीप्ति शर्मा से एक विकेट ज्यादा।
आगरा की इस धाकड़ लड़की को विश्व कप में उसके शानदार ऑलराउंड प्रदर्शन के लिए प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट चुना गया। बल्लेबाजी में 87 रन और गेंदबाजी में 2 विकेट हासिल करने वाली शेफाली वर्मा प्लेयर ऑफ द मैच चुनी गईं।






